
मार्च का महीना शुरू होते ही तापमान में तेजी से इज़ाफा देखने को मिलता है, और इसी के साथ एयर कंडीशनर (AC) की मांग भी बढ़ जाती है। गर्मी से राहत पाने के लिए जहां लोग AC का इस्तेमाल करते हैं, वहीं इससे जुड़ी एक बड़ी चिंता है बिजली का बढ़ता बिल। ऐसे में यदि आप नया AC खरीदने की सोच रहे हैं या पहले से मौजूद AC का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि एयर कंडीशनर बिजली की कितनी खपत करता है और कैसे आप अपनी बिजली की खपत और खर्च दोनों को कम कर सकते हैं।
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गर्मियों में AC का उपयोग एक आवश्यकता बन जाता है, लेकिन इसका स्मार्ट इस्तेमाल करना जरूरी है ताकि बिजली का बिल जेब पर भारी न पड़े। यदि आप एनर्जी एफिशिएंट और इन्वर्टर टेक्नोलॉजी वाले AC का चुनाव करते हैं और कुछ आसान उपाय अपनाते हैं, तो आप गर्मी से राहत भी पा सकते हैं और बिजली बिल से भी।
AC की पावर खपत कैसे होती है?
AC की बिजली खपत उसकी क्षमता (टन में) और एनर्जी एफिशिएंसी यानी स्टार रेटिंग पर निर्भर करती है। 1 टन से लेकर 2 टन तक के AC मार्केट में आसानी से उपलब्ध हैं। आमतौर पर देखा गया है कि:
- 1 टन का AC लगभग 1.5 किलोवॉट आवर (kWh) यानी हर घंटे 1.5 यूनिट बिजली खर्च करता है।
- 1.5 टन का AC लगभग 2 किलोवॉट आवर (kWh) यानी हर घंटे 2 यूनिट बिजली खपत करता है।
हालांकि, अगर आप 5-स्टार रेटिंग वाला AC खरीदते हैं, तो बिजली की खपत काफी हद तक कम हो सकती है। वहीं 1- या 2-स्टार वाले मॉडल्स ज्यादा बिजली खपत करते हैं।
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रोजाना और मासिक आधार पर AC की बिजली खपत
मान लीजिए कोई व्यक्ति रोजाना 8 घंटे 1.5 टन का AC चलाता है। उस स्थिति में:
- रोजाना की बिजली खपत = 8 घंटे × 2 यूनिट = 16 यूनिट
- महीनेभर (30 दिन) की खपत = 16 × 30 = 480 यूनिट
अगर बिजली का रेट ₹8 प्रति यूनिट है, तो मासिक खर्च होगा:
- 480 यूनिट × ₹8 = ₹3,840 प्रति माह
अब अगर कोई व्यक्ति रोजाना 10 घंटे 1 टन का AC चलाता है:
- रोजाना की खपत = 10 घंटे × 1.5 यूनिट = 15 यूनिट
- महीने की खपत = 15 × 30 = 450 यूनिट
- मासिक खर्च = 450 यूनिट × ₹8 = ₹3,600 प्रति माह
इन्वर्टर AC से होती है बिजली की बचत?
इन्वर्टर टेक्नोलॉजी से लैस AC पारंपरिक AC की तुलना में ज्यादा स्मार्ट और एनर्जी एफिशिएंट होते हैं। इनका कंप्रेसर कमरे के तापमान के हिसाब से अपनी गति को एडजस्ट करता है, जिससे लगातार एक जैसी ठंडक मिलती है और बिजली भी कम लगती है।
यदि कोई व्यक्ति 1.5 टन का इन्वर्टर AC उपयोग करता है, तो वही खपत घटकर 280-320 यूनिट प्रति माह हो सकती है। इसका मतलब है लगभग 30-40% तक बिजली की बचत और बिल में भी काफी अंतर।
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बिजली की खपत कैसे करें कम?
अगर आप चाहते हैं कि AC के इस्तेमाल के बावजूद बिजली का बिल कम आए, तो कुछ आसान उपाय अपनाकर आप यह संभव बना सकते हैं:
- 5-स्टार AC का चुनाव करें: ये ज्यादा ऊर्जा कुशल होते हैं और बिजली की खपत कम करते हैं।
- कमरे को एयरटाइट रखें: दरवाजे और खिड़कियों की अच्छी सीलिंग से ठंडी हवा बाहर नहीं निकलती, जिससे AC को ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती।
- तापमान 24-26 डिग्री पर रखें: जितना कम तापमान सेट करेंगे, उतनी ज्यादा बिजली लगेगी। आदर्श तापमान 24 से 26°C के बीच होना चाहिए।
- सीलिंग फैन का भी उपयोग करें: इससे ठंडी हवा पूरे कमरे में फैलेगी और AC को बार-बार ऑन-ऑफ नहीं करना पड़ेगा।
- फिल्टर की नियमित सफाई: गंदे फिल्टर एयरफ्लो को कम कर देते हैं जिससे AC ज्यादा बिजली खपत करता है।
- पावर सेविंग मोड का उपयोग करें: ECON मोड से कूलिंग में कोई खास अंतर नहीं आता लेकिन बिजली की काफी बचत होती है।
- जब जरूरत न हो तब AC बंद करें: कमरे में कोई न हो तो AC चलाते रहने से फालतू बिजली जाती है।
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किसे खरीदें: इन्वर्टर या नॉन-इन्वर्टर AC?
अगर आपका उपयोग सीमित समय (जैसे 2-4 घंटे) के लिए होता है, तो नॉन-इन्वर्टर AC सस्ता विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर दिन में 6 घंटे या उससे ज्यादा AC का उपयोग होता है, तो इन्वर्टर AC की शुरुआती कीमत ज्यादा होने के बावजूद, बिजली की बचत के कारण वह लंबे समय में फायदे का सौदा साबित होता है।