
हरियाणा में नए साल में राज्य सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे (BPL) आने वाले परिवारों के आंकड़ों में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। जनवरी 2025 तक 23 हजार परिवारों को बीपीएल (BPL) श्रेणी से बाहर कर दिया गया है, जिसके चलते इन परिवारों को केंद्र सरकार द्वारा दिया जाने वाला मुफ्त राशन अब बंद कर दिया गया है। इन बदलावों के कारण राज्य में गरीबी रेखा से बाहर उठने वाले परिवारों की संख्या में वृद्धि हुई है, जबकि कुछ जिलों में बीपीएल परिवारों की संख्या में वृद्धि हुई है।
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हिसार जिले में सबसे ज्यादा लोग बीपीएल से बाहर
हरियाणा के हिसार जिले में सबसे अधिक 10,000 से ज्यादा परिवार गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। जनवरी 2025 के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में कुल 52 लाख 916 बीपीएल परिवार थे, जो अब घटकर 51 लाख 78 हजार रह गए हैं। हिसार जिले में बीपीएल परिवारों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिली है, जबकि कई अन्य जिलों में बीपीएल परिवारों की संख्या में इज़ाफा हुआ है।
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राज्य के तीन जिलों में बीपीएल परिवारों की संख्या बढ़ी
हालांकि, हरियाणा के कुछ जिलों में बीपीएल परिवारों की संख्या बढ़ी भी है। इन जिलों में करनाल, कुरुक्षेत्र और पानीपत शामिल हैं, जहां कुल 2632 बीपीएल परिवारों का इजाफा हुआ है। इस दौरान करनाल जिले में 573, कुरुक्षेत्र में 1251 और पानीपत में 808 नए बीपीएल परिवारों की संख्या बढ़ी है। इन आंकड़ों के साथ ही यह स्पष्ट होता है कि राज्य में बीपीएल परिवारों के आंकड़े में उतार-चढ़ाव आ रहे हैं, लेकिन कुल मिलाकर संख्या में गिरावट आई है।
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बीपीएल परिवारों के लिए उपलब्ध सुविधाएं
हरियाणा में बीपीएल परिवारों को कई सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है। इनमें से प्रमुख हैं, प्रति व्यक्ति पांच किलो अनाज निशुल्क वितरण, 40 रुपये प्रति लीटर की दर से दो लीटर सरसों का तेल, और 13.5 रुपये की दर से एक किलो चीनी। इसके अलावा, राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के बीपीएल परिवारों को 100 गज का प्लॉट देने की घोषणा भी की है।
इसके अलावा, उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत बीपीएल परिवारों को 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर मिलते हैं, और चिरायु-आयुष्मान योजना (Chirayu-Ayushman Yojana) के तहत 5 लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज भी मिलता है। ये योजनाएं बीपीएल परिवारों के जीवन स्तर को सुधारने में मदद करती हैं।
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पिछले सालों में बीपीएल परिवारों की संख्या में बढ़ोतरी
हरियाणा में बीपीएल परिवारों की संख्या में पिछले कुछ सालों में तेजी से वृद्धि हुई है। जनवरी 2022 में बीपीएल परिवारों की संख्या 27 लाख थी, जो जनवरी 2023 में बढ़कर 31.59 लाख हो गई थी। इसके बाद, जुलाई से अक्टूबर 2024 के बीच 4 लाख 84 हजार नए बीपीएल कार्ड धारक जुड़े। जुलाई 2024 में यह आंकड़ा 46.25 लाख और अक्टूबर में 51.09 लाख तक पहुंच गया। इस प्रकार, वर्ष 2024 के पहले 10 महीनों में 9 लाख से ज्यादा बीपीएल परिवारों की संख्या बढ़ी।
हरियाणा के बीपीएल परिवारों के लिए क्या हैं प्रमुख योजनाएं?
हरियाणा में बीपीएल परिवारों को कई महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ मिल रहा है। इन योजनाओं का उद्देश्य गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे परिवारों के जीवन को सरल और सुरक्षित बनाना है।
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- हर महीने मुफ्त राशन: बीपीएल परिवारों को हर महीने प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज, 40 रुपये प्रति लीटर की दर से दो लीटर सरसों का तेल और 13.5 रुपये प्रति किलो चीनी दी जाती है।
- 100 गज का प्लॉट: हरियाणा सरकार ने बीपीएल परिवारों को ग्रामीण क्षेत्रों में 100 गज का प्लॉट देने की घोषणा की है।
- उज्ज्वला योजना: इस योजना के तहत 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर मिलते हैं।
- चिरायु-आयुष्मान योजना: बीपीएल परिवारों को इस योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज मिल सकता है।
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बीपीएल परिवारों के लिए भविष्य में क्या हो सकता है?
हालांकि, हरियाणा सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं, लेकिन आने वाले समय में और भी प्रयास किए जा सकते हैं ताकि अधिक से अधिक परिवार गरीबी रेखा से बाहर निकल सकें। राज्य सरकार द्वारा रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, और अन्य क्षेत्रों में सुधार लाने की आवश्यकता है, ताकि अधिक लोग बेहतर जीवन जी सकें।