
मई का महीना आते ही गर्मी अपने चरम पर होती है और ऐसे में लोग ठंडी जगहों की तलाश में रहते हैं। वाटर पार्क्स (Water Parks) तो एक आम विकल्प बन चुके हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में कई ऐसी ठंडी और रोमांचक जगहें हैं जहां गर्मी का एहसास कम होता है और हर कोना घूमने लायक होता है? अगर आप मई में घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो आपके लिए ये बेहतरीन मौका है कुछ नया एक्सप्लोर करने का। घूमने के शौकीनों के लिए ये समय सबसे सही है जब वे शहर की भागदौड़ और तपती गर्मी से दूर कहीं सुकून और ठंडक की तलाश में निकल सकते हैं।
मई की गर्मी में कहां मिलेगी ठंडक?
भारत एक ऐसा देश है जहां हर मौसम में घूमने के लिए अलग-अलग विकल्प मौजूद हैं। गर्मी के मौसम में उत्तर भारत की पहाड़ियां, पूर्वोत्तर की हरियाली और दक्षिण भारत की हिल स्टेशन सुकून देने के लिए काफी होती हैं। मई की चिलचिलाती धूप से राहत चाहिए तो शिमला, मनाली, मसूरी, नैनीताल जैसे हिल स्टेशन हमेशा से पहली पसंद रहे हैं। यहां तापमान 10 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहता है जो गर्मी के मौसम में बेहद राहत देने वाला होता है।
शहरी भीड़ से दूर, नेचर के करीब
अगर आप भीड़भाड़ वाली जगहों से हटकर कुछ अलग और शांत जगह की तलाश में हैं, तो उत्तराखंड का चोपता, सिक्किम का युमथांग वैली, अरुणाचल प्रदेश का तवांग, मेघालय का शिलांग और केरल की मुन्नार घाटी आपके लिए एकदम सही रहेंगे। यहां न सिर्फ ठंडक महसूस होगी, बल्कि नेचर के नजदीक जाकर सुकून का अनुभव भी मिलेगा। इन जगहों पर आप ट्रैकिंग, कैंपिंग, बर्ड वॉचिंग और लोकल कल्चर को एक्सप्लोर कर सकते हैं।
गर्मी से राहत के साथ-साथ रोमांच भी
जो लोग एडवेंचर के शौकीन हैं उनके लिए गर्मी में घूमने का मतलब सिर्फ ठंडक नहीं, बल्कि थ्रिल और मस्ती भी है। कश्मीर की गुलमर्ग घाटी, हिमाचल की स्पीति वैली और उत्तराखंड की औली जैसी जगहें एडवेंचर लवर्स के लिए आदर्श हैं। यहां आप पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग, स्कीइंग, माउंटेन बाइकिंग जैसे स्पोर्ट्स का आनंद ले सकते हैं। ऐसे में आपका समर ट्रिप सिर्फ एक वेकेशन नहीं, बल्कि यादगार अनुभव बन सकता है।
बजट और प्लानिंग का रखें ध्यान
गर्मियों के सीजन में ट्रैवल की डिमांड बढ़ जाती है, ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बजट और ट्रिप की प्लानिंग पहले से करें। होटल बुकिंग, ट्रांसपोर्टेशन और लोकल गाइड की जानकारी पहले से होना आपको कई परेशानियों से बचा सकता है। साथ ही, मौसम की जानकारी और जरूरी कपड़ों का ख्याल भी जरूरी है क्योंकि हिल स्टेशनों पर रात के समय तापमान काफी नीचे जा सकता है।
रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) और पर्यावरण की भूमिका
जब हम पहाड़ी इलाकों और नेचर के करीब जाते हैं, तो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना ट्रैवल करना भी हमारी जिम्मेदारी बनती है। कई हिल स्टेशनों पर अब रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) के प्रयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके। ऐसे में जब आप इन जगहों पर जाएं तो स्थानीय नियमों का पालन करें, प्लास्टिक का उपयोग कम करें और लोकल कम्युनिटी को सपोर्ट करें।
घूमने का नया नजरिया
घूमना सिर्फ एक शौक नहीं, बल्कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद को रिफ्रेश करने का सबसे बेहतर तरीका है। वाटर पार्क्स (Water Parks) एक तात्कालिक राहत दे सकते हैं लेकिन जो सुकून, रोमांच और यादें पहाड़ी जगहों की ठंडी हवाएं देती हैं, वो कहीं और नहीं मिलती। मई के इस मौसम में जब देश के कई हिस्सों में तापमान 40 डिग्री के पार चला जाता है, तब इन हिल स्टेशनों की 15 डिग्री की ठंडी हवा किसी वरदान से कम नहीं होती।