
गर्मियों का मौसम आते ही एसी-AC की डिमांड तेजी से बढ़ जाती है, लेकिन अगर आप बिना सही टन कैलकुलेशन के एसी खरीद लेते हैं तो या तो कूलिंग पूरी नहीं होगी या बिजली का बिल जेब पर भारी पड़ेगा। इसलिए सही टन का एसी चुनना बेहद जरूरी है। सामान्यत: 1 टन एसी लगभग 120 वर्ग फुट (sq. ft.) क्षेत्रफल को कूल करने में सक्षम होता है। लेकिन केवल रूम साइज के आधार पर टन तय करना पर्याप्त नहीं है, कुछ और अहम फैक्टर्स भी हैं जो एसी की टन क्षमता को प्रभावित करते हैं।
रूम साइज के हिसाब से कितने टन का एसी-AC चुनें?
अगर आपका कमरा 100 से 120 वर्ग फुट के बीच है तो 1 टन एसी पर्याप्त रहेगा। वहीं, 121 से 180 वर्ग फुट के कमरे के लिए 1.5 टन का एसी जरूरी होता है। यदि आपके कमरे का साइज 181 से 240 वर्ग फुट है तो 2 टन का एसी लेना चाहिए। 241 से 300 वर्ग फुट वाले कमरों के लिए 2.5 टन और 301 से 360 वर्ग फुट के लिए 3 टन का एसी उपयुक्त रहेगा। लेकिन इन आंकड़ों के साथ कुछ अतिरिक्त पहलुओं को भी ध्यान में रखना जरूरी है।
छत की ऊंचाई से भी बदलती है टन कैलकुलेशन
सामान्यत: एसी की टन क्षमता को तय करते समय कमरे के फर्श क्षेत्रफल को आधार बनाया जाता है, लेकिन अगर कमरे की छत 10 फीट से अधिक ऊंची है तो एयर वॉल्यूम ज्यादा हो जाता है। इससे ठंडक पहुंचाने में एसी को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में अधिक टन क्षमता वाला एसी खरीदना बेहतर रहेगा।
कमरे में धूप आती है तो 10% टन क्षमता बढ़ाएं
अगर आपके कमरे में दिन भर सीधी धूप आती है, जैसे कि दक्षिण या पश्चिम दिशा में खुलने वाली बड़ी खिड़कियां हों, तो एसी की कूलिंग क्षमता पर इसका प्रभाव पड़ता है। ऐसे में विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि ऐसे कमरे के लिए आप कम से कम 10% अधिक टन क्षमता वाला एसी चुनें, ताकि कूलिंग बनी रहे।
अधिक लोग, अधिक BTU – जानिए कैसे
अगर आपके कमरे में अक्सर ज्यादा लोग रहते हैं, जैसे कि मीटिंग रूम, लिविंग एरिया या जिम, तो कूलिंग जरूरत भी बढ़ जाती है। सामान्य नियम के अनुसार, प्रत्येक अतिरिक्त व्यक्ति के लिए लगभग 600 BTU जोड़ना चाहिए। इससे एसी सही मात्रा में ठंडक दे सकेगा और अधिक लोड से भी बचेगा।
खिड़कियों की संख्या और प्रकार भी जरूरी फैक्टर हैं
अगर कमरे में बड़ी-बड़ी शीशे की खिड़कियां हैं तो सूरज की किरणें अंदर घुसकर कमरे के तापमान को बढ़ा सकती हैं। इससे एसी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और कूलिंग घट जाती है। ऐसे में एसी का टन बढ़ाना उपयोगी रहेगा। खासतौर पर कॉर्नर फ्लैट्स या ऊपरी मंजिलों पर रहने वाले लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।
किचन के पास या एक्टिव रूम हो तो कैलकुलेशन बदल जाता है
अगर आपका कमरा किचन के पास है या ऐसा कमरा है जहां इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज, कंप्यूटर या अन्य हीट पैदा करने वाली चीजें ज्यादा चलती हैं, तो आपको अतिरिक्त टन क्षमता की आवश्यकता होगी। ऐसे कमरे में हीट लोड ज्यादा होता है, इसलिए एसी की क्षमता भी उतनी ही अधिक होनी चाहिए।
सही टन के एसी से होती है बिजली की बचत
अगर आप ओवरकैपेसिटी या अंडरकैपेसिटी एसी लेते हैं तो न सिर्फ ठंडक में फर्क पड़ता है, बल्कि बिजली का बिल भी काफी ज्यादा आता है। सही टन के एसी से कूलिंग प्रभावी होती है और साथ ही बिजली की बचत भी होती है। इससे लंबे समय में आपकी जेब पर भी कम असर पड़ता है और एनवायरनमेंट पर भी पॉजिटिव इम्पैक्ट होता है, खासकर जब आप रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy आधारित एसी या इन्वर्टर टेक्नोलॉजी चुनते हैं।
ज्यादा सटीक कैलकुलेशन के लिए इस्तेमाल करें टूल्स
अगर आप अपने कमरे के लिए बिल्कुल सटीक टन का पता लगाना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन AC टननेज कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं। जैसे ACDirect का कैलकुलेटर काफी उपयोगी है। यह न केवल रूम साइज बल्कि धूप, खिड़की, छत की ऊंचाई, इंसानों की संख्या आदि को ध्यान में रखकर एसी की टन कैलकुलेशन करता है।
जानिए और समझिए, फिर ही करें एसी का चुनाव
कई बार लोग केवल ब्रांड या ऑफर्स देखकर एसी खरीद लेते हैं, लेकिन अगर आप टननेज को नजरअंदाज करते हैं तो कूलिंग और बिजली दोनों पर इसका असर दिखेगा। इसलिए बेहतर है कि आप सभी फैक्टर्स को समझें, अपनी जरूरत के हिसाब से टन तय करें और फिर एसी खरीदें।