
चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। हर साल लाखों श्रद्धालु उत्तराखंड के चार प्रमुख तीर्थस्थलों – गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने पहुंचते हैं। इस साल 2025 में चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। उत्तराखंड सरकार ने इस बार यात्रा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
चारधाम यात्रा में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण (Registration) की प्रक्रिया शुरू की है। इसमें 60% ऑनलाइन और 40% ऑफलाइन पंजीकरण होगा। 20 मार्च 2025 से चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रारंभ हो गया है।
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चारधाम यात्रा की तारीखें 2025
चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल 2025 से होगी। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट अक्षय तृतीया के दिन खोले जाएंगे।
- गंगोत्री और यमुनोत्री धाम: 30 अप्रैल 2025
- केदारनाथ धाम: 2 मई 2025
- बद्रीनाथ धाम: 4 मई 2025
कैसे करें चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन?
चारधाम यात्रा में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को पहले से रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की आधिकारिक वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/signin.php पर आधार कार्ड के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण किया जा सकता है।
यात्रा के दौरान किन बातों का रखें ध्यान?
चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को कई बातों का विशेष ध्यान रखना होगा।
- पंजीकरण के दौरान सही मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- धामों में दर्शन के लिए टोकन प्राप्त करना अनिवार्य है।
- यात्रा के दौरान ऊनी कपड़े, छतरी, रेनकोट आदि साथ रखें।
- वरिष्ठ नागरिक यात्रा से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य कराएं।
- हेली सेवा (Helicopter Service) के लिए टिकट केवल आधिकारिक वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in पर बुक करें।
- हेली टिकट और दर्शन कराने वाले अनाधिकृत व्यक्तियों से बचें।
- यात्रा के दौरान आवश्यक दवाइयां साथ रखें।
- पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए गंदगी न फैलाएं।
- वाहन की गति नियंत्रित रखें और उचित स्थान पर पार्क करें।
- यदि अस्वस्थ महसूस करें तो यात्रा टाल दें।
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यात्रा के पहले महीने में वीआईपी दर्शन पर रोक
यात्रा के पहले महीने यानी 30 अप्रैल से 30 मई 2025 तक वीआईपी (VIP) दर्शन की सुविधा बंद रहेगी। उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इस संबंध में पत्र भेजकर जानकारी दी है।
बिना पंजीकरण नहीं कर सकेंगे दर्शन
उत्तराखंड सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि चारधाम यात्रा के लिए बिना रजिस्ट्रेशन दर्शन संभव नहीं होगा। श्रद्धालुओं को पंजीकरण की तिथि के अनुसार धामों में दर्शन करने की अनुमति मिलेगी। इस बार यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए टोकन सिस्टम लागू किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को लंबे समय तक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी।
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चारधाम यात्रा में इस बार विशेष प्रबंधन
2024 में चारधाम यात्रा के दौरान 46 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे थे। इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने यात्रा मार्गों पर 10,000 श्रद्धालुओं के लिए ठहरने और भोजन की सुविधा की व्यवस्था की है।