
उत्तराखंड के सरकारी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे मेधावी छात्रों के लिए राज्य सरकार ने एक बेहद लाभकारी योजना शुरू की है—मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना। इस योजना का उद्देश्य उच्च शिक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को आर्थिक सहयोग देना और उन्हें और बेहतर करने के लिए प्रेरित करना है। अगर आप उत्तराखंड के निवासी हैं, सरकारी कॉलेज में पढ़ते हैं, और आपकी पढ़ाई में रुचि और प्रदर्शन शानदार है, तो राज्य सरकार आपके लिए हर महीने हजारों रुपये की स्कॉलरशिप देने को तैयार है।
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हर महीने मिलेंगे 5,000 रुपये तक, कोर्स टॉप करने पर मिलेंगे 60,000 रुपये
मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रों को न सिर्फ मासिक छात्रवृत्ति दी जाती है, बल्कि अगर कोई छात्र अपने कोर्स में टॉप करता है तो उसे एकमुश्त इनाम के रूप में 60,000 रुपये तक की राशि भी मिलती है। यही नहीं, अगर छात्र की हाजिरी 75% से अधिक रहती है और वह अपने विषय में टॉप 10% छात्रों में आता है, तो अतिरिक्त 1,500 रुपये प्रति माह भी मिलते हैं।
योजना की शुरुआत और उद्देश्य
इस योजना की शुरुआत शैक्षणिक सत्र 2023-24 से हुई है। इसका मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के युवाओं को उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना है। स्कॉलरशिप की राशि सीधे DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से छात्रों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
किन छात्रों को मिलेगा लाभ?
मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना के तहत प्रत्येक स्ट्रीम के टॉप-3 छात्रों को यह लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में टॉप करने वाले छात्रों को अलग से एकमुश्त इनाम मिलेगा। स्कॉलरशिप पाने के लिए छात्रों की हाजिरी 75% से ज्यादा होनी चाहिए और पिछले वर्ष का प्रदर्शन भी न्यूनतम तय मानकों के अनुसार होना चाहिए।
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स्कॉलरशिप राशि का पूरा ब्योरा
- ग्रेजुएशन प्रथम वर्ष में 12वीं कक्षा में 80% से अधिक अंक लाने वाले छात्रों को मासिक रूप से ₹3000, ₹2000 और ₹1500 (क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के अनुसार) दिए जाएंगे।
- ग्रेजुएशन के द्वितीय, तृतीय व अंतिम वर्ष में, यदि पिछले वर्ष में 60% से अधिक अंक आए हों, तो वही राशि मासिक रूप में मिलती है।
- फाइनल ईयर में टॉपर्स को एकमुश्त ₹35,000, ₹25,000 और ₹20,000 (क्रमशः) मिलते हैं।
- पोस्ट ग्रेजुएशन के टॉपर्स को, मासिक ₹5000, ₹3000 और ₹2000 तथा एकमुश्त ₹60,000, ₹35,000 और ₹25,000 की छात्रवृत्ति दी जाती है।
- अतिरिक्त बोनस: हर साल के टॉप 10% छात्रों को जिनकी हाजिरी 75% से अधिक हो, उन्हें ₹1500 प्रति माह अलग से मिलते हैं।
पात्रता की शर्तें क्या हैं?
- छात्र उत्तराखंड का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- सरकारी कॉलेज या विश्वविद्यालय में रेगुलर छात्र के रूप में दाखिला लिया हो।
- ग्रेजुएशन प्रथम वर्ष के लिए 12वीं में कम से कम 80% अंक होने चाहिए।
- बाकी वर्षों के लिए पिछली कक्षा में 60% अंक आवश्यक हैं।
- छात्र की सालभर की हाजिरी 75% या उससे अधिक होनी चाहिए।
- छात्र के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।
- अंक उसी परीक्षा में आए होने चाहिए जो पहली बार दी गई हो।
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आवेदन प्रक्रिया कैसे है?
इस योजना के लिए आवेदन समर्थ पोर्टल (Samarth Portal) के माध्यम से किया जाता है। पहले छात्र को पोर्टल पर New User Registration करना होता है। इसके बाद:
- रोल नंबर, जन्मतिथि, और कैप्चा कोड डालकर रजिस्ट्रेशन करें
- OTP वेरिफिकेशन के बाद पासवर्ड बनाएं
- लॉगिन कर के Apply for Scheme पर क्लिक करें
- आवश्यक जानकारी भरें और डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें
- अंतिम चरण में Final Submit करें
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- उत्तराखंड का निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- शैक्षणिक प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
- कॉलेज एडमिशन से संबंधित दस्तावेज
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पैसा कब और कैसे मिलेगा?
कॉलेज और तीन स्तर की समिति द्वारा आवेदन की सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चयनित छात्रों की सूची कॉलेज वेबसाइट और नोटिस बोर्ड पर जारी की जाती है। इसके बाद DBT के माध्यम से राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाती है। स्कॉलरशिप का भुगतान वर्ष में दो बार किया जाता है। योजना का शैक्षणिक सत्र 1 जुलाई से 30 जून तक माना जाता है।