
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) में एक बार फिर बड़ा घपला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में फैमिली आईडी सत्यापन के दौरान पता चला कि 5143 दंपति ऐसे हैं जो नियमों को दरकिनार करते हुए पति-पत्नी दोनों इस योजना का लाभ ले रहे थे। कृषि विभाग ने इसे बड़ी अनियमितता मानते हुए इन सभी मामलों की जांच शुरू कर दी है और अब इन अपात्र लाभार्थियों के खिलाफ सख्त एक्शन की तैयारी की जा रही है।
गाजीपुर में पंजीकृत किसानों की संख्या 5.10 लाख, 4.42 लाख को मिली 19वीं किस्त
गाजीपुर जिले में पीएम किसान योजना के अंतर्गत कुल 5.10 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया हुआ है। इनमें से 4.42 लाख किसानों को हाल ही में योजना की 19वीं किस्त जारी की गई है। लेकिन फैमिली आईडी सत्यापन के दौरान सामने आया कि कई दंपति नियमों का उल्लंघन करते हुए एक ही परिवार से दो बार लाभ ले रहे थे, जो कि योजना की पात्रता शर्तों के खिलाफ है।
एक परिवार से केवल एक व्यक्ति को ही मिल सकता है योजना का लाभ
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत वर्ष 2019 में की गई थी। इस योजना के तहत सरकार हर पात्र किसान को सालाना ₹6000 की सहायता तीन किस्तों में देती है। लेकिन इसका स्पष्ट नियम है कि एक परिवार से केवल एक ही व्यक्ति योजना का लाभ ले सकता है। ऐसे में पति-पत्नी दोनों द्वारा अलग-अलग किस्तें लेना योजना का उल्लंघन माना जाएगा। गाजीपुर में सामने आए 5143 मामलों में इस नियम की अनदेखी की गई है।
कृषि विभाग ने शुरू की कार्रवाई, ब्लॉक स्तर पर होगी गहन जांच
गाजीपुर के कृषि उपनिदेशक अतींद्र सिंह के अनुसार, इन मामलों को गंभीरता से लिया गया है। विभाग अब ब्लॉक स्तर पर अपात्र लाभार्थियों की जांच कर रहा है। जांच में यदि यह पुष्टि हो जाती है कि दंपति ने जानबूझकर नियमों का उल्लंघन कर योजना का दोहरा लाभ लिया है, तो उनमें से एक को अपात्र घोषित कर उसका भुगतान रोका जाएगा और अतिरिक्त प्राप्त की गई राशि की वसूली की जाएगी।
विस्तृत फार्मर रजिस्ट्री के जरिए होगी पहचान, भूमि और परिवार का डेटा होगा दर्ज
कृषि विभाग अब जिले के सभी किसानों की विस्तृत फार्मर रजिस्ट्री तैयार कर रहा है। इस रजिस्ट्री में किसानों की जमीन, परिवार की संरचना और पते की पूरी जानकारी दर्ज की जाएगी, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सके। यह कदम योजना की पारदर्शिता बढ़ाने और अपात्र लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
नए 8000 किसानों ने किया आवेदन, दस्तावेजों की जांच जारी
गाजीपुर जिले में करीब 8000 नए किसानों ने भी पीएम किसान योजना के लिए आवेदन किया है। इन आवेदनों पर कृषि विभाग द्वारा दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है। पात्र पाए जाने पर इन किसानों को योजना में शामिल किया जाएगा और उन्हें भी कृषि सहायता प्रदान की जाएगी।
पीएम किसान सम्मान निधि की पात्रता और उद्देश्य
PM Kisan Samman Nidhi Yojana का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान कर कृषि निवेश और घरेलू खर्चों में मदद करना है। पात्रता की बात करें तो इस योजना के तहत केवल वे किसान शामिल किए जाते हैं जिनके पास दो हेक्टेयर तक भूमि हो और परिवार में कोई सदस्य संवैधानिक पद पर न हो, न ही कोई सदस्य ग्रुप ‘घ’ से ऊपर का सरकारी कर्मचारी या ₹10,000 से अधिक पेंशन पाने वाला हो। योजना का मूल लक्ष्य किसानों को कर्ज के बोझ से राहत देना और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है।
गाजीपुर में मिली गड़बड़ी ने उठाए सवाल, सरकार के लिए सबक
गाजीपुर जिले में सामने आए इस फर्जीवाड़े ने सरकार और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि समय रहते यह गड़बड़ी न पकड़ी जाती तो इससे सरकारी खजाने को बड़ा नुकसान हो सकता था। अब विभाग द्वारा किए जा रहे सत्यापन और रजिस्ट्री प्रक्रिया को अन्य जिलों में भी लागू करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है ताकि योजना का लाभ सही लोगों तक पहुंचे और अपात्र लाभार्थी बाहर हो सकें।