
शादी के लिए लोन लेना आजकल एक आम चलन बन चुका है। जब सेविंग्स कम पड़ जाए और खर्चों की लिस्ट लंबी हो, तब मैरिज लोन एक भरोसेमंद विकल्प के रूप में सामने आता है। यह लोन असल में पर्सनल लोन की कैटेगरी में ही आता है, लेकिन कुछ बैंक और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (NBFCs) इसे विशेष रूप से मैरिज लोन के नाम से ऑफर करती हैं। इसके लिए कोई संपत्ति गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती, जो इसे काफी सुविधाजनक बनाता है।
मैरिज लोन क्या होता है?
मैरिज लोन, जैसा कि नाम से स्पष्ट है, शादी के खर्चों को पूरा करने के लिए लिया जाने वाला लोन है। इसे अक्सर पर्सनल लोन की ही तरह प्रोसेस किया जाता है, लेकिन इसका उद्देश्य शादी से जुड़े खर्चों को कवर करना होता है। इसमें ब्याज दरें भी लगभग पर्सनल लोन जैसी ही होती हैं और कुछ मामलों में यह थोड़ा ज्यादा भी हो सकता है।
कितना मिल सकता है मैरिज लोन?
मैरिज लोन की राशि आपके प्रोफाइल और बैंक की पॉलिसी पर निर्भर करती है। अगर आप बैंक या NBFC की जरूरी शर्तें पूरी करते हैं, तो आपको ₹5 लाख से लेकर ₹50 लाख तक का लोन मिल सकता है। इस लोन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके लिए कोई सिक्योरिटी या गारंटी जमा नहीं करनी पड़ती, यानी यह पूरी तरह अनसिक्यॉर्ड लोन होता है।
कौन ले सकता है मैरिज लोन?
मैरिज लोन पाने के लिए कुछ बुनियादी शर्तों को पूरा करना जरूरी है। सबसे पहले, आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए और उसकी उम्र 21 से 60 साल के बीच होनी चाहिए। वह किसी सरकारी या प्राइवेट सेक्टर की कंपनी में काम करता हो और कम से कम एक साल तक एक ही कंपनी में कार्यरत रहा हो।
इसके अलावा, मासिक आय ₹15,000 या उससे अधिक होनी चाहिए और हर महीने की सैलरी स्लिप व बैंक स्टेटमेंट जरूरी हैं। आवेदक का क्रेडिट स्कोर 750 या उससे अधिक होना चाहिए। पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी जैसे दस्तावेज अनिवार्य हैं।
किन बैंकों से मिल सकता है मैरिज लोन?
देश के कई प्रमुख बैंक और NBFCs मैरिज लोन की सुविधा देते हैं। ICICI बैंक ₹50,000 से लेकर ₹50 लाख रुपये तक का पर्सनल लोन देता है, जिसकी ब्याज दर 10.85% प्रति वर्ष से शुरू होती है।
Kotak Mahindra Bank ₹50,000 से ₹35 लाख तक का लोन ऑफर करता है। HDFC Bank ₹50 हजार से लेकर ₹40 लाख रुपये तक का लोन देता है। Axis Bank शादी के लिए ₹10 लाख रुपये तक का लोन देता है जबकि Bank of Baroda ₹20 लाख रुपये तक का मैरिज लोन उपलब्ध कराता है।
क्या इस लोन पर टैक्स में छूट मिलती है?
यह जानना जरूरी है कि मैरिज लोन, पर्सनल लोन की श्रेणी में आता है, इसलिए इस पर किसी तरह की टैक्स छूट नहीं मिलती। इसका मतलब है कि आप इस लोन के ब्याज को इनकम टैक्स डिडक्शन में क्लेम नहीं कर सकते।
हां, लोन का टेन्योर (Loan Tenure) आमतौर पर 7 साल तक हो सकता है, जो कि सामान्य पर्सनल लोन की तुलना में थोड़ा ज्यादा है, क्योंकि अधिकतर पर्सनल लोन का टेन्योर 5 साल तक ही होता है।
लोन लेने से पहले किन बातों का रखें ध्यान?
मैरिज लोन की सुविधा जितनी आसान लगती है, उसके साथ कुछ चुनौतियां भी जुड़ी होती हैं। चूंकि यह एक अनसिक्यॉर्ड लोन होता है, इसलिए इसकी ब्याज दरें आमतौर पर अधिक होती हैं। कभी-कभी यह पर्सनल लोन की तुलना में भी ज्यादा महंगी पड़ सकती है।
इस लोन की EMI हर महीने चुकानी होती है, जिससे आपकी लॉन्ग टर्म सेविंग्स पर असर पड़ सकता है। अगर आप समय पर EMI नहीं चुका पाते, तो इससे क्रेडिट स्कोर पर भी नेगेटिव असर पड़ता है और भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो सकता है।
इसलिए, यदि आप लॉन्ग टर्म में EMI चुकाने की आर्थिक क्षमता रखते हैं, तभी इस विकल्प को चुनें।
कैसे करें मैरिज लोन के लिए आवेदन?
मैरिज लोन के लिए आप सीधे बैंक की वेबसाइट पर जाकर या शाखा में जाकर आवेदन कर सकते हैं। ध्यान रहे कि आवेदन की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए आपके पास सभी जरूरी दस्तावेज पहले से तैयार हों। इसमें पहचान पत्र (ID Proof), पता प्रमाण पत्र (Address Proof), पिछले तीन महीने की सैलरी स्लिप और बैंक स्टेटमेंट जरूरी होते हैं।
शादी के कुछ महीने पहले ही यह प्रक्रिया शुरू कर देना बेहतर रहता है, ताकि समय पर फंड मिल सके और शादी की तैयारियों में कोई रुकावट न आए।