
बिहार सरकार अब स्टेट हाइवे पर भी टोल टैक्स वसूलने की तैयारी कर रही है। अधिकारियों का तर्क है कि राज्य में लोगों को कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंचने की सुविधा देने के लिए सरकार को हजारों करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। इतनी बड़ी राशि केवल सरकारी स्तर पर खर्च करना संभव नहीं है, इसलिए टोल टैक्स के माध्यम से इस राशि का प्रबंध किया जाएगा।
यह भी देखें: कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए खुशखबरी! DA बढ़ोतरी के साथ मिलेगा एरियर का फायदा, तारीख तय
पथ निर्माण विभाग का प्रस्ताव
पथ निर्माण विभाग ने कुछ साल पहले भी स्टेट हाइवे पर टोल टैक्स वसूलने का प्रस्ताव तैयार किया था, लेकिन उस समय इसे लागू नहीं किया गया था। अब इस प्रस्ताव पर दोबारा काम शुरू हो चुका है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बिहार में सड़कों के विकास के लिए अतिरिक्त फंडिंग आवश्यक है और टोल टैक्स इसका एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
क्यों जरूरी है टोल टैक्स?
बिहार में बढ़ते ट्रैफिक और सड़क की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए भारी खर्च की आवश्यकता होती है। पथ निर्माण विभाग का मानना है कि स्टेट हाइवे पर टोल टैक्स लगाने से सरकार को इन सड़कों के रखरखाव और मरम्मत के लिए धन प्राप्त होगा। इसके अलावा, अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कों से लोगों को कम समय में यात्रा पूरी करने में मदद मिलेगी।
संभावित टोल प्लान
विभाग के प्रस्ताव के अनुसार:
- प्रमुख स्टेट हाइवेज़ पर टोल प्लाजा बनाए जाएंगे।
- टोल की दरें वाहनों के प्रकार और दूरी के आधार पर तय की जाएंगी।
- नियमित यात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए रियायत देने का भी विचार किया जा रहा है।
यह भी देखें: अब Voter ID को भी Aadhaar से लिंक करना जरूरी? चुनाव आयोग ने लिया बड़ा फैसला
निवेश और लाभ
सरकार का अनुमान है कि स्टेट हाइवे के रखरखाव के लिए हर साल हजारों करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। इसके लिए निजी निवेशकों को आमंत्रित किया जा सकता है, जो टोल वसूली के बदले सड़कों का निर्माण और रखरखाव करेंगे। इससे सरकार का वित्तीय बोझ कम होगा और राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास संभव होगा।
टोल टैक्स को लेकर आम जनता की प्रतिक्रिया
बिहार के कई क्षेत्रों में स्थानीय लोगों ने टोल टैक्स को लेकर नाराजगी भी जाहिर की है। उनका कहना है कि स्टेट हाइवे पर यात्रा करना आम आदमी के लिए पहले से ही महंगा है, ऐसे में टोल टैक्स अतिरिक्त बोझ डाल सकता है।
सरकार का रुख
सरकार ने स्पष्ट किया है कि टोल टैक्स लागू करने से पहले सभी पक्षों की राय ली जाएगी। साथ ही, टोल प्लाजा स्थापित करने के दौरान स्थानीय लोगों के लिए विशेष छूट देने का भी विचार किया जा रहा है। इससे उन लोगों को राहत मिलेगी जो रोज़मर्रा के कामों के लिए स्टेट हाइवे का इस्तेमाल करते हैं।
यह भी देखें: LIC पॉलिसी होल्डर्स सावधान! कंपनी ने जारी की चेतावनी, हो सकता है बड़ा नुकसान
नतीजा
बिहार में स्टेट हाइवे पर टोल टैक्स लागू करने की योजना पर अभी चर्चा जारी है। यदि यह योजना सफलतापूर्वक लागू होती है, तो इससे राज्य के सड़क नेटवर्क में सुधार होगा और यात्रियों को अधिक सुगम और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा।