
उन्नाव जिले में Zero Poverty Survey ने उन बुजुर्गों के लिए उम्मीद की नई किरण जगाई है जो अब तक वृद्धावस्था पेंशन से वंचित थे। 60 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे 2545 बुजुर्ग, जिन्हें पात्र होने के बावजूद अब तक पेंशन नहीं मिल रही थी, अब इस योजना के अंतर्गत लाभान्वित होंगे। यह योजना न केवल बुजुर्गों के लिए वरदान साबित हो रही है बल्कि अति निर्धन और आवासहीन परिवारों को भी लाभ पहुंचा रही है।
1037 ग्राम पंचायतों में हुआ सर्वे, चिन्हित हुए 25925 गरीब परिवार
जनपद उन्नाव की कुल 1037 ग्राम पंचायतों में बीते चार माह से Zero Poverty Yojana के तहत सर्वे अभियान चलाया गया। इस दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत से न्यूनतम 15 और अधिकतम 25 अति निर्धन परिवारों को चयनित किया गया। इस त्रिस्तरीय सर्वे और सत्यापन प्रक्रिया के बाद 25925 गरीब ग्रामीण परिवारों को योजना में शामिल किया गया। इनमें से 2545 बुजुर्गों के लिए अब वृद्धावस्था पेंशन का रास्ता साफ हो गया है।
पहले नहीं मिल रही थी पेंशन, अब होगा भुगतान
चिंताजनक बात यह थी कि ये बुजुर्ग 60 वर्ष की उम्र पार कर चुके थे, फिर भी पेंशन से वंचित थे। शासन की Zero Poverty योजना अब इन्हें पेंशन दिलाने का मार्ग प्रशस्त कर रही है। जिला प्रशासन और समाज कल्याण विभाग ने मिलकर यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजना से वंचित न रहे।
अपात्र और मृतक पेंशनरों को हटाया जाएगा सूची से
Zero Poverty Survey के बाद समाज कल्याण विभाग ने एक और अहम निर्णय लिया है। अब National Old Age Pension Scheme के तहत चल रही पेंशन सूची में से उन लाभार्थियों को हटाया जा रहा है जो या तो मृतक हैं या अपात्र पाए गए हैं। उनकी जगह पर अब इन नए पात्र बुजुर्गों को शामिल किया जा रहा है। इससे न केवल बजट का सही उपयोग होगा, बल्कि वास्तविक जरूरतमंदों तक ही सहायता पहुंचेगी।
12070 परिवारों को मिलेंगे मकान
Zero Poverty योजना का लाभ केवल बुजुर्गों तक ही सीमित नहीं है। इस योजना के अंतर्गत अब तक 12070 अति निर्धन और आवासहीन परिवारों को भी चिह्नित किया गया है जिन्हें आवास योजना के अंतर्गत घर प्रदान किए जाएंगे। इससे इन परिवारों के जीवन स्तर में सुधार आने की पूरी संभावना है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए शुरू हुआ सत्यापन कार्य
समाज कल्याण विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए पेंशन सूची के लाभार्थियों का पुनः सत्यापन शुरू कर दिया गया है। जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. नीलम सिंह ने जानकारी दी कि जनपद उन्नाव में 126229 पेंशनरों का सत्यापन 25 मई 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। यह कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है ताकि अपात्र व्यक्तियों को योजना से बाहर कर सही लाभार्थियों को लाभ दिया जा सके।
योजना की पारदर्शिता बनी सबसे बड़ी ताकत
Zero Poverty योजना की सबसे बड़ी ताकत उसकी पारदर्शिता है। ग्राम पंचायत स्तर पर दो चरणों में हुए सर्वे, त्रिस्तरीय सत्यापन प्रक्रिया, और स्पष्ट लाभार्थी सूची ने इसे एक आदर्श योजना बना दिया है। इससे यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि योजना का लाभ उन्हीं तक पहुंचे जो वास्तव में इसकी पात्रता रखते हैं।
पेंशन की प्रक्रिया में तेजी, जल्द मिलेगी सहायता राशि
सत्यापन प्रक्रिया पूरी होते ही पात्र बुजुर्गों को पेंशन भुगतान शुरू कर दिया जाएगा। इससे न केवल उन्हें आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि वे आत्मनिर्भर जीवन जीने में भी सक्षम हो पाएंगे। सरकार की यह पहल ग्रामीण जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है, खासकर उन बुजुर्गों के लिए जो अब तक नजरअंदाज किए जाते रहे थे।
भविष्य में और भी लाभ जोड़ने की तैयारी
Zero Poverty योजना को और व्यापक बनाने की दिशा में सरकार की तैयारी है। भविष्य में इसे Ration Subsidy, Health Scheme और Renewable Energy जैसे लाभों से जोड़ा जा सकता है। इससे योजना और अधिक प्रभावशाली बन सकेगी और गरीबों के जीवन में वास्तविक सुधार आएगा।