
SSC Exams यानी कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं में अब उम्मीदवारों को एक नई और महत्वपूर्ण प्रक्रिया से गुजरना होगा। आधार वेरिफिकेशन अब एसएससी की सभी परीक्षाओं के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। यह निर्णय केंद्र सरकार द्वारा परीक्षा प्रणाली को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) और रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) के बाद अब SSC ने भी इस डिजिटल पहचान प्रणाली को अपनाने का निर्णय लिया है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और फॉर्म भरते समय आधार वेरिफिकेशन होगा जरूरी
SSC की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, अब से उम्मीदवारों को SSC Exams के लिए ऑनलाइन आवेदन करते समय और फॉर्म भरते समय आधार वेरिफिकेशन कराना होगा। इसका मतलब है कि यदि किसी उम्मीदवार का आधार वेरिफिकेशन पूरा नहीं है, तो उसका आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। यह वेरिफिकेशन SSC की वेबसाइट पर पंजीकरण के समय ही किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि हर उम्मीदवार की पहचान प्रामाणिक और एकीकृत हो।
एग्जाम सेंटर पर भी होगी पहचान की पुष्टि
केवल ऑनलाइन प्रक्रिया ही नहीं, बल्कि परीक्षा के दिन भी एग्जाम सेंटर पर उम्मीदवार की पहचान आधार के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी। यह एक ऐसा कदम है जिससे नकली या फर्जी उम्मीदवारों की पहचान की जा सकेगी और परीक्षा की पारदर्शिता को बनाए रखने में मदद मिलेगी। इससे साइबर क्राइम और इम्पर्सोनेशन जैसे मामलों पर अंकुश लगाना आसान हो जाएगा।
बिना वेरिफिकेशन नहीं माने जाएंगे आवेदन
SSC की इस नई गाइडलाइन के अनुसार, अब किसी भी SSC Vacancy के लिए अप्लाई करने से पहले Aadhaar Verification अनिवार्य होगा। यदि कोई उम्मीदवार यह प्रक्रिया पूरी नहीं करता, तो उसका आवेदन मान्य नहीं माना जाएगा। आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिना आधार वेरिफिकेशन के फॉर्म रिजेक्ट कर दिए जाएंगे।
भारत सरकार से मिली मंजूरी, SSC की डिजिटल पहल
भारत सरकार ने Staff Selection Commission (SSC) को यह अधिकार दिया है कि वह अपनी भर्ती प्रक्रिया में आधार वेरिफिकेशन को अनिवार्य बना सके। यह कदम डिजिटल इंडिया मिशन के तहत उठाया गया है, जिससे सभी सरकारी भर्तियों में उम्मीदवारों की पहचान एक निश्चित और स्वचालित ढंग से हो सके। SSC, जो कि देश की सबसे बड़ी भर्ती एजेंसियों में से एक है, केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में Group B और C श्रेणी के पदों पर नियुक्ति करता है।
वॉलंटरी बेसिस पर सर्टिफिकेशन, लेकिन आवेदन के लिए अनिवार्य
हालांकि आयोग ने यह भी बताया है कि आधार आधारित यह सर्टिफिकेशन वॉलंटरी रहेगा, यानी उम्मीदवारों के पास इसे चुनने का विकल्प होगा। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि आवेदन करते समय यह प्रक्रिया जरूरी कर दी गई है। SSC का मानना है कि यह नया सिस्टम न सिर्फ प्रक्रिया को सरल बनाएगा, बल्कि कैंडिडेट्स की सुरक्षा और डेटा की प्रामाणिकता को भी सुनिश्चित करेगा।
मई 2025 से लागू होगी नई प्रक्रिया
यह नई व्यवस्था मई 2025 से लागू की जा रही है। इसका अर्थ है कि मई 2025 के बाद आयोजित होने वाली सभी SSC Exams में आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा। इससे पहले उम्मीदवारों को समय रहते अपना आधार अपडेट करवाने और वेरिफिकेशन पूरा करने की सलाह दी गई है ताकि आवेदन के समय कोई बाधा न आए।
रिवाइज्ड एग्जाम कैलेंडर जल्द होगा जारी
SSC की ओर से बताया गया है कि जल्द ही रिवाइज्ड एग्जाम कैलेंडर आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। इसमें उन सभी परीक्षाओं की तारीखें और विवरण होंगे जिनमें यह नई प्रणाली लागू होगी। खास तौर पर हवलदार भर्ती 2025 (CBIC और CBN) और Stenographer Grade C & D Exam 2025 की आवेदन प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जा सकती है।
उम्मीदवारों को तैयारी पूरी रखने की सलाह
इस नई प्रणाली के लागू होने से पहले SSC ने सभी उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे अपना आधार वेरिफिकेशन समय रहते पूरा कर लें और साथ ही अपनी परीक्षा की तैयारी को लेकर कोई ढील न दें। आने वाले समय में डिजिटल आधार पहचान के साथ-साथ कंप्यूटर बेस्ड टेस्टिंग (CBT) और E-Admit Card जैसी सुविधाएं भी SSC Exams का हिस्सा होंगी।