आपका स्मार्टफोन आपकी जासूसी तो नहीं कर रहा? ऐसे करें चेक और जानें कैसे बंद करें ये खतरनाक सेटिंग

क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी निजी बातें सुनकर ही आपको वही विज्ञापन क्यों दिखते हैं? कहीं आपका स्मार्टफोन हर पल आपको सुन तो नहीं रहा? इस खुलासे ने मचाया हड़कंप! जानिए वो आसान सेटिंग्स जिन्हें बदलते ही आपकी प्राइवेसी फिर से होगी आपके हाथ में। पूरी जानकारी जानने के लिए अभी पढ़ें

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Written byRohit Kumar

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आपका स्मार्टफोन आपकी जासूसी तो नहीं कर रहा? ऐसे करें चेक और जानें कैसे बंद करें ये खतरनाक सेटिंग
आपका स्मार्टफोन आपकी जासूसी तो नहीं कर रहा? ऐसे करें चेक और जानें कैसे बंद करें ये खतरनाक सेटिंग

आजकल स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि जब आप किसी प्रोडक्ट की बात करते हैं, तो थोड़ी ही देर बाद उससे जुड़े विज्ञापन आपके फोन पर दिखाई देने लगते हैं? यही सवाल आजकल कई लोगों को परेशान कर रहा है – कहीं स्मार्टफोन आपकी निजी बातें तो नहीं सुन रहा?

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यह सवाल पूरी तरह गलत नहीं है। जब हम कोई नया ऐप इंस्टॉल करते हैं, तो अक्सर वह हमसे माइक्रोफोन, कैमरा, लोकेशन जैसी परमिशन मांगता है। कई बार हम बिना पढ़े ही ‘Allow’ पर क्लिक कर देते हैं। यही से हमारी निजता (Privacy) पर खतरा शुरू हो जाता है।

आज हम जानेंगे कि कैसे चेक करें कि आपका फोन आपकी बातें सुन रहा है या नहीं और अगर सुन रहा है तो उसे कैसे रोका जाए।

कैसे सुनता है स्मार्टफोन आपकी बातें

जब आप किसी ऐप को माइक्रोफोन एक्सेस की अनुमति देते हैं, तो वह ऐप आपके आसपास की आवाजों को सुन सकता है। जैसे ही आप किसी खास ब्रांड, प्रोडक्ट या सेवा की बात करते हैं, वह डेटा किसी सर्वर पर भेजा जा सकता है और फिर उसके आधार पर आपको विज्ञापन दिखाए जाते हैं।

हालांकि, कई टेक कंपनियां यह दावा करती हैं कि वे आपकी जानकारी को सुरक्षित रखती हैं, लेकिन कई मामलों में यह देखा गया है कि ऐप्स बैकग्राउंड में आपकी बातचीत सुन सकते हैं।

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ऐप इंस्टॉल करते समय सतर्क रहें

जब भी आप कोई नया ऐप इंस्टॉल करें, तो ध्यान दें कि वह कौन-कौन सी परमिशन मांग रहा है। अगर कोई फोटो एडिटिंग ऐप माइक्रोफोन की परमिशन मांगता है, तो यह थोड़ा संदिग्ध हो सकता है।

स्मार्टफोन यूज़र्स को चाहिए कि वे ऐप इंस्टॉल करते समय या उसके बाद जाकर सेटिंग्स में जाकर चेक करें कि कौन-कौन से ऐप्स को माइक्रोफोन एक्सेस मिला हुआ है।

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ऐसे चेक करें कौन सा ऐप माइक्रोफोन एक्सेस कर रहा है

एंड्रॉयड फोन में:

  1. फोन की ‘Settings’ में जाएं
  2. ‘Privacy’ या ‘Permissions Manager’ पर टैप करें
  3. ‘Microphone’ को सिलेक्ट करें
  4. यहां आपको उन ऐप्स की लिस्ट मिलेगी जिन्हें माइक्रोफोन की अनुमति दी गई है
  5. जिन ऐप्स को अनुमति नहीं देनी है, उनका एक्सेस ‘Deny’ कर दें

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iPhone में:

  1. ‘Settings’ खोलें
  2. ‘Privacy & Security’ में जाएं
  3. ‘Microphone’ पर टैप करें
  4. देखें कौन-कौन से ऐप्स को एक्सेस मिला है और अनचाहे ऐप्स को ऑफ कर दें

ऐप्स की बैकग्राउंड एक्टिविटी पर भी रखें नजर

कई बार ऐप्स माइक्रोफोन एक्सेस के अलावा बैकग्राउंड में भी एक्टिव रहते हैं और डेटा इकट्ठा करते हैं। ऐसे में आपको अपने फोन की बैकग्राउंड ऐप्स की एक्टिविटी भी समय-समय पर चेक करनी चाहिए।

सिर्फ भरोसेमंद ऐप्स का करें इस्तेमाल

Google Play Store और Apple App Store पर कई ऐसे ऐप्स होते हैं जो दिखने में सही लगते हैं लेकिन उनका मकसद सिर्फ आपकी जानकारी चुराना होता है। इसलिए हमेशा ऐप डाउनलोड करने से पहले उसके डेवलपर की जानकारी, रेटिंग और रिव्यू जरूर चेक करें।

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टारगेटेड विज्ञापन का ये भी हो सकता है कारण

आपका ब्राउज़र हिस्ट्री, सर्च पैटर्न, और आपकी खरीदारी की आदतें भी आपके स्मार्टफोन को संकेत देती हैं कि आपको किस चीज में रुचि है। ऐसे में टारगेटेड विज्ञापन सिर्फ माइक्रोफोन से नहीं, बल्कि कई दूसरे तरीकों से भी आपको दिखाए जा सकते हैं।

निजता के लिए बढ़ाएं सतर्कता

डिजिटल युग में प्राइवेसी की कीमत बहुत अधिक है। जितना आप सतर्क रहेंगे, उतनी ही आपकी निजी जानकारी सुरक्षित रहेगी। माइक्रोफोन एक्सेस बंद करना इसका पहला और अहम कदम हो सकता है।

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