
नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने कामकाज को और सरल और डिजिटल बनाने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। EPFO ने ऑटोमेटिक मोड के तहत इस वित्तीय वर्ष में 2.16 करोड़ एडवांस निकासी दावों का निपटारा किया है। यह संख्या पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में निपटाए गए 89.52 लाख दावों से कहीं अधिक है। श्रम और रोजगार मंत्री शोभा करंदलाजे ने लोकसभा में इस उपलब्धि की जानकारी दी।
यह भी देखें: Bank Holiday April: अप्रैल में बैंक रहेंगे पूरे 5 दिन बंद! कहीं आपकी ज़रूरी ट्रांजैक्शन न अटक जाए
ऑटोमेटिक मोड से निकासी प्रक्रिया में तेजी
EPFO ने बीमारी, मकान, शिक्षा और शादी जैसी आवश्यकताओं के लिए किए जाने वाले निकासी दावों को ऑटोमेटिक मोड में डाल दिया है, जिससे अब ये तीन दिनों में ही निपटा दिए जाते हैं। इसके अलावा, एडवांस पेमेंट की सीमा को भी बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है, जिससे अधिक सदस्यों को लाभ मिल सके।
मंत्री के अनुसार, EPFO अपने कार्यों को तेज और डिजिटल बनाने की दिशा में लगातार प्रयास कर रहा है, जिससे सदस्यों को बिना किसी परेशानी के सुविधाएं प्राप्त हो सकें।
EPFO में जानकारी अपडेट करना हुआ आसान
EPFO ने सदस्यों की जानकारी को अपडेट करने की प्रक्रिया को भी सरल बना दिया है। अब यदि किसी सदस्य का आधार कार्ड वेरिफाइड है, तो वह अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) में खुद ही बदलाव कर सकता है। पहले इस प्रक्रिया के लिए EPFO के हस्तक्षेप की आवश्यकता होती थी, लेकिन अब यह स्वत: ही हो सकता है।
यह भी देखें: हरियाणा की महिलाओं को 1 लाख तक का बिना ब्याज लोन, जानें कैसे मिलेगा फायदा
इसके चलते, 96% सुधार कार्य EPFO ऑफिस में जाए बिना ही पूरे हो जाते हैं। वहीं, 99% से अधिक दावे ऑनलाइन ही जमा किए जाते हैं। EPFO के अनुसार, मार्च 2025 तक 7.14 करोड़ दावे ऑनलाइन फाइल किए गए हैं, जो डिजिटल कार्यप्रणाली की सफलता को दर्शाता है।
ट्रांसफर क्लेम के नियमों में बदलाव से मिली राहत
पहले ट्रांसफर क्लेम के लिए आधार वेरिफाइड UAN को नियोक्ता से अटेस्ट करवाना अनिवार्य था, लेकिन अब यह नियम हटा दिया गया है। इससे EPFO के सदस्यों को काफी सुविधा हुई है और वे बिना किसी अतिरिक्त प्रक्रिया के अपने फंड का ट्रांसफर कर सकते हैं।
गलत लिंक हुए खातों को अलग करने की सुविधा
EPFO ने उन सदस्यों के लिए एक नई सुविधा शुरू की है, जिनके खाते गलती से किसी संस्थान से जुड़ गए थे। अब वे अपने खाते को अलग (डीलिंक) कर सकते हैं। यह सुविधा 18 जनवरी 2025 को शुरू हुई थी और फरवरी के अंत तक 55,000 से अधिक सदस्यों ने अपने खाते को अलग कर लिया। इस प्रक्रिया से EPFO खातों का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित कर रहा है।
यह भी देखें: बिजली चोरों की अब खैर नहीं! विभाग ने तैयार की लिस्ट, बड़े स्तर पर होगी कार्रवाई
अपफ्रंट वैलिडेशन: गलत दावों से मिलेगी राहत
EPFO ने अपफ्रंट वैलिडेशन नाम की एक नई प्रणाली शुरू की है, जिससे अब सदस्यों को पहले ही बता दिया जाएगा कि उनका दावा सही है या नहीं। इससे गलत दावे करने से बचा जा सकता है और समय की बचत भी होगी।
EPFO के डिजिटल कदमों से लोगों को मिल रहा फायदा
EPFO लगातार अपने डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहा है। ऑटोमेटिक दावों की प्रक्रिया, ऑनलाइन सुधार, और अपफ्रंट वैलिडेशन जैसी पहलें इसकी सफलता को दर्शाती हैं। EPFO की यह कोशिश है कि वह अपने सदस्यों को तेज, आसान और पारदर्शी सेवाएं प्रदान करे।