
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के 6.5 करोड़ से अधिक सदस्यों के लिए बड़ी खुशखबरी है। सरकार अब EPFO के लिए एक ‘ब्याज स्थिरीकरण रिजर्व फंड’ (Interest Stabilisation Reserve Fund) बनाने पर विचार कर रही है, जिससे प्रोविडेंट फंड (PF) योगदान पर स्थिर ब्याज दर सुनिश्चित की जा सकेगी। इस कदम का उद्देश्य EPFO सदस्यों को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाना है और उन्हें लगातार एक निश्चित ब्याज दर प्रदान करना है।
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EPFO Interest Stabilisation Reserve Fund क्यों है जरूरी?
EPFO की ब्याज दरें हर साल बदलती रहती हैं, जिससे खाताधारकों के रिटर्न पर प्रभाव पड़ता है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में EPFO ने 8.25 फीसदी ब्याज दर प्रदान की थी, लेकिन बाजार की अनिश्चितताओं के कारण यह दरें हमेशा स्थिर नहीं रहतीं। ऐसे में, EPFO Interest Stabilisation Reserve Fund के जरिए सदस्यों को एक निश्चित ब्याज दर की गारंटी दी जा सकेगी, भले ही निवेश से मिलने वाला रिटर्न कम क्यों न हो।
कैसे काम करेगा EPFO Interest Stabilisation Reserve Fund?
श्रम और रोजगार मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, EPFO हर साल ब्याज से होने वाली अतिरिक्त आय को एक रिजर्व फंड में जमा करेगा। जब भी EPFO के निवेश पर रिटर्न कम होगा, तब इस फंड से ब्याज की भरपाई की जाएगी। इससे PF खाताधारकों को एक स्थिर ब्याज दर मिलती रहेगी और बाजार में उतार-चढ़ाव का असर उनके रिटर्न पर नहीं पड़ेगा।
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कब तक लागू होगा यह नया नियम?
फिलहाल यह योजना शुरुआती चरण में है और इस पर आंतरिक अध्ययन जारी है। अगर सब कुछ योजना के अनुसार चलता है और EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) से मंजूरी मिल जाती है, तो इसे 2026-27 से लागू किया जा सकता है। गौरतलब है कि CBT की अध्यक्षता श्रम और रोजगार मंत्री करते हैं और उनके नेतृत्व में ही इस योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।
EPFO की ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव का इतिहास
EPFO की ब्याज दरों का इतिहास काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। 1952-53 में EPFO की ब्याज दर 3 फीसदी थी, जो 1989-90 में 12 फीसदी तक पहुंच गई थी। यह दर 2000-01 तक बनी रही, लेकिन 2001-02 में घटकर 9.5 फीसदी हो गई। 2021-22 में यह दर 8.1 फीसदी तक गिर गई, जिसके बाद इसे 2023-24 में 8.25 फीसदी कर दिया गया। 28 फरवरी 2025 को होने वाली CBT की बैठक में 2024-25 के लिए भी इसी ब्याज दर को बनाए रखने की संभावना है।
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PF खाताधारकों के लिए ATM सुविधा भी जल्द
EPFO सदस्य जल्द ही अपने PF खाते से एटीएम के जरिए पैसे निकाल सकेंगे। सरकार इस सुविधा के लिए एक अलग ATM कार्ड जारी करने की योजना पर भी काम कर रही है। यह कदम PF खाताधारकों के लिए वित्तीय लेन-देन को आसान बनाएगा और उन्हें अपने फंड्स तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा।
EPFO Interest Stabilisation Reserve Fund से क्या होंगे फायदे?
EPFO Interest Stabilisation Reserve Fund के लागू होने से PF खाताधारकों को कई फायदे मिलेंगे। सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि उन्हें बाजार की अस्थिरता से बचाव मिलेगा और उनका निवेश सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा, एक स्थिर ब्याज दर मिलने से वे अपने वित्तीय भविष्य की बेहतर योजना बना सकेंगे।
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EPFO के भविष्य के कदम
EPFO न केवल ब्याज दर स्थिरीकरण फंड पर काम कर रहा है, बल्कि डिजिटल सेवाओं को बेहतर बनाने और सदस्यों को अधिक सुविधा देने की दिशा में भी काम कर रहा है। PF खाते से एटीएम के जरिए पैसे निकालने की योजना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। आने वाले समय में EPFO और भी कई नई सुविधाएं ला सकता है, जिससे सदस्यों का अनुभव बेहतर हो सके।