
नई दिल्ली। देशभर में गर्मी ने अभी से ही अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। तापमान तेजी से बढ़ रहा है और ऐसे में Air Conditioner ही एकमात्र ऐसा विकल्प बनता जा रहा है जो गर्मी से राहत दिला सकता है। अगर आप नया AC खरीदने की सोच रहे हैं या पुराने Air Conditioner को बदलने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आजकल AC में आग लगने की घटनाएं भी बढ़ी हैं, जिसकी वजह से इसकी खरीदारी और भी सतर्कता से करनी चाहिए।
कूलिंग क्षमता (Cooling Capacity) पर दें सबसे ज्यादा ध्यान
AC खरीदते समय आमतौर पर ग्राहक केवल स्टार रेटिंग पर ध्यान देते हैं – जैसे 3 Star या 5 Star – लेकिन Wybor कंपनी के डायरेक्टर गगन प्रीत सिंह मल्होत्रा का कहना है कि इससे भी ज्यादा जरूरी है एयर कंडीशनर की कूलिंग क्षमता (Cooling Capacity)। उन्होंने बताया कि हर AC के साथ उसकी कूलिंग क्षमता लिखी होती है, जिसे ग्राहकों को जरूर देखना चाहिए।
उदाहरण के तौर पर, 1.5 टन के एयर कंडीशनर की कूलिंग क्षमता लगभग 5000 से 5200 वॉट होनी चाहिए। लेकिन आजकल कई कंपनियां 1.4 टन के AC को भी 1.5 टन के नाम से बेच रही हैं, जिनकी कूलिंग क्षमता काफी कम होती है। ऐसे में ग्राहक भ्रमित हो जाते हैं और बाद में उन्हें मनचाही ठंडक नहीं मिलती।
किस क्षेत्र में कौन-सी क्षमता वाला AC खरीदना चाहिए?
उत्तर भारत जैसे क्षेत्र जहां अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है, वहां पर 5000 से 5200 वॉट कूलिंग क्षमता वाला AC ही लेना चाहिए। वहीं अगर आप गुजरात, गोवा, मुंबई या केरल जैसे तटीय और अपेक्षाकृत ठंडे इलाकों में रहते हैं, तो 4500 से 4800 वॉट क्षमता वाला AC भी काफी होता है।
कमरे के साइज के अनुसार चुनें एयर कंडीशनर
गगन मल्होत्रा का कहना है कि AC खरीदने से पहले अपने कमरे का साइज जरूर जान लें। एक डेढ़ टन (1.5 Ton) का एयर कंडीशनर, जिसकी कूलिंग क्षमता 5000 से 5200 वॉट हो, 150 स्क्वायर फीट तक के कमरे के लिए बिल्कुल उपयुक्त होता है। यदि कमरे का आकार छोटा है, जैसे 125 स्क्वायर फीट, तो 4800 वॉट या उससे कम क्षमता वाला AC भी काम कर सकता है। लेकिन अगर नॉर्थ इंडिया में आप ऐसा कम क्षमता वाला AC लगाते हैं, तो ठंडक में कमी महसूस हो सकती है।
वारंटी (Warranty) को न करें नजरअंदाज
Air Conditioner खरीदते समय वारंटी की जानकारी लेना भी बेहद जरूरी है। गगन मल्होत्रा बताते हैं कि आजकल अधिकतर कंपनियां कंप्रेसर पर 10 साल की वारंटी दे रही हैं। खासकर इनवर्टर AC में जो पीसीबी (PCB) लगते हैं, उनकी कीमत बहुत ज्यादा होती है। इसलिए यह जांचना बेहद जरूरी है कि उस पर कितनी वारंटी मिल रही है।
Wybor कंपनी अपने ग्राहकों को 5 साल की कंप्रिहेंसिव वारंटी और 10 साल की कंप्रेसर वारंटी दे रही है, जो कि एक बहुत अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। यदि पीसीबी में खराबी आती है और वारंटी नहीं है, तो ग्राहक को भारी भरकम खर्च उठाना पड़ सकता है।
विंडो AC नहीं, स्प्लिट AC खरीदें
गगन मल्होत्रा के अनुसार अब विंडो एयर कंडीशनर की मांग लगभग समाप्त हो गई है। देशभर में केवल 5% ग्राहक ही विंडो AC खरीद रहे हैं क्योंकि इनमें शोर ज्यादा होता है और बिजली की खपत भी अधिक होती है। इसके विपरीत Split AC न केवल कम शोर करते हैं बल्कि बिजली की खपत भी कम करते हैं।
उन्होंने बताया कि Wybor कंपनी का 1.5 टन इनवर्टर स्प्लिट AC जिसकी कूलिंग क्षमता 5100 वॉट से ज्यादा है, केवल ₹31,000 से ₹32,000 में उपलब्ध है। जबकि अन्य कंपनियां इसी तरह के स्पेसिफिकेशन वाले AC को ₹50,000 से अधिक में बेच रही हैं।
AC में आग क्यों लग रही है?
हाल के वर्षों में AC में आग लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। इस पर बात करते हुए गगन मल्होत्रा ने बताया कि अधिकतर मामलों में आग इसलिए लग रही है क्योंकि ग्राहक AC की समय पर सर्विसिंग नहीं करवाते। और अगर करवाते भी हैं तो अनधिकृत (Unauthorized) टेक्नीशियन से, जो नकली (Duplicate) पार्ट्स का इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने सलाह दी कि साल में कम से कम दो बार एयर कंडीशनर की सर्विसिंग जरूर कराएं और वो भी केवल ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर से। इससे न केवल AC की लाइफ बढ़ती है, बल्कि आग लगने जैसे खतरों से भी बचाव होता है।