
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने वर्ष 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के बाद जारी होने वाली मार्कशीट को और अधिक सुरक्षित, टिकाऊ और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाने के लिए कई बड़े बदलावों की घोषणा की है। इस बार की मार्कशीट न केवल तकनीकी दृष्टि से उन्नत होगी, बल्कि इसके डिज़ाइन और संरचना में भी ऐसे सुधार किए गए हैं जो छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए तय किए गए हैं।
इन बदलावों का उद्देश्य नकल रोकना, मार्कशीट की प्रमाणिकता बढ़ाना और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाना है। ये बदलाव न केवल छात्रों की सुविधा बढ़ाएंगे, बल्कि विश्वविद्यालयों और नौकरी देने वाली संस्थाओं के लिए भी दस्तावेज़ों की सत्यता की जांच करना कहीं अधिक आसान बना देंगे।
बारकोड और डिजिटल सिग्नेचर से मार्कशीट की होगी ऑनलाइन जांच
UPMSP ने इस वर्ष की मार्कशीट में एक महत्वपूर्ण तकनीकी बदलाव किया है, जिसके तहत प्रत्येक मार्कशीट पर एक विशिष्ट बारकोड और डिजिटल सिग्नेचर (Barcode & Digital Signature) जोड़ा गया है। इस तकनीक के माध्यम से कोई भी संस्था या व्यक्ति संबंधित वेबसाइट या स्कैनर की मदद से मार्कशीट की वास्तविकता को जांच सकता है।
यह कदम विशेष रूप से उन छात्रों के लिए मददगार साबित होगा जो देश-विदेश में उच्च शिक्षा या नौकरी के लिए आवेदन करते हैं। इससे फर्जी दस्तावेज़ों के चलन पर अंकुश लगेगा और यूपी बोर्ड की विश्वसनीयता बढ़ेगी।
हिंदी और अंग्रेज़ी में अंकित होंगे नाम, दस्तावेज़ मिलान में होगी आसानी
छात्र और उनके माता-पिता के नाम अब से हिंदी और अंग्रेज़ी (Hindi & English) दोनों भाषाओं में अंकित होंगे। यह बदलाव विशेष रूप से पासपोर्ट, प्रवेश परीक्षाओं और नौकरियों में दस्तावेज़ों के मिलान के समय उपयोगी होगा।
अब तक कई बार भाषा के अंतर के कारण नामों में अंतर आ जाता था, जिससे छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। इस द्विभाषीय नाम प्रणाली से यह समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी और दस्तावेज़ों की मान्यता बढ़ेगी।
मजबूत और वाटरप्रूफ पेपर से बनेगी टिकाऊ मार्कशीट
मार्कशीट अब विशेष प्रकार के वाटरप्रूफ और मजबूत पेपर (Waterproof & Durable Paper) पर छापी जाएगी, जो सामान्य कागज की तुलना में कहीं अधिक सुरक्षित होगा। यह न तो आसानी से फटेगा और न ही गीला होने पर खराब होगा।
इस पहल से छात्रों को वर्षों तक अपनी मार्कशीट को सुरक्षित रखने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। पुराने समय की तुलना में अब यह दस्तावेज़ लंबे समय तक सुरक्षित रहेगा और आसानी से क्षतिग्रस्त नहीं होगा।
फोटोकॉपी सुरक्षा से नकली प्रतियों की होगी पहचान
एक और नवाचार जो इस बार की मार्कशीट में शामिल किया गया है, वह है फोटोकॉपी सिक्योरिटी (Photocopy Security) फीचर। अब किसी भी प्रिंटर या ज़ेरॉक्स मशीन से मार्कशीट की कॉपी लेने पर उसमें ‘फोटोकॉपी’ शब्द उभरकर सामने आएगा।
यह फीचर नकली मार्कशीट बनाने वालों पर लगाम लगाएगा और असली व नकली प्रतियों की पहचान करना बेहद आसान बना देगा। इस तकनीक के माध्यम से अब कोई भी संस्थान बिना संदेह के प्रमाणपत्र की सत्यता की जांच कर सकेगा।
अब A4 साइज में होगी मार्कशीट, डॉक्यूमेंटेशन में मिलेगी सहूलियत
पारंपरिक आकार को बदलते हुए अब UPMSP की मार्कशीट A4 साइज (A4 Size Format) में जारी की जाएगी। यह आकार न केवल आधुनिक फॉर्मेट के अनुरूप है, बल्कि इसे फाइलिंग और डॉक्यूमेंटेशन के लिए भी सुविधाजनक माना जाता है।
छात्रों को अब मार्कशीट को फोल्ड करने या विशेष प्रकार की फाइल्स ढूंढने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह साइज ना केवल स्टैंडर्ड है, बल्कि इसकी प्रस्तुति भी पेशेवर दिखती है, जो भविष्य की शैक्षिक और व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करती है।
तकनीकी और डिज़ाइन सुधारों से बढ़ेगा UPMSP का विश्वास और साख
इन सभी बदलावों से यह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद अब न केवल शिक्षा के स्तर को सुधारने पर ध्यान दे रही है, बल्कि दस्तावेज़ों की प्रमाणिकता और स्थायित्व को भी प्राथमिकता दे रही है। इन सुधारों के बाद अब यूपी बोर्ड की मार्कशीट न केवल तकनीकी रूप से आधुनिक होगी, बल्कि वैश्विक मानकों के अनुरूप भी होगी।
छात्रों के लिए यह बदलाव सकारात्मक संकेत हैं कि उनकी योग्यता और प्रमाणपत्र अब और भी अधिक सुरक्षित रहेंगे और किसी भी स्तर पर इनकी विश्वसनीयता पर सवाल नहीं उठेगा।