
अगर आपने 25 साल पहले हर महीने ₹10,000 की SIP (Systematic Investment Plan) शुरू की होती, तो आज आपकी कुल निवेश राशि ₹29.9 लाख से बढ़कर ₹1.6 करोड़ रुपये से अधिक हो गई होती। यह चमत्कार किया है आदित्य बिड़ला सन लाइफ बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ने, जिसने 25 वर्षों में लगभग 11.7% का कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) दिया है।
यह भी देखें: 108MP कैमरा, दमदार फीचर्स! 15 से 20 हजार की रेंज में Samsung और OnePlus के टॉप स्मार्टफोन
फंड की शुरुआत और उद्देश्य
यह फंड 25 अप्रैल 2000 को लॉन्च हुआ था। इसका मुख्य उद्देश्य निवेशकों को इक्विटी के अपसाइड में भागीदार बनाते हुए उन्हें ज्यादा उतार-चढ़ाव से बचाना है। फंड का डायनामिक एसेट एलोकेशन मॉडल बाजार के वैल्यूएशन के आधार पर इक्विटी और डेट का संतुलन बनाता है। जब बाजार महंगे होते हैं, तो इक्विटी का हिस्सा कम कर दिया जाता है और जब बाजार सस्ते होते हैं, तो उसमें बढ़ोतरी की जाती है। इससे निवेशकों को वोलैटिलिटी से काफी हद तक राहत मिलती है और लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न भी मिलता है।
फंड का प्रदर्शन और स्थिरता
पिछले 9 वर्षों में, इस फंड ने 3 साल की रोलिंग अवधि के 86% से अधिक समय में 8% से ज्यादा का रिटर्न दिया है। साल 2015 से अब तक इसने निफ्टी के औसत रिटर्न का लगभग 80% रिटर्न दिया है, जबकि इसका औसतन नेट इक्विटी एक्सपोजर 52% ही रहा है और Nifty की तुलना में वोलैटिलिटी सिर्फ 66% रही।
यह भी देखें: OnePlus यूजर्स को बड़ा झटका! इन फोन्स को अब नहीं मिलेगा कोई नया अपडेट – देखें पूरी लिस्ट
फंड मैनेजमेंट और AUM
यह फंड फिलहाल हरीश कृष्णन, लवलीश सोलंकी और मोहित शर्मा की टीम द्वारा मैनेज किया जा रहा है। अप्रैल 2025 तक इस फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 7,500 करोड़ रुपये से ज्यादा था, जो निवेशकों के भरोसे का संकेत है।
निवेशकों के लिए सलाह
इस फंड की लंबी अवधि का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि पिछला प्रदर्शन भविष्य की गारंटी नहीं होता। डायनामिक एसेट अलोकेशन फंड्स भी बाजार के जोखिमों से अछूते नहीं होते, और तेजी के दौर में जब इक्विटी अलोकेशन कम होता है, तब ये फंड्स अंडरपरफॉर्म कर सकते हैं। निवेश करने से पहले निवेशकों को अपनी जोखिम लेने की क्षमता समझनी चाहिए और वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लेनी चाहिए।