
8th Pay Commission (8वां वेतन आयोग) के तहत पेंशनर्स के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। अगर सरकार फिटमेंट फैक्टर को लेकर कोई अहम निर्णय लेती है, तो पेंशनर्स की पेंशन में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.90 से 1.92 के बीच तय किए जाने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि यह आंकड़ा 7वें वेतन आयोग के फिटमेंट फैक्टर 2.57 से कम है, लेकिन इसका असर पेंशन पर बहुत ही जबरदस्त पड़ेगा। ऐसा माना जा रहा है कि इस नए फैसले से पेंशन में 90% तक की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे पेंशनर्स की मासिक पेंशन ₹2.37 लाख तक पहुंच सकती है।
आइए, इस फिटमेंट फैक्टर के गणित को समझते हैं और जानते हैं कि किस तरह पेंशनर्स को इसका फायदा हो सकता है।
फिटमेंट फैक्टर क्या है?
फिटमेंट फैक्टर दरअसल एक प्रकार का ‘मल्टीप्लायर’ है, जिसका उपयोग वेतन आयोग पेंशन और सैलरी में बढ़ोतरी करने के लिए करता है। जब भी कोई नया वेतन आयोग लागू होता है, तो मौजूदा बेसिक सैलरी या बेसिक पेंशन को फिटमेंट फैक्टर से गुणा किया जाता है। इसके बाद जो नई पेंशन राशि निकलती है, वही कर्मचारियों या पेंशनर्स को दी जाती है।
7वें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जिसके कारण पेंशन में एक बड़ा उछाल आया था। अब 8वें वेतन आयोग में इस फैक्टर के 1.90 के आसपास रहने की संभावना है, हालांकि यह सैलरी और पेंशन में भी बढ़ोतरी करेगा।
पेंशन में बढ़ोतरी का गणित
8वें वेतन आयोग में अगर फिटमेंट फैक्टर 1.90 लागू होता है, तो पेंशन में 90% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इस बढ़ोतरी का सीधा असर पेंशनर्स की जेब पर पड़ेगा।
पेंशन की गणना कैसे होती है, इसे समझना बहुत जरूरी है। जब कोई कर्मचारी रिटायर होता है, तो उसकी आखिरी बेसिक सैलरी का 50% उसे पेंशन के रूप में मिलता है। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की आखिरी बेसिक सैलरी ₹50,000 है, तो उसकी पेंशन ₹25,000 प्रति माह होगी।
अब, अगर फिटमेंट फैक्टर 1.90 होता है, तो इसका मतलब है कि पेंशन में सीधी 90% बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी पेंशनर्स की मौजूदा पेंशन ₹1,25,000 है, तो उसे ₹2,37,500 तक पेंशन मिल सकती है।
8वें वेतन आयोग में पेंशन बढ़ोतरी की गणना
यदि फिटमेंट फैक्टर 1.90 तय होता है, तो पेंशन में सीधी बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के तौर पर, न्यूनतम पेंशन ₹9,000 से बढ़कर ₹17,100 हो जाएगी, यानी ₹8,100 का सीधा लाभ होगा। वहीं, अधिकतम पेंशन ₹1,25,000 से बढ़कर ₹2,37,500 तक पहुंच जाएगी, जो कि ₹1,12,500 की बढ़ोतरी है। यह किसी लॉटरी से कम नहीं होगा।
इसका मतलब है कि पेंशनर्स की पेंशन में एक झटके में दोगुनी बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे उनका जीवनस्तर बेहतर होगा और उन्हें अधिक आर्थिक सुरक्षा मिलेगी।
क्या 1.90 का फिटमेंट फैक्टर संभव है?
हालांकि 1.90 का फिटमेंट फैक्टर 7वें वेतन आयोग के 2.57 से कम है, लेकिन यह पेंशनर्स के लिए फिर भी बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। सरकार ने पहले भी महंगाई राहत (DA) मर्जर का फैसला लिया था, और ऐसा कहा जा रहा है कि इस बार भी सरकार संतुलित बढ़ोतरी का प्रयास कर सकती है।
फिटमेंट फैक्टर की मांग कर्मचारी संगठनों द्वारा 3.68 तक की गई थी, लेकिन सरकार की ओर से 1.90 का फिटमेंट फैक्टर लागू होने पर भी पेंशनर्स को एक महत्वपूर्ण बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा।
पेंशन बढ़ोतरी के फायदे
8वें वेतन आयोग के तहत पेंशनर्स को एक बड़ा तोहफा मिलने की उम्मीद है। पेंशन में इतनी बढ़ोतरी से उन्हें अपनी जीवनशैली में सुधार करने का मौका मिलेगा। यही नहीं, उनके पास ज्यादा पैसे होंगे, जिससे वे अपनी बढ़ती हुई जरूरतों को पूरा कर सकेंगे।
साथ ही, महंगाई राहत (DR) भी नई पेंशन पर लागू होगी, जिससे पेंशनर्स को और अधिक लाभ मिलेगा। इस प्रकार, अगर सरकार द्वारा यह निर्णय लिया जाता है, तो पेंशनर्स को हर महीने अधिक पेंशन मिलेगी, जो उनके जीवन के आखिरी सालों में बहुत महत्वपूर्ण होगी।