
गर्मियों का मौसम दस्तक दे चुका है और तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। चिलचिलाती धूप और उमस से बचने के लिए एयर कंडीशनर (AC) की जरूरत हर किसी को महसूस होने लगी है। पिछले कुछ सालों में भीषण गर्मी के चलते एसी की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है। इस बार भीषण गर्मी की भविष्यवाणी की जा रही है, इसलिए अगर आप भी नया एसी खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको इन्वर्टर एसी (Inverter AC) और नॉन इन्वर्टर एसी (Non-Inverter AC) में अंतर जरूर जान लेना चाहिए।
इन्वर्टर एसी क्या होता है?
इन्वर्टर एसी एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस होता है, जो इलेक्ट्रिक वोल्टेज, करंट और फ्रीक्वेंसी को नियंत्रित करता है। यह एसी लगातार काम करता है और कमरे के तापमान के अनुसार कंप्रेसर की स्पीड को कम या ज्यादा करता है।
इन्वर्टर एसी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह ऊर्जा की बचत करता है और बिजली की खपत को कम करता है। यह न केवल बेहतर कूलिंग प्रदान करता है बल्कि बिजली के बिल को भी कम रखता है। हालांकि, इन्वर्टर एसी की कीमत नॉन इन्वर्टर एसी की तुलना में अधिक होती है, लेकिन इसकी लाइफ स्पैन भी ज्यादा होती है।
नॉन इन्वर्टर एसी क्या होता है?
नॉन इन्वर्टर एसी की कार्यप्रणाली इन्वर्टर एसी से अलग होती है। इसमें तापमान को नियंत्रित करने के लिए ऑन और ऑफ का विकल्प दिया जाता है। जब कमरे का तापमान बढ़ता है तो यह एसी अपने आप ऑन हो जाता है और जब ठंडक हो जाती है तो यह बंद हो जाता है।
इस प्रक्रिया की वजह से कमरे के तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है और एसी ज्यादा बिजली की खपत करता है। नॉन इन्वर्टर एसी इन्वर्टर एसी की तुलना में सस्ता होता है लेकिन इसकी लाइफ स्पैन भी कम होती है।
कौन सा एसी खरीदना फायदेमंद रहेगा?
अगर आपका बजट अधिक है और आप लंबी अवधि के लिए एक बेहतर एसी खरीदना चाहते हैं, तो इन्वर्टर एसी आपके लिए अच्छा विकल्प होगा। यह बिजली की खपत को कम करता है और कूलिंग भी शानदार देता है।
वहीं, अगर आपका बजट सीमित है और आप कम खर्च में एसी खरीदना चाहते हैं, तो नॉन इन्वर्टर एसी भी एक ऑप्शन हो सकता है। हालांकि, इसका बिजली बिल ज्यादा आएगा और इसकी उम्र भी कम होती है।