केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए महंगाई भत्ते (DA) में 16% की वृद्धि की घोषणा की है। यह निर्णय सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के तहत लिया गया है और इसका उद्देश्य कर्मचारियों को बढ़ती महंगाई से राहत प्रदान करना है। यह कदम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि महंगाई के चलते आम लोगों की आय पर प्रभाव पड़ा है।
कर्मचारी और पेंशनधारकों को मिलेगा फायदा
महंगाई भत्ते में इस वृद्धि से केंद्र सरकार के लगभग 49.18 लाख कर्मचारी और 67.95 लाख पेंशनधारक लाभान्वित होंगे। इस वृद्धि के बाद DA की कुल राशि 50% तक पहुंच गई है, जिसमें 4% की नई वृद्धि शामिल है।
आने वाले समय में महंगाई भत्ते में और 4% की वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है, जिससे यह 54% तक पहुंच सकता है। इससे कर्मचारियों और पेंशनरों को आर्थिक सुरक्षा में सुधार मिलेगा।
राजस्थान सरकार ने भी की DA में वृद्धि
केंद्र सरकार की घोषणा के बाद राजस्थान सरकार ने भी अपने कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में 16% की वृद्धि की है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बताया कि पांचवें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का DA 427% से बढ़ाकर 443% और छठे वेतन आयोग के तहत 230% से बढ़ाकर 239% कर दिया गया है।
इसके अलावा, राज्य के पेंशनरों के लिए महंगाई भत्ते में 9% की वृद्धि की गई है, जो उन्हें वित्तीय स्थिरता प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
बैंक कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में सुधार
बैंक कर्मचारियों को भी महंगाई भत्ते में राहत दी गई है। इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) ने घोषणा की है कि मई 2022 से जुलाई 2024 के बीच बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों के महंगाई भत्ते में 15.97% की वृद्धि की गई है।
DA बढ़ोतरी का प्रभाव
केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए महंगाई भत्ते में वृद्धि से कई सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे। यह न केवल उनकी क्रय शक्ति को मजबूत करेगा, बल्कि मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों में अतिरिक्त वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगा।
DA की दर वर्तमान में 50% है, और अगले वित्तीय वर्ष में इसके 54% तक बढ़ने की संभावना है। यह वृद्धि कठिन परिस्थितियों में कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत होगी।