MP के 42 जिलों में भारी बारिश और ओले गिरने का अलर्ट! अगले 48 घंटे रहें सतर्क – IMD की चेतावनी

गर्मी से मिलेगी राहत या बढ़ेगा किसानों का संकट? मौसम विभाग ने ग्वालियर, भोपाल, छिंदवाड़ा सहित दर्जनों जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है… जानिए कब और कहां बरसेगा कहर, फसलों पर मंडरा रहा खतरा!

Photo of author

Written byRohit Kumar

verified_75

Updated on

MP के 42 जिलों में भारी बारिश और ओले गिरने का अलर्ट! अगले 48 घंटे रहें सतर्क – IMD की चेतावनी
MP के 42 जिलों में भारी बारिश और ओले गिरने का अलर्ट! अगले 48 घंटे रहें सतर्क – IMD की चेतावनी

MP के 42 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अगले 48 घंटे तक बादल छाए रहने और बारिश के साथ-साथ ओले गिरने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में एक बार फिर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और टर्फ लाइन के सक्रिय होने से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। इससे प्रदेशवासियों को अप्रैल की चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।

किन जिलों में बरसेंगे बादल और गिरेंगे ओले?

मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को प्रदेश के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में मौसम पूरी तरह से बदला रहेगा। चंबल और नर्मदापुरम संभागों के अलावा रीवा और जबलपुर संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश, तेज आंधी और ओले गिरने की चेतावनी दी गई है।

Earthnewj से अब व्हाट्सप्प पर जुड़ें, क्लिक करें

जिन जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अनुमान है, उनमें श्योपुर, मुरैना, भिंड, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली शामिल हैं। इसके अलावा भोपाल, उज्जैन और जबलपुर जैसे बड़े शहरों में भी मौसम में भारी बदलाव देखने को मिलेगा।

गेहूं की फसल पर मंडराया खतरा

इस समय प्रदेश के खेतों में गेहूं की कटाई का काम जोरों पर है। ऐसे में अगर इन जिलों में बारिश और ओले गिरते हैं तो फसलों को भारी नुकसान पहुंच सकता है। किसानों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि अगर यह मौसमी घटनाएं तेजी से होती हैं तो फसल उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।

तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार, आगामी तीन दिनों में दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है। फिलहाल प्रदेश में चल रही तेज लू और गर्मी के बीच यह बदलाव लोगों को कुछ राहत दे सकता है। इसके बाद तापमान में धीरे-धीरे फिर से बढ़ोतरी होनी शुरू हो जाएगी।

Also Readदिल्ली की महिलाएं ध्यान दें, अगर आपके पास नहीं हैं ये 5 जरूरी डॉक्यूमेंट, तो नहीं मिलेंगे ₹2500

दिल्ली की महिलाएं ध्यान दें, अगर आपके पास नहीं हैं ये 5 जरूरी डॉक्यूमेंट, तो नहीं मिलेंगे ₹2500

अप्रैल की गर्मी ने किया बेहाल

अभी तक अप्रैल के महीने में MP के कई जिलों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। ग्वालियर, भोपाल, जबलपुर और रीवा जैसे शहरों में दिन के समय लू का कहर देखने को मिल रहा है, जिससे लोग घर से बाहर निकलने में झिझक रहे हैं। सड़कों पर सन्नाटा और दुकानों पर ठंडे पानी, कोल्ड ड्रिंक्स की मांग तेजी से बढ़ी है। ऐसे में यह बारिश लोगों को राहत जरूर दे सकती है।

मौसम परिवर्तन की वजह: वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और टर्फ

मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि इस बार मौसम में जो बदलाव हो रहा है, उसकी वजह वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) और टर्फ लाइन का सक्रिय होना है। इसके चलते बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलने का सिलसिला शुरू हो सकता है। 12 और 13 अप्रैल को प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम का मिजाज बदला रहेगा और यह स्थिति तीन दिन तक बनी रह सकती है।

तीन दिन बाद फिर से लौटेगी गर्मी

हालांकि इस बदलाव के बाद धीरे-धीरे गर्मी दोबारा बढ़ेगी। मौसम विभाग ने साफ किया है कि यह राहत कुछ दिनों के लिए ही है। गर्म हवाएं और धूप फिर से दस्तक दे सकती हैं। इसलिए इस अस्थायी ठंडक का ज्यादा फायदा उठाने की सलाह दी जा रही है, खासकर किसानों को अपने अनाज को सुरक्षित स्थानों पर रखने का सुझाव दिया गया है।

Also Readरिचार्ज की झंझट खत्म! पूरे 365 दिन चलने वाले ये 4 महंगे प्लान दे रहे ढेर सारे फायदे

रिचार्ज की झंझट खत्म! पूरे 365 दिन चलने वाले ये 4 महंगे प्लान दे रहे ढेर सारे फायदे

You might also like

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें