
अयोध्या के राम मंदिर में महाकुंभ शुरू होने के बाद से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। 26 जनवरी 2025 से अब तक रोजाना लगभग एक करोड़ रुपये का चढ़ावा चढ़ रहा है। इस बढ़ती समर्पण राशि की गणना के लिए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने नौ स्थायी स्टाफ के अलावा तीन दर्जन अतिरिक्त कर्मचारी तैनात किए हैं।
अयोध्या राम मंदिर में चढ़ावे की राशि लगातार बढ़ रही है, जिससे मंदिर प्रशासन और बैंकिंग व्यवस्था के लिए इसे संभालना चुनौती बन गया है। हालांकि, SBI ने अपनी व्यवस्थाओं को मजबूत करते हुए अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति कर इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने की योजना बनाई है। श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति से यह स्पष्ट है कि राम मंदिर आने वाले वर्षों में भी देश-विदेश के भक्तों के लिए प्रमुख धार्मिक केंद्र बना रहेगा।
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श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के साथ चढ़ावे में जबरदस्त उछाल
राम मंदिर के प्रति भक्तों की श्रद्धा और भक्ति का असर मंदिर में हो रहे चढ़ावे पर भी स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। महाकुंभ 2025 के दौरान लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं, जिससे मंदिर में चढ़ावे की राशि भी रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच रही है।
सूत्रों के अनुसार, अयोध्या राम मंदिर में प्रतिदिन लगभग एक करोड़ रुपये की समर्पण राशि एकत्र हो रही है। श्रद्धालु नकदी के अलावा आभूषण और अन्य कीमती वस्तुएं भी मंदिर में दान कर रहे हैं।
एसबीआई ने चढ़ावे की गिनती के लिए बढ़ाई टीम
बढ़ते चढ़ावे की गिनती और उसके प्रबंधन के लिए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपनी व्यवस्था को मजबूत किया है। SBI ने पहले से तैनात नौ स्थायी कर्मचारियों के साथ तीन दर्जन अतिरिक्त कर्मियों को भी नियुक्त किया है, ताकि समर्पण राशि की सही और तेजी से गणना की जा सके।
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बैंक प्रशासन के अनुसार, मंदिर में चढ़ावे की रिकॉर्डिंग और गणना के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, दान राशि को सुरक्षित रखने और उसे बैंकिंग प्रक्रिया के तहत उचित रूप से ट्रांसफर करने के लिए सख्त नियमों का पालन किया जा रहा है।
महाकुंभ 2025: आस्था का महासंगम
अयोध्या में महाकुंभ 2025 का आयोजन हो रहा है, जिसके चलते लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि आस्था का महासंगम भी है। सरकार और मंदिर प्रशासन द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है ताकि सभी भक्तों को दर्शन में कोई कठिनाई न हो।
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मंदिर प्रशासन के अनुसार, चढ़ावे के बढ़ते स्तर को देखते हुए समर्पण राशि को व्यवस्थित रूप से मैनेज करने के लिए बैंक और सुरक्षा एजेंसियों के साथ तालमेल बनाया गया है। इस दौरान अत्याधुनिक तकनीकों का भी सहारा लिया जा रहा है, जिससे दान की सही गणना हो सके।
अयोध्या में भक्तों की भारी भीड़, व्यवस्थाओं को किया गया मजबूत
राम मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। महाकुंभ की वजह से देश-विदेश से लाखों लोग यहां पहुंच रहे हैं। मंदिर प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। सुरक्षा के लिए ड्रोन और आधुनिक सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जा रही है।
इसके अलावा, यातायात और भीड़ नियंत्रण को लेकर भी विशेष उपाय किए गए हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
मंदिर को मिल रहा है अपार दान
श्रद्धालु केवल नकदी ही नहीं, बल्कि आभूषण, सोने-चांदी के सिक्के और अन्य मूल्यवान वस्तुएं भी चढ़ावे में समर्पित कर रहे हैं। कुछ प्रमुख दानदाताओं ने मंदिर के विकास और सेवाओं के लिए करोड़ों रुपये दान दिए हैं।
मंदिर प्रशासन का कहना है कि चढ़ावे का उपयोग मंदिर की देखरेख, भव्य निर्माण कार्यों और धार्मिक आयोजनों में किया जाएगा। इसके अलावा, इस राशि से गरीब और जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए भी योजनाएं बनाई जा रही हैं।