10 kW कैपेसिटी का सोलर सिस्टम
एक 10 kW क्षमता का सोलर सिस्टम किसी आवासीय, व्यवसायिक एवं उद्योग में इस्तेमाल होने को लेकर बड़ा सोलर सिस्टम रहता है। ये सामान्य रूप से दुकान, उद्योग के उपक्रम अथवा फैक्टरी आदि में लगते है। अब जिनके घरों अथवा कार्यस्थल पर 45 से 50 यूनिट तक की बिजली का प्रतिदिन खर्चा होता हो तो वो बिजली की खपत को 10 kW के सोलर सिस्टम इंस्टाल करके पूरी कर सकेंगे।
इस टाइप के सोलर सिस्टम में सही सूरज की रोशनी में हर दिन करीबन 50 यूनिट तक बिजली पैदा हो पाती है। एक पूर्ण सोलर सिस्टम में सोलर पैनल, सोलर इन्वर्टर, सोलर चार्ज कंट्रोलर एवं सोलर बैटरी आते है। सोलर पैनल भी 2 प्रकार के होते है – पॉलीक्रिस्टलाइन एवं मोनोक्रिस्टलाइन। मोनोक्रिस्टलाइन सोलर सिस्टम को ऊंची दक्षता के लिए जानते है जोकि पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनलों के मुकाबले हल्की धूप में भी बिजली पैदा कर लेता है।
10 kW सोलर पैनल से ऑपरेट होंगे
एक 10kW कैपेसिटी का सोलर सिस्टम हर टाइप के बिजली के उपकरण को पावर देने में सक्षम है। यदि कोई नागरिक ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम को लगा लेता हो तो इस सिस्टम से सब उपकरण चल सकेंगे। चूंकि इस तरह ही सिस्टम में सोलर पैनलों से पैदा होने वाली पावर बिजली के ग्रिड में ट्रांसफर होती है एवं ग्रिड से मिली बिजली का इस्तेमाल होता है।
यदि कोई ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम को इंस्टॉल कर लेता है तो सिस्टम के साथ में 10 kW लोड पर चलने वाले सोलर इन्वर्टर को लगना होगा। इस सिस्टम में बिजली की स्टोरेज के लिए सोलर बैटरी इस्तेमाल होती है जिसमे DC करंट की फॉर्म में स्टोर करते है। इस DC करंट को सोलर इन्वर्टर AC में बदलता है जोकि उपकरणों को बिजली देता है।
10 kW के सोलर सिस्टम पर चलने वाले उपकरणों के नाम देखे,
- LED लाइट
- ट्यूबलाइट
- सोलिंग फैन
- पर्सनल कंप्यूटर एवं लैपटॉप
- LED टेलीविजन
- फ्रिज (500 लीटर)
- कूलर
- AC (2 टन क्षमता)
- म्यूजिक प्लेयर
- सेटअप बॉक्स
- लेज़र प्रिंटर
- जूसर ग्राइंडर
- टोस्टर (800 वाट तक)
- वाशिंग मशीन
10 kW के सोलर सिस्टम पर चलने वाले उपकरण
सोलर सिस्टम में सही क्षमता एवं दक्षता के सोलर इन्वर्टर को प्रयोग करने की एडवाइज देते है जोकि कोई हानि के बगैर ही बिजली के सामने को चला सकेंगे। हर एक बिजली के उपकरण की खास पावर रेटिंग रहती है एवं ओवर लोड से बचाव के लिए सारे उपकरण एक ही समय पर नहीं चलाने चाहिए। ऐसे में सिस्टम फेल कर सकता है।
10 ट्यूब लाइट (प्रत्येक 20 वॉट) | 200 वॉट |
12 लैपटॉप (प्रत्येक 100 वॉट) | 1200 वॉट |
10 सीलिंग पंखे (प्रत्येक 75 वॉट) | 750 वॉट |
2 एलईडी टीवी (प्रत्येक 100 वॉट) | 200 वॉट |
2 रेफ्रिजरेटर (प्रत्येक 200 वॉट) | 400 वॉट |
एयर कंडीशनर (x6) | 7200 वाट |
टोटल बिजली की जरूरत | 9950 वाट |
10 kW सोलर सिस्टम में बेस्ट इन्वर्टर
इस समय मार्केट में काफी कंपनी आधुनिक तकनीक वाले सोलर सिस्टम ला चुकी है जोकि ग्राहकों के बिजली के सामानों को चलाने को लेकर दक्ष सोलर सिस्टम तैयार करने में इस्तेमाल होते है। एक सोलर इन्वर्टर सिस्टम के लोड पर नियंत्रण करने का काम करता है। एक सोलर इन्वर्टर मुख्यतया PWM (पल्स विड्थ मॉड्यूलेशन) एवं MPPT (मैक्सिमम पावर प्वाइंट ट्रैकिंग) तकनीक सहित मौजूद है।
PWM सोलर इन्वर्टर का काम सोलर पैनलों से पैदा हो रही बिजली का नियंत्रण करना है जोकि एक परंपरागत तकनीक है। दूसरी तरफ MPPT एक उन्नत तकनीक है जोकि सोलर पैनलों से पैदा हो रही बिजली एवं वोल्टेज को नियंत्रित करेगा। MPPT सोलर इन्वर्टर की दक्षता PWM सोलर इन्वर्टर से 30 फीसदी अधिक रहती है। 10 kW क्षमता के सोलर सिस्टम में इस सोलर इन्वर्टर को लगाते है।
सेलक्रोनिक फाल्कन 6G प्लस 8kW-48V
ये एक हाईब्रिड सोलर इन्वर्टर होता है जोकि 8 kW तक के लोड को सम्हाल पाता है। एक MPPT तकनीक में इस इन्वर्टर द्वारा 10 kW का लोड सम्हाला जाता है। इस इन्वर्टर में ग्राहकों की सुविधा के लिए एक LCD स्क्रीन होती है। ऑफिसियल वेबसाइट पर इस प्रकार के सोलर इन्वर्टर का मूल्य 1,22,000 रुपए है।
- प्योर साइन वेव आउटपुट
- 10000W वाइड MPPT (120~450VDC) चार्ज कंट्रोलर
- मोबाइल मॉनिटरिंग को लेकर वाईफाई लॉगर जोड़ने वाला बाहरी पोर्ट (मोबाइल एप भी)
- कंट्रोल करने लायक चार्जिंग करंट एवं वोल्टेज
- कंट्रोल करने वाले AC/PV आउटपुट इस्तेमाल टाइमर एवं प्राथमिकता
- घर में बिजली एक सामानों एवं पर्सनल कंप्यूटर के चुनाव लायक इनपुट वोल्टेज रेंज
- अंदरूनी एंटी डेस्क किट
- प्रोग्रामेबल मल्टीपल ऑपरेशन मोड
- 6 यूनिट्स तक पैरेलल ऑपरेशन
- 1 साल की मनुफैक्टर वारंटी।