
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने Aadhaar card Free Update की समय सीमा को एक बार फिर से आगे बढ़ा दिया है। अब आधार कार्ड को मायआधार पोर्टल (myAadhaar portal) पर ऑनलाइन फ्री में अपडेट करने की अंतिम तारीख 14 जून 2025 कर दी गई है। पहले यह डेडलाइन 14 दिसंबर 2024 थी, जिसे अब 6 महीने और बढ़ाया गया है।
UIDAI द्वारा यह फैसला उन करोड़ों आधारधारकों को राहत देने के उद्देश्य से लिया गया है, जो अब तक अपने आधार कार्ड में जरूरी जानकारी अपडेट नहीं करवा सके हैं। बता दें कि आधार एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है, जिसका उपयोग बैंकिंग, सरकारी योजनाओं, मोबाइल कनेक्शन, और ट्रैवल बुकिंग जैसे कई कार्यों में किया जाता है।
UIDAI ने X पर दी जानकारी
UIDAI ने इस फैसले की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करके दी। इस घोषणा के अनुसार, अब सभी आधारधारक 14 जून 2025 तक अपने दस्तावेज फ्री में ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। यह सुविधा केवल myAadhaar पोर्टल पर ही उपलब्ध है।
हालांकि, यदि कोई व्यक्ति आधार केंद्र जाकर जानकारी अपडेट करवाना चाहता है, तो इसके लिए निर्धारित शुल्क देना होगा। यानी ऑफलाइन अपडेट फ्री नहीं है। यह नियम पहले भी लागू था और अब भी वही जारी रहेगा।
किन दस्तावेजों की होगी जरूरत?
आधार अपडेट के लिए दो जरूरी डॉक्यूमेंट अनिवार्य हैं:
- पहचान प्रमाण (Identity Proof)
- पता प्रमाण (Address Proof)
UIDAI ने यह भी स्पष्ट किया है कि केवल वही जानकारी अपडेट की जा सकती है, जो डेमोग्राफिक श्रेणी में आती है — जैसे नाम, पता, जन्म तिथि, लिंग आदि। बायोमेट्रिक अपडेट के लिए अलग से प्रक्रिया और शुल्क लागू होते हैं।
पहले भी कई बार बढ़ चुकी है डेडलाइन
यह पहली बार नहीं है जब फ्री Aadhaar अपडेट की समयसीमा को बढ़ाया गया है। इससे पहले भी सरकार ने तीन-तीन महीने की अवधि के लिए इस सुविधा को आगे बढ़ाया था। लेकिन इस बार UIDAI ने पूरे 6 महीने का समय देते हुए यह कदम उठाया है, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
क्यों जरूरी है आधार अपडेट कराना?
UIDAI ने यह साफ किया है कि आधार को अपडेट कराना अनिवार्य नहीं है, लेकिन यह अत्यंत लाभकारी हो सकता है, खासकर तब जब आधार पुराना हो या उसमें दर्ज जानकारी में कोई त्रुटि हो।
Aadhaar update कराने से न केवल सरकारी सेवाओं तक पहुंच आसान होती है, बल्कि पहचान और सत्यापन संबंधी दिक्कतें भी कम हो जाती हैं। UIDAI ने सलाह दी है कि कम से कम पहचान और पते संबंधी दस्तावेजों को हर 10 साल में एक बार जरूर अपडेट किया जाना चाहिए, ताकि डेटा की सटीकता बनी रहे।
क्या आधार की कोई वैधता सीमा होती है?
यह सवाल कई बार उठता है कि क्या आधार की कोई वैधता (validity) होती है। UIDAI के अनुसार, आधार की डेमोग्राफिक जानकारी अपडेट किए बिना भी वह मान्य बना रहता है। लेकिन, कई सेवाओं और योजनाओं में अगर जानकारी पुरानी हो या गलत हो, तो दिक्कत आ सकती है। इसलिए पहचान और पता अपडेट कराना self-benefit के लिए जरूरी माना गया है।
टेक्नोलॉजी से आसान हुआ अपडेट प्रोसेस
UIDAI ने आधार से जुड़े ऐप्स और ऑनलाइन सिस्टम को समय के साथ अपग्रेड किया है। अब आधार अपडेट के लिए फेस ऑथेंटिकेशन, QR कोड स्कैनिंग, और अन्य तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इससे न केवल अपडेट प्रक्रिया तेज हुई है बल्कि सुरक्षित भी बनी है।
UIDAI का नया Aadhaar ऐप भी इसी दिशा में एक अहम कदम है, जो डिजिटल इंडिया और डिजिटल ऑथेंटिकेशन को बढ़ावा देता है।
फर्जी आधार और सिक्योरिटी का सवाल
हाल ही में AI टूल्स जैसे ChatGPT के जरिए आधार और पैन कार्ड जैसे डॉक्यूमेंट्स को नकली तरीके से तैयार करने की घटनाएं भी सामने आई हैं। UIDAI और सरकार इस पर सख्त नजर बनाए हुए हैं। आधार अपडेट की सुविधा को फ्री और सुरक्षित रखने के साथ-साथ UIDAI लगातार यूजर्स को फर्जीवाड़े से बचने की चेतावनी भी दे रहा है।