
गर्मी का मौसम शुरू होते ही कई तरह की सेहत से जुड़ी समस्याएं भी तेजी से बढ़ने लगती हैं. जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, तेज धूप और उमस शरीर को अंदर से कमजोर करने लगते हैं. ऐसे में अगर सतर्कता न बरती जाए तो ये परेशानियां गंभीर बीमारियों का रूप ले सकती हैं. खासकर लू लगना, डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) और फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) गर्मियों में सबसे आम समस्याएं बन जाती हैं. इनसे बचने के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
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लू लगना: तेज धूप से सबसे बड़ा खतरा
गर्मी में सबसे आम और खतरनाक समस्या होती है लू लगना (Heat Stroke). जब शरीर अत्यधिक गर्मी और उमस के संपर्क में आता है, तब उसका तापमान सामान्य से बहुत अधिक बढ़ जाता है. यह स्थिति शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक होती है. लू लगने के लक्षणों में तेज सिरदर्द, चक्कर आना, कमजोरी, थकावट और कभी-कभी बुखार भी शामिल हैं.
विशेषज्ञों के अनुसार, लू से बचने के लिए जरूरी है कि दोपहर के समय जब धूप सबसे तेज हो (दोपहर 12 से 3 बजे तक), तब बाहर निकलने से बचें. अगर निकलना ही पड़े तो सिर को ढंककर बाहर जाएं. हल्के और ढीले कपड़े, टोपी या छाते का इस्तेमाल करें और भरपूर मात्रा में पानी पिएं. नारियल पानी, शिकंजी और घरेलू पेय पदार्थ शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं और इलेक्ट्रोलाइट्स की भरपाई करते हैं.
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डिहाइड्रेशन: पानी की कमी शरीर को कर सकती है कमजोर
गर्मी के मौसम में सबसे अधिक जो समस्या देखने को मिलती है, वह है डिहाइड्रेशन (Dehydration) यानी शरीर में पानी और लवणों की कमी. दिल्ली के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. अजय कुमार के अनुसार, अत्यधिक पसीने के कारण शरीर से जरूरी मिनरल्स बाहर निकल जाते हैं, जिससे सिरदर्द, कमजोरी, चक्कर आना और होंठ सूखने जैसे लक्षण सामने आते हैं.
इससे बचने का सबसे बेहतर उपाय है कि दिनभर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं. इसके अलावा जूस, छाछ, नींबू पानी और फलों का सेवन करें, जो शरीर को हाइड्रेट रखते हैं. एक जरूरी सलाह यह भी है कि बाहर का तला-भुना खाना न खाएं, क्योंकि इससे पाचन संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं और डिहाइड्रेशन की स्थिति और बिगड़ सकती है.
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फूड पॉइजनिंग: बासी और दूषित खाना बन सकता है खतरा
गर्मी के मौसम में खाने की गुणवत्ता सबसे ज्यादा प्रभावित होती है. तापमान ज्यादा होने से खाना जल्दी खराब हो जाता है, जिससे फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) की संभावना बढ़ जाती है. फूड पॉइजनिंग के सामान्य लक्षणों में पेट दर्द, उल्टी, दस्त, कमजोरी और बुखार शामिल हो सकते हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मियों में बासी खाना, सड़क किनारे खुला खाना और दूषित पानी से पूरी तरह बचना चाहिए. ताजा और साफ खाना खाएं. खाना खाने से पहले हाथ धोना न भूलें. खाने को ढककर रखें और रेफ्रिजरेटर में स्टोर करें ताकि बैक्टीरिया पनप न सकें.
गर्मी में हेल्दी लाइफस्टाइल ही है असली सुरक्षा
गर्मी के मौसम में बीमारियों से बचने के लिए जरूरी है कि हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाई जाए. शरीर को हाइड्रेट रखें, संतुलित और हल्का खाना खाएं और जितना संभव हो, तेज धूप से दूर रहें. अगर किसी तरह की समस्या अधिक बढ़ती है तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें. सही समय पर उपचार ही बड़ी परेशानी से बचने का सबसे बेहतर उपाय है.
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गर्मी का मजा तभी लिया जा सकता है, जब शरीर स्वस्थ रहे. इसलिए इस मौसम में छोटी-छोटी सावधानियां बरतना जरूरी है. जैसे हम रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) की ओर बढ़ रहे हैं, वैसे ही गर्मी से लड़ने के लिए हमें प्राकृतिक उपायों और सतर्क जीवनशैली की ओर बढ़ना होगा.