
पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Baba Bageshwar) आज भारत के सबसे चर्चित कथा वाचकों में गिने जाते हैं। धीरेंद्र शास्त्री की संपत्ति (Net Worth of Dhirendra Shastri) और उनकी एक कथा (Katha) के बदले मिलने वाली फीस को लेकर अक्सर चर्चाएं होती रहती हैं। सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक मंचों तक, उनकी लोकप्रियता और फीस को लेकर कई बार बयानबाजी भी हो चुकी है। हाल ही में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान के बाद एक बार फिर यह मुद्दा सुर्खियों में है कि बाबा बागेश्वर एक कथा के लिए कितना चार्ज करते हैं और उनकी कुल संपत्ति कितनी है।
धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता और भव्य आयोजन
धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी कथा को सुनने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ती है। उनका कार्यक्रम किसी बड़े इवेंट जैसा होता है, जिसमें भारी मात्रा में आयोजन खर्च और व्यवस्थाएं की जाती हैं। बाबा बागेश्वर न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी कथाएं करने जाते हैं। उनके अनुयायियों की संख्या लाखों में है और वे उन्हें दिव्य पुरुष, चमत्कारी बाबा और बागेश्वर धाम सरकार के नाम से जानते हैं।
क्यों चर्चा में आए धीरेंद्र शास्त्री?
हाल ही में उत्तर प्रदेश के इटावा में एक गैर-ब्राह्मण कथा वाचक के साथ किए गए दुर्व्यवहार को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हुआ। इसी विवाद के बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने धीरेंद्र शास्त्री का नाम लेते हुए कहा कि धीरेंद्र शास्त्री जैसे कथा वाचकों की फीस 50 लाख रुपये तक जाती है और आम आदमी के बस की बात नहीं कि वह उन्हें अपने यहां बुला सके। इस बयान के बाद से यह सवाल फिर उठने लगा कि बाबा बागेश्वर एक कथा के लिए कितनी फीस लेते हैं और उनकी कुल नेटवर्थ कितनी है।
एक कथा की फीस कितनी है?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, धीरेंद्र शास्त्री एक कथा के लिए 3.5 लाख से लेकर कई लाख रुपये तक चार्ज करते हैं। हालांकि, यह राशि कथा के स्थान, आयोजक की क्षमता और आयोजन की भव्यता के आधार पर बढ़ भी सकती है। कई बार आयोजकों को धीरेंद्र शास्त्री की कथा आयोजित करने के लिए कुल खर्च करोड़ों रुपये तक पहुंच जाता है, जिसमें मंच, साउंड, लाइट, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाएं शामिल होती हैं।
कितनी कथाएं करते हैं बाबा बागेश्वर हर महीने?
जानकारों के अनुसार, बाबा बागेश्वर हर 10 से 15 दिन में एक कथा करते हैं। यानी महीने में औसतन तीन कथाएं की जाती हैं। अगर प्रति कथा की औसत फीस और आयोजन खर्च को देखें, तो यह स्पष्ट है कि उनकी आमदनी काफी अधिक है। इसके अलावा भी उन्हें भक्तों द्वारा अलग से भेंट और दान प्राप्त होते हैं जो उनकी आय का मुख्य स्रोत हैं।
बाबा बागेश्वर की कुल संपत्ति कितनी है?
धीरेंद्र शास्त्री की कुल संपत्ति को लेकर कई तरह के अनुमान लगाए जाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स और उपलब्ध जानकारियों के मुताबिक, बाबा बागेश्वर की नेटवर्थ (Baba Bageshwar Net Worth) करीब 20 करोड़ रुपये आंकी गई है। उनकी इस संपत्ति में नगद राशि, कथा आयोजनों से हुई आय, और भक्तों द्वारा दिया गया दान शामिल है। बाबा की कमाई का बड़ा हिस्सा भक्तों द्वारा दिए गए चढ़ावे और दान पेटियों से आता है, जो बागेश्वर धाम सरकार के नाम से एक धार्मिक ट्रस्ट के माध्यम से संचालित होता है।
कथा से मिली शोहरत और सोशल मीडिया पर प्रभाव
धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता का एक बड़ा कारण उनका अंदाज-ए-बयां, चमत्कारी किस्से और धार्मिक आस्था को गहराई से छूने वाली शैली है। इसके साथ-साथ उनका सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त प्रभाव है। यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं, जहां उनके प्रवचन करोड़ों बार देखे जाते हैं। इस डिजिटल माध्यम से भी उनकी लोकप्रियता और कमाई दोनों को बल मिला है।
राजनीति और धर्म का संगम
धीरेंद्र शास्त्री का नाम कई बार राजनीतिक बयानों और विवादों में भी सामने आया है। विशेष रूप से जब उनकी कथाओं के पीछे की आय और फीस पर सवाल उठते हैं, तो यह चर्चा का विषय बन जाता है कि धार्मिक आयोजन और कथाओं में इतना अधिक धन आखिर कहां से आता है और इसका क्या प्रभाव होता है। धीरेंद्र शास्त्री को लेकर हो रहे राजनीतिक बयान यह भी दर्शाते हैं कि उनकी पहुंच और प्रभाव किस हद तक है।