
Top 5 Short Term Course के बारे में जानकारी उन छात्रों के लिए बेहद उपयोगी है जिन्होंने अभी-अभी 12वीं की परीक्षा दी है और अपने रिजल्ट का इंतज़ार कर रहे हैं। इस समय को उपयोगी बनाते हुए छात्र अपने करियर की नींव मजबूत कर सकते हैं। ऐसे शॉर्ट टर्म कोर्सेज न केवल स्किल डेवलपमेंट में मदद करते हैं बल्कि भविष्य में अच्छी जॉब के अवसर भी प्रदान करते हैं। खास बात यह है कि इन कोर्सेज को करने के बाद आप लाखों रुपये की सैलरी वाली नौकरियों के लिए तैयार हो सकते हैं। डिजिटल इंडिया और ग्लोबल वर्कफोर्स की मांग के चलते इन कोर्सेज की डिमांड भी दिन-ब-दिन बढ़ रही है।
डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing) कोर्स
डिजिटल मार्केटिंग आज के समय का सबसे चर्चित और डिमांड में रहने वाला कोर्स है। इसमें स्टूडेंट्स को सोशल मीडिया मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग, गूगल ऐड्स, एसईओ (SEO), और एनालिटिक्स टूल्स जैसी महत्वपूर्ण चीज़ें सिखाई जाती हैं। यह कोर्स 3 महीने से लेकर 12 महीने तक का हो सकता है और इसकी फीस भी वाजिब होती है।
डिजिटल मार्केटिंग कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र डिजिटल मार्केटर, सोशल मीडिया मैनेजर, कंटेंट स्ट्रैटेजिस्ट जैसे प्रोफेशनल रोल्स में काम कर सकते हैं। शुरुआती स्तर पर ही इस क्षेत्र में 25,000 से 50,000 रुपये प्रतिमाह की सैलरी मिल सकती है, और अनुभव के साथ यह आंकड़ा लाखों तक पहुंच सकता है।
वेब डिजाइनिंग और डेवलपमेंट (Web Designing and Development)
टेक्नोलॉजी के इस युग में वेब डिजाइनिंग और डेवलपमेंट एक अत्यंत प्रासंगिक और क्रिएटिव करियर ऑप्शन है। इस कोर्स में स्टूडेंट्स HTML, CSS, JavaScript, UI/UX डिजाइन, और वेबसाइट डेवेलपमेंट जैसे स्किल्स सीखते हैं।
इस कोर्स की अवधि लगभग 2 से 6 महीने होती है और इसे पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स फ्रीलांसिंग से लेकर बड़ी आईटी कंपनियों में वेब डेवेलपर या डिजाइनर की भूमिका निभा सकते हैं। भारत में इस क्षेत्र में एंट्री लेवल पर 30,000 से 60,000 रुपये प्रतिमाह की सैलरी मिल सकती है, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह और भी ज्यादा हो सकती है।
ग्राफिक डिजाइनिंग (Graphic Designing) में करियर
अगर आप क्रिएटिव फील्ड में रुचि रखते हैं तो ग्राफिक डिजाइनिंग आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस कोर्स में स्टूडेंट्स Photoshop, Illustrator, InDesign, CorelDRAW जैसे सॉफ्टवेयर के साथ काम करना सीखते हैं।
कोर्स की अवधि 3 से 6 महीने होती है और यह कोर्स आपको लोगो डिजाइन, विजुअल ब्रांडिंग, एडवरटाइजिंग डिजाइन में दक्ष बनाता है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप ग्राफिक डिजाइनर, ब्रांड कंसल्टेंट, या विजुअल आर्टिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं। इस फील्ड में भी शुरुआती सैलरी 25,000 से 45,000 रुपये प्रतिमाह रहती है, लेकिन अनुभव बढ़ते ही यह लाखों में जा सकती है।
विदेशी भाषा कोर्स (Language Learning)
अगर आप मल्टीलिंगुअल बनने की चाह रखते हैं तो लैंग्वेज लर्निंग आपके लिए आदर्श कोर्स हो सकता है। इसमें आप फ्रेंच, स्पेनिश, जर्मन जैसी लोकप्रिय विदेशी भाषाएं सीख सकते हैं।
इस कोर्स की अवधि 6 महीने से लेकर 1 साल तक होती है और इसे पूरा करने के बाद आप टूरिस्ट गाइड, लैंग्वेज ट्रांसलेटर, इंटरप्रेटर जैसे प्रोफेशनल रोल्स में काम कर सकते हैं। इंटरनेशनल क्लाइंट्स और कॉरपोरेट कंपनियों में इस स्किल की बहुत डिमांड होती है। इस क्षेत्र में भी 30,000 से लेकर 80,000 रुपये प्रतिमाह तक की सैलरी संभव है।
मल्टीमीडिया कोर्स (Multimedia Course)
आज का दौर वीडियो एडिटिंग, ऑडियो प्रोडक्शन, 2D/3D एनिमेशन और इंटरेक्टिव मीडिया का है। ऐसे में मल्टीमीडिया कोर्स बेहद ही डिमांडिंग और करियर ओरिएंटेड माना जाता है।
इस कोर्स की अवधि भी 3 से 12 महीने के बीच होती है और इसमें आप Premier Pro, After Effects, Final Cut Pro, और Audacity जैसे एडिटिंग टूल्स सीख सकते हैं। इस स्किल के जरिए आप यूट्यूब चैनलों, फिल्म स्टूडियोज़, न्यूज पोर्टल्स और डिजिटल एजेंसियों में काम कर सकते हैं। इस फील्ड में भी शुरुआती सैलरी 30,000 रुपये से शुरू होकर 1 लाख रुपये तक जा सकती है।