
जामनगर और आसपास के क्षेत्रों में सौर ऊर्जा (Solar Energy) की ओर रुझान तेजी से बढ़ रहा है। लोग प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना (PM Surya Ghar Yojana) के तहत रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) को अपनाकर अपने बिजली बिल को शून्य कर रहे हैं। जामनगर PGVCL (Paschim Gujarat Vij Company Limited) के अधिकारी असित व्यास के अनुसार, यह योजना भारी बिजली बिल से राहत दिलाने में वरदान साबित हो रही है।
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जामनगर के साथ-साथ देवभूमि द्वारका और पूरे हालार क्षेत्र में लोग इस योजना को बड़े पैमाने पर अपना रहे हैं। सरकार द्वारा सब्सिडी (Subsidy) के साथ इस योजना को लागू करने से अधिक से अधिक उपभोक्ता सोलर रूफटॉप (Solar Rooftop) स्थापित कर रहे हैं, जिससे उन्हें मुफ्त बिजली मिलने के साथ-साथ अतिरिक्त बिजली बेचने का भी अवसर मिल रहा है।
सोलर पैनल से बिजली उत्पादन और लाभ
जामनगर और आसपास के इलाकों में इस योजना से हजारों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। अब तक 10,902 उपभोक्ताओं ने अपने घरों पर 38503 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल स्थापित कर लिए हैं। इसके अलावा, 14153 उपभोक्ताओं ने इस योजना के तहत आवेदन किया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, एक किलोवाट का सोलर पैनल प्रतिदिन 4 से 6 यूनिट बिजली उत्पन्न कर सकता है। इस प्रकार, घरों में बिजली के उपयोग के बाद बची हुई बिजली PGVCL के ग्रिड में भेजी जा सकती है, जिससे उपभोक्ताओं को आर्थिक लाभ भी मिलेगा।
सरकार की सब्सिडी और सहायता राशि
इस योजना को और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए सरकार ने आर्थिक सहायता (Financial Assistance) की भी घोषणा की है। इस योजना के तहत सब्सिडी निम्न प्रकार से दी जाती है:
- 1 किलोवाट सोलर पैनल – ₹30,000 की सब्सिडी
- 2 किलोवाट सोलर पैनल – ₹60,000 की सब्सिडी
- 3 किलोवाट सोलर पैनल – ₹78,000 की सब्सिडी
सरकार द्वारा यह सहायता राशि उपभोक्ताओं के खाते में सीधे स्थानांतरित कर दी जाती है। सोलर पैनल स्थापित करने के बाद कुछ समय सीमा के भीतर यह सब्सिडी मिल जाती है।
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सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया
अगर कोई उपभोक्ता इस योजना का लाभ उठाना चाहता है, तो उसे किसी सरकारी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं है। आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन (Online Application) है।
- उपभोक्ता को pmsuryaghar.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन (Registration) करना होगा।
- सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एजेंसियों के माध्यम से सोलर पैनल इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया की जाती है।
- इस योजना के तहत बिजली विभाग (Electricity Department) द्वारा अधिकृत कंपनियों को काम सौंपा गया है, ताकि पूरी प्रक्रिया सुगम और पारदर्शी रहे।
बिजली उत्पादन से कमाई का अवसर
इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि उपभोक्ता बिजली बेचकर आय भी अर्जित कर सकते हैं। यदि किसी उपभोक्ता ने अपनी आवश्यकता से अधिक क्षमता का सोलर रूफटॉप लगवाया है, तो अतिरिक्त बिजली PGVCL को बेची जा सकती है।
- PGVCL द्वारा 1 यूनिट बिजली की खरीद कीमत ₹2.25 निर्धारित की गई है।
- उपभोक्ता अतिरिक्त बिजली उत्पन्न कर ग्रिड में भेज सकते हैं और उससे आर्थिक लाभ कमा सकते हैं।
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इससे न केवल बिजली बिल की बचत होती है, बल्कि एक नया आय स्रोत (Income Source) भी बनता है, जिससे लोग आर्थिक रूप से अधिक सशक्त हो रहे हैं।
लोगों के बढ़ते रुझान और योजना की सफलता
हालार और देवभूमि द्वारका क्षेत्रों में इस योजना को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। अब तक 10,000 से अधिक उपभोक्ता इस योजना का लाभ लेकर बिजली बिल में भारी राहत पा चुके हैं।
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विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में सोलर एनर्जी (Solar Energy) भारत में बिजली की आवश्यकताओं को पूरा करने का एक महत्वपूर्ण साधन बनेगी। प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य हर घर को बिजली में आत्मनिर्भर बनाना है, जिससे भारत ग्रीन एनर्जी (Green Energy) की दिशा में तेजी से बढ़ सके।