अब 10 किलोवाट तक क्षमता के सोलर प्लांट पर नहीं देनी पड़ेगी टेक्निकल रिपोर्ट, यहाँ देखें डिटेल्स

सामान्यतः सोलर प्लांट को लगाने पर सरकारी सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए टेक्निकल रिपोर्ट को सबमिट करना होता है, लेकिन अब 10kW तक की क्षमता के लिए रिपोर्ट की जरूरत नहीं है।

Photo of author

Written byRohit Kumar

verified_75

Published on

अब 10 किलोवाट तक क्षमता के सोलर प्लांट पर नहीं देनी पड़ेगी टेक्निकल रिपोर्ट, यहाँ देखें डिटेल्स
10 किलोवाट तक क्षमता के सोलर प्लांट पर नहीं देनी पड़ेगी टेक्निकल रिपोर्ट

देश के नागरिकों को सोलर एनर्जी का लाभ प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उन्हें सब्सिडी योजना के माध्यम से प्रोत्साहित किया जा रहा है, सब्सिडी योजना का लाभ उठा कर ज्यादा से ज्यादा नागरिक सोलर सिस्टम को अपने घर में स्थापित कर रहे हैं, एवं बिजली का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए पहले 10 किलोवाट तक क्षमता के सोलर प्लांट (Solar Plant) को लगाने पर आवेदक को टेक्निकल रिपोर्ट जमा करनी पड़ती थी, लेकिन अब वे बिना रिपोर्ट के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

10 किलोवाट तक क्षमता के सोलर प्लांट पर नहीं देनी पड़ेगी टेक्निकल रिपोर्ट

केंद्र सरकार की सोलर सब्सिडी योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अब 10 किलोवाट तक क्षमता के सोलर प्लांट पर टेक्निकल रिपोर्ट जमा करने की आवश्यकता नहीं है। इस से पहले सब्सिडी का आवेदन करने के लिए सिस्टम से जुड़ी सत्यापन की रिपोर्ट विद्युत निगम को देनी होती थी, बिजली निगम को TAR (अवर अभियंता तकनीकी आख्या) जमा की जाती है और इस प्रक्रिया में बहुत समय सत्यापन में लगता है। लेकिन अब नए प्रविधान के अंतर्गत टेक्निक रिपोर्ट की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। और आवेदक को विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

केंद्र सरकार की सब्सिडी योजना

Earthnewj से अब व्हाट्सप्प पर जुड़ें, क्लिक करें

सोलर एनर्जी के महत्व को समझते हुए सरकार द्वारा नागरिकों को सब्सिडी योजना के माध्यम से लाभ प्रदान किया जा रहा है। सोलर सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर आवेदक कम खर्चे में बढ़िया सोलर सिस्टम घर में लगा सकते हैं। सब्सिडी का लाभ केवल ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने पर ही प्रदान किया जाता है। ऑनग्रिड सोलर सिस्टम को बिना बैटरी वाला सोलर सिस्टम भी कहा जाता है, ऐसे सिस्टम में यूजर द्वारा ग्रिड की बिजली का ही प्रयोग किया जाता है।

Also ReadUTL Gamma+ Lithium PCU LiFePO4 से चलेगा घर का पूरा लोड, बैटरी का भी झंझट खत्म

UTL Gamma+ Lithium PCU LiFePO4 से चलेगा घर का पूरा लोड, बैटरी का भी झंझट खत्म

ऑनग्रिड सिस्टम में सोलर पैनल द्वारा बनाई जाने वाली बिजली को ग्रिड एक साथ शेयर किया जाता है, इस शेयर होने वाली बिजली को कैलकुलेट करने का काम नेट मीटर द्वारा किया जाता है, ऐसे सिस्टम को लगाने के बाद बिजली के बिल को काफी कम कर सकते हैं। इस योजना में 1kW सोलर सिस्टम पर 30 हजार रुपये, 2kW सोलर सिस्टम पर 60 हजार रुपये एवं 3kW से 10kW सोलर सिस्टम पर 78 हजार रुपये की सब्सिडी प्रदान की जाती है।

एक बार लगाएं सोलर पैनल, सालों-साल मिलेगा लाभ

सोलर सिस्टम को स्थापित करने से कई प्रकार के लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं, सोलर सिस्टम में लगे सोलर पैनल द्वारा कम से कम 25 साल तक फ्री बिजली को प्राप्त किया जा सकता है। से में पैनल के प्रयोग से बिजली के बिल से राहत प्राप्त कर बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। और सोलर एनर्जी का प्रयोग करने से पर्यावरण को भी लाभ होता है, क्योंकि ये उपकरण किसी प्रकार का प्रदूषण उत्पन्न नहीं करते हैं।

Also Readpatanjali-5kw-solar-panel-installation-guide

पतंजलि 5kW सोलर पैनल को लगाने में आने वाले खर्च हो जाने

You might also like

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें