
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को कहा है, की अगर हिन्दू, बौद्ध और सिख धर्म के अलावा किसी अन्य धर्म के व्यक्ति ने अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र हासिल किया है, तो उसे रद्द कर दिया जाएगा, फडणवीस ने विधान परिषद में कहा की अगर किसी व्यक्ति ने सरकारी नौकरियों जैसे आरक्षण का लाभ हासिल किया है, तो उसके खिलाफ करवाई की जाएगी।
यह भी देखें: अब नहीं पड़ेगी गैस सिलेंडर की जरूरत! यूपी सरकार की नई योजना से जानें कैसे होगा फायदा
क्या कहा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने
फडणवीस ने कहा की राज्य सरकार बलपूर्वक या धोखे से किए जा रहे स्थानांतरण से सम्बंधित मामलों से निपटने के लिए कड़े प्रावधान लाने का विचार कर रही है, और इस संबंध में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा, फडणवीस ने विधान परिषद में एक ध्यानपूर्वक प्रस्ताव पर जवाब देते हुए कहा की राज्य सरकार ने ऐसे मामलों से निपटने के संबंध में सिफारिशें देने के लिए पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था, और उसने अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी और कहा की सरकार अध्य्यन करेगी और आवश्यक बदलाव कर ऐसे प्रावधान लाएगी, जिससे बलपूर्वक या धोखे से धर्मांतरण पर लगाम लगे।
क्या की जाएगी कार्यवाई
मुख्यमंत्री ने कहा की ऐसे मामलों में भारतीय न्याय सहिंता, के तहत करवाई की जा सकती है, लेकिन कई बड़े, प्रावधानों का सुझाव देने के लिए एक पैनल का गठन किया गया है, राज्य सरकार ऐसे मामलों में निपटने के लिए कड़े प्रावधान लाने की मंशा रखती है, और हम जल्द ही इस पर फैसला लेंगे।
यह भी देखें: PMKVY: स्किल ट्रेनिंग, सर्टिफिकेट और हर महीने 8000 रुपये, आज ही करें अप्लाई!
धर्मांतरण पर नेताओं का बयान
भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित गोरखे ने दावा किया है, की पहचान छिपाने वाले ईसाई धार्मिक स्वतंत्रता का दुरूपयोग कर रहे है, और लोग अनुसूचित जाति श्रेणी के तहत आरक्षण का लाभ उठाते, है लेकिन दूरसे धर्मों को मानते है, उन्होनें कहा की ऊपरी तौर से यह लोग अनुसूचित जाति से होते है, और सरकारी नौकरियों में आरक्षण का लाभ उठाते है, चुनावों के दौरान इसका इस्तेमाल करते है, लेकिन गुप्त रूप से धर्म का पालन करते है।
भारतीय नेता और विधान परिषद की निर्दलीय सदस्य चित्र वाघ ने कहा है, की ऐसे कई मामले सामने आएं है, जहां पति ने अपना धर्म छिपाकर धोखे से शादी की, यह मामला सांगली का है, जहां एक महिला एक शादी ऐसे परिवार में कर दी, जो गुप्त रुप से ईसाई धर्म का पालन करता था और उस महिला को प्रताड़ित किया गया और उसका धर्म बदलने के लिए उन्हें मजबूर किया गया, जिस वजह से उस महिला ने आत्महत्या कर ली।
यह भी देखें: PNB Solar Rooftop Loan 2025: 40% सब्सिडी के साथ सोलर पैनल के लिए आवेदन शुरू, जल्दी करें अप्लाई!
फडणवीस ने कहा की कोई भी व्यक्ति अपने धर्म का पालन कर सकता है, और अपनी इच्छा से धर्म परिवर्तन कर सकता है, लेकिन अगर उन्हें मजबूर किया जाता है, धोखा दिया जाता है, या किसी भी तरह का प्रलोभन दिया जाता है, तो कानून इसकी अनुमति नहीं देता।