सोलर पैनलों से भारी बचत कैसे होगी?
सोलर पैनल को विज्ञान की एक आधुनिक खोज माना जाता है। ये पैनलों सूरज की रोशनी को प्राप्त कर सोलर एनर्जी से बिजली पैदा करते हैं। इनका प्रयोग लगभग सभी क्षेत्रों में किया जाता है, सभी प्रकार के विद्युत उपकरणों को चला सकते हैं। सोलर पैनल के प्रयोग से पर्यावरण को भी स्वच्छ एवं सुरक्षित रखा जा सकता है। सोलर पैनल ग्रिड की निर्भरता को कम करते हैं, ऐसे में बिल को भी कम किया जा सकता है। एक बार सोलर पैनल लगाने के बाद लंबे समय तक फ्री बिजली प्राप्त कर सकते हैं।
बिजली की बचत की जानकारी
4kW कैपेसिटी का सोलर पैनल सिस्टम से हर दिन करीब 20 यूनिट तक बिजली पैदा कर सकते हैं। ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने से इससे पैदा होने वाली पावर इलेक्ट्रिक ग्रिड में शेयर की जाती है। इसमें आपके सभी अप्लाइंस ग्रिड की पावर से चलते हैं। एक 4kW का सोलर सिस्टम हर माह में लगभग 600 यूनिट तक पावर जेनरेट कर सकता है।
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम से बिजली की बचत
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में बिल्कुल भी पावर बैकअप नहीं मिलता है, और सिस्टम से पैदा हुई पावर को डायरेक्ट इलेक्ट्रिक ग्रिड में शेयर करते है। नेट मीटरिंग के यूज से सोलर सिस्टम और ग्रिड में शेयर होने वाली पावर की कैलकुलेशन करते हैं। एक 5kW ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम को लगाने का खर्चा करीब 2 लाख से 2.5 लाख रुपए तक हो सकता है।
भारत सरकार की नई पीएम सूर्योदय स्कीम से ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगाकर सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। सरकार 10kW तक के सोलर सिस्टम पर सब्सिडी देगी। 1kW में 30 हजार, 2kW में 60 हजार और 3kW से 10kW में 78 हजार रुपए की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। ये सब्सिडी सोलर सिस्टम का टोटल खर्च कम करती है।
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सोलर सिस्टम लगाने के लॉन्ग-टर्म बेनिफिट
- सोलर सिस्टम तैयार कर रही कंपनियों से सोलर पैनलों में 20 से 30 वर्ष की परफॉर्मेंस वारंटी दी जा रही है। सोलर इन्वर्टर पर 5 सालों की वारंटी मिलती है, तो बैटरी पर 2 से 5 सालों की वारंटी मिल जाती है।
- सोलर सिस्टम में एकमुश्त निवेश कर के लॉन्ग टर्म में फ्री बिजली प्राप्त की जा सकती है। 25 सालों के बाद भी इन पैनलों से उनकी कैपेसिटी से 80% तक पावर जेनरेट होगी। 20 सालों में सोलर पैनलों से करीब 12 लाख रुपए की बचत कर सकते हैं।