
आईपीएल-IPL 2025 के सीजन में एक नई और प्रेरणादायक पहल को जारी रखते हुए बीसीसीआई-BCCI और टाटा ग्रुप ने पर्यावरण को बचाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। हर साल करोड़ों लोग आईपीएल के रोमांचक मुकाबलों का आनंद लेते हैं, लेकिन इस बार क्रिकेट के मैदान पर हो रही हर डॉट बॉल (Dot Ball) एक हरियाली का बीज भी बो रही है।
आईपीएल 2023 में प्लेऑफ मैचों के दौरान इस पहल की शुरुआत हुई थी, लेकिन 2025 के सीजन में इसे और अधिक व्यापक बनाया गया है। बीसीसीआई ने इस साल घोषणा की कि अब हर लीग मैच में भी एक डॉट बॉल पर 500 पौधे लगाए जाएंगे। हालांकि शुरुआत में यह स्पष्ट नहीं था कि ये पौधे देश में कहां लगाए जा रहे हैं, लेकिन अब इस पर से पर्दा हट चुका है।
देश के किन हिस्सों में लगाए जा रहे हैं पौधे, बीसीसीआई ने दी जानकारी
आईपीएल के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें इस पहल से जुड़ी पूरी जानकारी साझा की गई है। बीसीसीआई और टाटा ग्रुप के संयुक्त प्रयास से यह पर्यावरणीय अभियान पूरे देश में लागू किया गया है। अभी तक इस सीजन में चार लाख से ज्यादा पौधे लगाए जा चुके हैं, जो आईपीएल-IPL और विमेंस प्रीमियर लीग-WPL में फेंकी गई डॉट बॉल्स के बदले में रोपे गए हैं।
वीडियो में यह बताया गया कि केरल, असम और गुजरात जैसे राज्यों में पौधारोपण किया गया है। इन क्षेत्रों में डॉट बॉल्स के अनुपात में पेड़-पौधे लगाए जा रहे हैं और उनकी उचित देखभाल भी सुनिश्चित की जा रही है। बीसीसीआई का कहना है कि जिस तरह आईपीएल में युवा खिलाड़ियों की देखभाल की जाती है, उसी तरह इन पौधों की भी देखरेख की जा रही है ताकि वे स्वस्थ रूप से विकसित हो सकें।
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आईपीएल की ग्रीन इनिशिएटिव ने कैसे बदली खेल की परिभाषा
हर बार जब कोई गेंदबाज बल्लेबाज़ को रन नहीं बनाने देता और वह गेंद डॉट बॉल में तब्दील होती है, तो मैदान पर ग्रीन कलर का चिन्ह स्कोरकार्ड पर उभरता है। यह सिर्फ खेल का एक हिस्सा नहीं, बल्कि एक प्रतीक बन चुका है—हर डॉट बॉल अब धरती को थोड़ा और हरा-भरा करने की दिशा में एक कदम है।
यह इनिशिएटिव रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लक्ष्यों के अनुरूप है। जहां क्रिकेट को एक व्यवसायिक और मनोरंजक खेल माना जाता है, वहीं इस पहल ने इसे एक सामाजिक और पर्यावरणीय ज़िम्मेदारी से जोड़ दिया है। बीसीसीआई और टाटा ग्रुप का यह कदम एक उदाहरण बन रहा है कि बड़े आयोजन किस प्रकार धरती के भविष्य के लिए योगदान दे सकते हैं।
सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक हरित क्रांति
बीसीसीआई और टाटा ग्रुप की इस साझेदारी ने यह दिखा दिया है कि कैसे खेल सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं रहते। अब क्रिकेट सिर्फ दर्शकों को रोमांचित करने का साधन नहीं, बल्कि समाज को जागरूक करने और बदलाव लाने का एक प्रभावशाली माध्यम बन चुका है। आईपीएल जैसे बड़े प्लेटफॉर्म से जुड़े इस इनिशिएटिव ने लाखों लोगों को प्रेरित किया है।
हर साल लाखों डॉट बॉल्स डाली जाती हैं और यदि हर एक के बदले पौधा लगाया जाए तो यह देशभर में एक विशाल हरित क्षेत्र तैयार कर सकता है। चार लाख से अधिक पौधों का लगाया जाना न केवल एक संख्या है, बल्कि यह संकेत है उस भविष्य की ओर, जिसमें खेल और पर्यावरण हाथों में हाथ डाले चलेंगे।
भविष्य की दिशा में बीसीसीआई का विजन
आईपीएल 2025 में डॉट बॉल्स पर पौधारोपण की यह नीति भविष्य के टूर्नामेंट्स के लिए भी मिसाल बन रही है। बीसीसीआई का विजन है कि आने वाले वर्षों में इस पहल को और अधिक राज्यों और क्षेत्रों तक फैलाया जाए। साथ ही इस इनिशिएटिव को और भी अधिक व्यवस्थित, तकनीकी और निगरानीपूर्ण बनाया जाए, ताकि पौधों की देखभाल सही तरीके से होती रहे।
इस पहल का विस्तार न केवल खिलाड़ियों और दर्शकों को जोड़ रहा है, बल्कि पूरे देश को एक हरे और स्वस्थ भारत की दिशा में ले जा रहा है। यह एक क्रिकेट टूर्नामेंट से कहीं आगे की सोच है—एक हरित क्रांति की शुरुआत।