
भ्रष्टाचार (Corruption) की समस्या आज वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बनी हुई है। हाल ही में जारी हुआ करप्शन पर्सेप्शन्स इंडेक्स 2024 (Corruption Perceptions Index 2024) इस समस्या की गंभीरता को और उजागर करता है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) द्वारा जारी इस रिपोर्ट में 180 देशों को शामिल किया गया है, जिनमें से अधिकांश भ्रष्टाचार की किसी न किसी समस्या से जूझ रहे हैं।
यह भी देखें: PM Awas Yojana की ₹75,000 की किस्त आज इन लोगों के खाते में आई! देखें अभी
इस इंडेक्स में 0 से 100 तक का स्कोर दिया जाता है, जिसमें 0 का मतलब होता है अत्यंत भ्रष्ट और 100 का अर्थ है एकदम साफ यानी करप्शन से मुक्त देश। इस स्केल के जरिए यह आकलन किया जाता है कि किसी देश में सार्वजनिक क्षेत्र (Public Sector) में भ्रष्टाचार को कैसे देखा जाता है।
करप्शन पर्सेप्शन्स इंडेक्स 2024 एक बार फिर यह स्पष्ट करता है कि भ्रष्टाचार आज भी दुनिया के अधिकांश हिस्सों में गहराई से फैला हुआ है। भारत की स्थिति चिंताजनक तो नहीं है, लेकिन संतोषजनक भी नहीं मानी जा सकती। ऐसे में जरूरी है कि नीतिगत सुधारों के साथ-साथ जनता की जागरूकता और निगरानी व्यवस्था को भी और मज़बूत किया जाए।
दुनिया के सबसे भ्रष्ट देश
करप्शन पर्सेप्शन्स इंडेक्स 2024 (CPI 2024) के अनुसार, जिन देशों में भ्रष्टाचार सबसे अधिक है, उनमें अफ्रीका और मध्य पूर्व (Middle East) के कई देश शामिल हैं। इन देशों का स्कोर बेहद कम है, जिससे उनकी भ्रष्टाचार की स्थिति का स्पष्ट अंदाजा मिलता है।
यह भी देखें: Banks 5 Day Working: अब हफ्ते में सिर्फ 5 दिन खुलेंगे बैंक? RBI की मंजूरी पर आया बड़ा अपडेट!
साउथ सुडान (South Sudan)
CPI 2024 में सबसे नीचे स्थान पर साउथ सुडान है। इस देश का स्कोर मात्र 8 है, जो इसे दुनिया का सबसे भ्रष्ट देश बना देता है। यह पूर्वी अफ्रीका का एक नया राष्ट्र है, लेकिन राजनीतिक अस्थिरता, आंतरिक संघर्ष और कमजोर संस्थाएं इसे भ्रष्टाचार के गर्त में धकेल चुकी हैं।
सोमालिया (Somalia)
सोमालिया का स्कोर 9 है और यह 179वें स्थान पर है। यह देश वर्षों से गृहयुद्ध, आतंकवाद और राजनीतिक अस्थिरता का शिकार रहा है। यहां सरकारी संस्थाओं में पारदर्शिता का अभाव और जवाबदेही की कमी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है।
वेनेजुएला (Venezuela)
दक्षिण अमेरिका का देश वेनेजुएला 178वें स्थान पर है और इसका स्कोर सिर्फ 10 है। आर्थिक संकट, राजनैतिक संकट और संस्थागत भ्रष्टाचार ने इस देश की स्थिति को बद से बदतर बना दिया है। CPI 2023 की तुलना में इसे 3 अंकों का नुकसान हुआ है।
यह भी देखें: बंपर भर्ती ! 10वीं पास के लिए के लिए मौका ड्राइवर के 2756 पद खाली – जल्द करें आवेदन
सीरिया (Syria)
मिडिल ईस्ट का यह प्रमुख देश सीरिया, जहां वर्षों से चल रहा गृहयुद्ध सरकारी ढांचे को खोखला कर चुका है, 12 अंकों के साथ 177वें स्थान पर है। यहां सरकारी सेवाओं में भारी भ्रष्टाचार और भ्रांतियों के चलते जनता को बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं।
यमन (Yemen)
अरब प्रायद्वीप के दक्षिण पश्चिम में स्थित यमन भी CPI 2024 में 13 अंकों के साथ 173वें स्थान पर है। इस देश का स्कोर पिछले साल की तुलना में 3 अंक गिर गया है, जो यह दर्शाता है कि हालात और बिगड़े हैं।
यह भी देखें: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! सरकार ने लागू की नई योजना – नोटिफिकेशन जारी
लीबिया (Libya)
उत्तर अफ्रीका का देश लीबिया भी 13 अंकों के साथ 173वें स्थान पर है। मुआम्मर गद्दाफी के पतन के बाद यह देश अराजकता और राजनैतिक विघटन से जूझ रहा है, जिससे भ्रष्टाचार की जड़ें और गहरी होती गई हैं।
भारत की स्थिति
भारत का CPI 2024 स्कोर 38 है और वह 96वें स्थान पर स्थित है। भारत की रैंकिंग इस बात का संकेत देती है कि सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार की धारणा अभी भी गंभीर बनी हुई है। हालांकि, यह उन देशों से बेहतर स्थिति में है जो सूची में सबसे नीचे हैं, लेकिन भारत जैसे बड़े लोकतंत्र से अपेक्षा की जाती है कि वह पारदर्शिता और जवाबदेही में सुधार करे।
दुनिया के कुछ अन्य प्रमुख देशों की स्थिति
डेनमार्क (Denmark) 2022 से ही CPI में सबसे ऊपर बना हुआ है। 2024 में भी उसने पहली रैंकिंग बरकरार रखी है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उसके सार्वजनिक तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही उच्च स्तर पर है।
यह भी देखें: Rajasthan Board 2025: 12वीं का Business Administration पेपर कैंसिल! अब दोबारा होगी परीक्षा – जानिए नई तारीख
चीन 43 स्कोर के साथ 76वें स्थान पर है। वहीं अमेरिका, जो वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था का अहम खिलाड़ी है, 28वें स्थान पर है। पाकिस्तान की स्थिति भारत से कमजोर है और वह 135वें स्थान पर है।
भ्रष्टाचार को कैसे रोका जा सकता है
भ्रष्टाचार की समस्या से निपटने के लिए सिर्फ कानून बनाना ही काफी नहीं होता, बल्कि उन्हें प्रभावी तरीके से लागू करना भी जरूरी होता है। सूचना का अधिकार (RTI), स्वतंत्र मीडिया, सशक्त न्यायपालिका और ई-गवर्नेंस जैसे उपाय भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रभावशाली हथियार बन सकते हैं।
यह भी देखें: इतनी सस्ती कभी नहीं मिली OnePlus टैबलेट! ₹15,000 से भी कम में जबरदस्त ऑफर – मौका चूकना मत
इसके अलावा, पारदर्शी प्रणाली, जवाबदेही और मजबूत संस्थाएं किसी भी देश को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभा सकती हैं। भारत में हाल के वर्षों में डिजिटलीकरण और ई-ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देना ऐसे ही कदम हैं जो भ्रष्टाचार को कम करने में सहायक हो सकते हैं।