आज के समय में सोलर एनर्जी का प्रयोग करना बहुत जरूरी हो गया है, क्योंकि पर्यावरण प्रदूषण के बढ़ते स्तर एवं जलवायु परिवर्तन जैसी स्थितियों को कम करने के लिए सोलर एनर्जी एक अच्छा विकल्प है। सौर ऊर्जा के इसी महत्व को समझते हुए सरकार द्वारा भी सोलर उपकरणों के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए जबरदस्त सब्सिडी नागरिकों को प्रदान की जा रही है, पावरफुल 3HP सोलर पंप को स्थापित कर आप कृषि में आसानी से सिंचाई कर सकते हैं।
पावरफुल 3HP सोलर पंप
सोलर पंप का प्रयोग कृषि क्षेत्र में सिंचाई करने के लिए किया जाता है, इसका प्रयोग करने से किसानों को कई तरह से लाभ होते हैं। सोलर पंप को चलाने के लिए सौर ऊर्जा का प्रयोग होता है, ऐसे में ग्रिड बिजली की जरूरत नहीं पड़ती है, और बिजली बिल में किसान बचत कर सकते हैं। ज्यादातर कृषि क्षेत्रों में पावरफुल 3HP सोलर पंप को ही स्थापित किया जाता है, इस क्षमता के सोलर पंप को कम कीमत में लगाने के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
पावरफुल 3HP सोलर पंप कैसे करता है काम?
सोलर वाटर पंप को सौर ऊर्जा के माध्यम से चलाने के लिए सोलर पैनल को स्थापित किया जाता है, सोलर पैनल दिन के समय सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन करते हैं, इनमें सौर ऊर्जा से बिजली बनाने के लिए सोलर सेल लगे होते हैं, सोलर सेल अर्द्धचालक पदार्थों से बने होते हैं। पैनल से बनने वाली बिजली को बैटरी में स्टोर कर के या ग्रिड के साथ शेयर कर सकते हैं। इस बिजली का प्रयोग कर के ही सोलर पंप को चलाया जाता है।
पावरफुल 3HP सोलर पंप पर सब्सिडी
केंद्र सरकार द्वारा सोलर पंप को लगाने के लिए पीएम कुसुम योजना के माध्यम से सब्सिडी दी जाती है। इस योजना के माध्यम से सौर ऊर्जा का लाभ किसान प्राप्त कर सकते हैं, और सस्ते में सोलर सिस्टम लगा सकते हैं। एक पूरे सोलर वाटर पंप सिस्टम में सोलर पैनल, सोलर वाटर पंप एवं VFD डिवाइसों का प्रयोग किया जाता है। सब्सिडी योजना का लाभ उठाने के लिए सोलर पैनल को ग्रिड से भी जोड़ा जाता है, ऐसे में जब कृषि में सिंचाई कार्य नहीं होते हैं तो पैनल से बनने वाली बिजली ग्रिड को ट्रांसफर की जाती है।
ऐसे कमाएं पैसे
ऑफ-सीजन में भी सोलर पैनल बिजली का उत्पादन करते हैं, ऐसे में बिजली को बर्बाद करने से अच्छा है, कि उसका प्रयोग कर पैसे कमाएं जाएँ। इसलिए अपने सोलर वाटर पंप सिस्टम में लगे सोलर पैनल को अपने नजदीकी डिस्कॉम से संपर्क कर एग्रीमेंट कर सकते हैं। ऐसे में सोलर पैनल से बनने वाली बिजली को ग्रिड को बेचा जा सकता है।
सोलर उपकरणों के प्रयोग से किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता है, और ये जीवाश्म ईंधन के प्रयोग को कम करने में भी सहायक होते हैं। एक बार निवेश करने के बाद लंबे समय तक इनका लाभ प्राप्त कर सकते हैं।