
नई दिल्ली: अब ट्रैफिक नियम तोड़ने पर ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) पर नेगेटिव प्वाइंट्स (Negative Points) मिलेंगे और ज्यादा प्वाइंट्स जमा होने पर आपका लाइसेंस रद्द (License Cancel) भी किया जा सकता है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) जल्द ही इस नए सिस्टम को लागू करने जा रहा है। मोटर व्हीकल एक्ट (Motor Vehicle Act) में संशोधन कर सरकार ‘डेमेरिट और मेरिट पॉइंट सिस्टम’ (Demerit and Merit Point System) को लागू करेगी।
ट्रैफिक नियम उल्लंघन पर होगा अंकन, सीमा पार होने पर रद्द होगा DL
मंत्रालय के अनुसार, ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस पर डेमेरिट प्वाइंट्स जुड़ेंगे। जैसे सिग्नल जंप करना, तेज रफ्तार में वाहन चलाना, गलत दिशा में गाड़ी चलाना जैसे मामलों में चालक को दंडित किया जाएगा। जब ये नेगेटिव प्वाइंट्स एक तय सीमा को पार करेंगे, तो ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया जा सकेगा। यह कदम सड़क दुर्घटनाओं में हो रही लगातार वृद्धि को रोकने के लिए उठाया जा रहा है।
अब जुर्माना नहीं, लाइसेंस रद्द होने का डर बनाएगा अनुशासन
गौरतलब है कि 2019 में भारी जुर्माना लगाने के बाद भी दुर्घटनाओं की संख्या में अपेक्षित कमी नहीं आई है। हर साल लगभग 1.7 लाख लोगों की जान सड़क हादसों में जाती है। ऐसे में मंत्रालय ने माना है कि सिर्फ जुर्माने से बात नहीं बनेगी, जब तक कि चालक को उसके लाइसेंस रद्द होने का भय न हो। इसी दिशा में यह पॉइंट सिस्टम लोगों को ज्यादा जिम्मेदार और अनुशासित बनाएगा।
पॉइंट सिस्टम दुनिया के कई देशों में सफल
ड्राइविंग लाइसेंस पॉइंट सिस्टम पहले से ही ऑस्ट्रेलिया, यूनाइटेड किंगडम (UK), जर्मनी, फ्रांस, ब्राजील और कनाडा जैसे विकसित देशों में लागू है। इन देशों में हर ट्रैफिक उल्लंघन पर प्वाइंट्स दिए जाते हैं और एक निश्चित सीमा पार करने पर सजा दी जाती है। भारत में इस सिस्टम की शुरुआत से सरकार को उम्मीद है कि चालक सतर्क रहेंगे और सड़क नियमों का पालन करेंगे।
एस सुंदर कमेटी की सिफारिशों को मिल रही मंजूरी
सड़क सुरक्षा को लेकर वर्ष 2011 में बनी एस सुंदर कमेटी ने इस तरह के पेनल्टी पॉइंट सिस्टम की सिफारिश की थी। कमेटी ने सुझाव दिया था कि अगर कोई चालक तीन साल के भीतर 12 से अधिक डेमेरिट प्वाइंट्स अर्जित कर लेता है, तो उसका लाइसेंस एक साल के लिए निलंबित कर दिया जाए। यदि निलंबन के बाद भी उस व्यक्ति के खिलाफ फिर से 12 प्वाइंट्स जमा होते हैं, तो उसका ड्राइविंग लाइसेंस पांच साल के लिए रद्द कर देना चाहिए।
अच्छा व्यवहार करने वालों को मिलेगा मेरिट प्वाइंट
जहां एक ओर नियम तोड़ने पर डेमेरिट प्वाइंट्स जुड़ेंगे, वहीं अच्छा ड्राइविंग व्यवहार दिखाने वाले और सड़क पर मददगार साबित होने वाले चालकों को मेरिट प्वाइंट्स दिए जाएंगे। यह सकारात्मक प्रोत्साहन का तरीका होगा, जिससे चालक सिर्फ सजा से नहीं, बल्कि इनाम की चाह में भी जिम्मेदार बनेंगे।
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DL रिन्यूअल के नियम होंगे कड़े, देना होगा टेस्ट
अब ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूअल (DL Renewal) के नियम भी सख्त किए जा रहे हैं। अगर कोई चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता पाया गया है, तो उसे अपने लाइसेंस के नवीनीकरण से पहले ड्राइविंग टेस्ट पास करना होगा। अभी तक रिन्यूअल के लिए ऐसा कोई टेस्ट अनिवार्य नहीं था। मंत्रालय का मानना है कि इससे बार-बार नियम तोड़ने वालों की पहचान की जा सकेगी और उन्हें दोबारा लाइसेंस देने से पहले जाँच की जा सकेगी।
इलेक्ट्रिक वाहनों और लर्नर लाइसेंस के लिए भी होंगे नए प्रावधान
मंत्रालय इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) को लेकर भी नियमों में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। 1,500 वॉट से कम क्षमता वाले और 25 किमी प्रति घंटा से कम स्पीड वाले वाहनों के लिए भी लर्नर लाइसेंस (Learner License) लेना जरूरी होगा। सरकार लर्नर लाइसेंस के लिए भी अलग दिशा-निर्देश जारी करने वाली है ताकि शुरुआत से ही सुरक्षित ड्राइविंग की आदत विकसित हो सके।
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल, अब डिजिटल होगी निगरानी
मंत्रालय इस सिस्टम को तकनीकी रूप से भी सक्षम बना रहा है। अब ट्रैफिक उल्लंघनों को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से रिकॉर्ड किया जाएगा, जिससे पुलिस तुरंत कार्रवाई कर सकेगी। सीसीटीवी फुटेज, रेड लाइट कैमरा और स्पीड मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे तकनीकी उपकरण इस व्यवस्था में अहम भूमिका निभाएंगे।