
देश में गम और गुस्से का माहौल उस वक्त और बढ़ गया जब जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई निर्दोषों की जान चली गई। इस आतंकी वारदात के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इस कड़ी में सिंधु जल समझौता रद्द करने से लेकर पाकिस्तानियों के वीजा रद्द करने जैसे कड़े फैसले लिए गए हैं। वहीं अब इसका असर खेल जगत, खासकर क्रिकेट की दुनिया में भी दिखने लगा है।
Dream11 ने PSL को अपने प्लेटफॉर्म से हटाया
फैंटेसी स्पोर्ट्स की दुनिया में सबसे लोकप्रिय ऐप Dream11 ने एक बड़ा फैसला लेते हुए Pakistan Super League (PSL) को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है। अब Dream11 पर PSL के किसी भी मैच के लिए यूजर्स टीम नहीं बना सकेंगे। इसका सीधा असर उन करोड़ों यूजर्स पर पड़ेगा जो PSL के दौरान Fantasy Cricket में हिस्सा लेकर अपनी पसंदीदा टीम बनाकर लाखों-करोड़ों जीतने का सपना देख रहे थे।
यह फैसला न सिर्फ यूजर्स के लिए एक झटका है, बल्कि पाकिस्तान क्रिकेट के लिए भी बड़ा नुकसान साबित हो सकता है। Dream11 जैसे बड़े प्लेटफॉर्म से PSL का हटना, उसकी वैश्विक पहुंच को सीधे प्रभावित करेगा।
PSL की डिजिटल स्ट्रीमिंग भी हुई बंद
Dream11 के इस फैसले के बाद एक और बड़ा कदम Fancode की ओर से उठाया गया है। Sports broadcasting प्लेटफॉर्म Fancode ने भी PSL की स्ट्रीमिंग को तत्काल प्रभाव से रोकने का ऐलान कर दिया है। अब से Fancode पर Pakistan Super League के किसी भी मैच की लाइव स्ट्रीमिंग नहीं की जाएगी।
Fancode द्वारा PSL की डिजिटल स्ट्रीमिंग रोकने का निर्णय पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के राजस्व मॉडल पर सीधा प्रभाव डालेगा। PSL की स्ट्रीमिंग बंद होने से डिजिटल दर्शकों की संख्या में भारी गिरावट आ सकती है, जो PSL की ब्रांड वैल्यू को कमजोर कर सकती है।
भारत में PSL को लेकर घटती लोकप्रियता
जहां एक ओर IPL (Indian Premier League) की लोकप्रियता दुनियाभर में चरम पर है, वहीं PSL की भारत में पकड़ कमजोर होती जा रही है। अब Dream11 और Fancode के इस फैसले के बाद PSL की भारत में स्थिति और भी कठिन हो सकती है। भारत में Fantasy Sports का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और Dream11 इसका बड़ा हिस्सा है। ऐसे में Dream11 का PSL से किनारा करना, एक रणनीतिक और भावनात्मक दोनों प्रकार का कदम माना जा सकता है।
आतंकी हमले के बाद सरकार और निजी क्षेत्र की सख्ती
पहलगाम आतंकी हमले के बाद जिस तरह से भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाए हैं, उसी तरह अब निजी क्षेत्र भी अपनी भूमिका निभा रहा है। Dream11 और Fancode जैसे प्लेटफॉर्म्स का PSL से दूरी बनाना, यह दर्शाता है कि अब भारत की जनता और कंपनियां पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट होकर कड़ा संदेश देना चाहती हैं।
PSL की आर्थिक सेहत पर मंडराते संकट
Pakistan Super League के लिए यह घटनाक्रम बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। पहले से ही सीमित संसाधनों में चल रही यह लीग अब वैश्विक प्लेटफॉर्म्स से बाहर हो रही है, जिससे इसके प्रायोजकों, डिजिटल पार्टनर्स और स्टेकहोल्डर्स को बड़ा नुकसान हो सकता है।
PSL का आर्थिक मॉडल काफी हद तक डिजिटल व्यूअरशिप और स्पॉन्सरशिप पर आधारित है। Dream11 और Fancode के इस फैसले के बाद PSL के रेवेन्यू में करोड़ों का नुकसान हो सकता है। इससे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की वित्तीय स्थिति भी प्रभावित हो सकती है।
IPL बनाम PSL: अब और बढ़ेगा फासला
IPL और PSL की तुलना पहले से होती रही है, लेकिन अब इन दोनों लीगों के बीच का फासला और भी बढ़ जाएगा। एक ओर IPL की लोकप्रियता हर साल नए रिकॉर्ड तोड़ रही है, वहीं दूसरी ओर PSL को अब अपने अस्तित्व की चिंता सताने लगी है।
Dream11 का IPL के साथ बना रहना और PSL से नाता तोड़ लेना, यह स्पष्ट संकेत है कि भारतीय बाजार में कौन-सी लीग ज्यादा भरोसेमंद और असरदार है। PSL को अब अपनी रणनीति पर गंभीरता से विचार करना होगा, वरना यह लीग सिर्फ पाकिस्तान तक सीमित होकर रह जाएगी।
भारत-पाक क्रिकेट रिश्तों पर फिर पड़ी दरार
इस घटनाक्रम से भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध और भी तनावपूर्ण हो सकते हैं। पहले ही दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट बंद है, और अब फैंटेसी स्पोर्ट्स और डिजिटल स्ट्रीमिंग के स्तर पर भी दूरियां बढ़ती जा रही हैं। इसका असर भविष्य में दोनों देशों के खिलाड़ियों के आपसी संबंधों और टूर्नामेंट्स में भागीदारी पर भी पड़ सकता है।