स्टॉक मार्केट में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारतीय शेयर बाजार में ग्लोबल मार्केट में आई उथल-पुथल और बजट के बाद से गिरावट देखी जा रही है। आज 5:09 बजे तक BSE Sensex 109.09 अंक की गिरावट के साथ 80,039.80 पर और NSE Nifty 7.40 अंक टूटकर 24,406.10 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
लगातार तीसरे दिन लाल निशान में ओपन हुआ मार्केट
भारतीय शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन लाल निशान पर खुला। ग्लोबल मार्केट में मचे कोहराम का असर भारतीय स्टॉक मार्केट पर भी दिखा। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का Sensex 600 अंक टूटकर ओपन हुआ, जबकि निफ्टी 180 अंक फिसल गया। प्रमुख स्टॉक्स जैसे Axis Bank और Tata Steel में सबसे ज्यादा गिरावट आई। बजट पेश होने के बाद से ही बाजार में गिरावट जारी है, और ग्लोबल मार्केट में तबाही ने इस पर और भी असर डाला है।
सेंसेक्स 80,000 के नीचे
गुरुवार को प्री-मार्केट सेशन में ही बाजार में गिरावट के संकेत मिल गए थे। Pre-Open में सेंसेक्स 1002.94 अंक फिसलकर 79,145.94 के लेवल पर खुला, जबकि निफ्टी 248.50 अंक की गिरावट के साथ 24,165 के लेवल पर ओपन हुआ था। सुबह 9 बजे BSE Sensex 619.54 अंक की गिरावट के साथ 79,529.34 पर और NSE Nifty 182.55 अंक टूटकर 24,230.95 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
बजट का असर
23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैपिटल गेन्स टैक्स में इजाफे का ऐलान किया था, जिसके बाद से बाजार में गिरावट जारी है।
10 प्रमुख शेयरों में भारी गिरावट
- Axis Bank Share (5.08%)
- ICICI Bank Share (2.14%)
- Tata Steel Share (1.75%)
- Reliance Share (0. 10%)
- Jindal Steel Share (3.08%)
- SAIL Share ((2.71%)
- Max Health Share (2.12%)
- IGL Share (2.24%)
- JKPaper Share (7.83%)
- Cressan Share (5%)
ग्लोबल मार्केट में भी गिरावट
ग्लोबल मार्केट में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है। S&P 500 में 2.31%, Nasdaq में 3.64% और Dow Jones में 1.25% की गिरावट आई है।
अमेरिकी बाजार में बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट
दुनिया की बड़ी कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट ने अमेरिकी बाजार में हाहाकार मचा दिया। टेस्ला (Tesla) के शेयर में 12.33% की गिरावट आई और ये 215.99 डॉलर प्रति शेयर पर आ गया। इसके अलावा NVIDIA के शेयर में 6.80%, Meta Platforms के शेयर में 5.61% और Alphabet Inc के शेयर में 5% की गिरावट दर्ज की गई।
यह स्थिति दर्शाती है कि भारतीय और वैश्विक बाजार दोनों में अस्थिरता बढ़ी है, और निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।