
Employees Provident Fund Organisation (EPFO) द्वारा चलाई जा रही Employees Deposit Linked Insurance (EDLI) स्कीम, कर्मचारियों के परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा कवच है। इस योजना के तहत, यदि किसी कर्मचारी की नौकरी के दौरान असमय मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को बीमा राशि मिलती है। हाल ही में, EPFO ने EDLI योजना में तीन बड़े बदलाव किए हैं, जिससे कर्मचारियों और उनके परिवारों को अधिक लाभ मिलेगा।
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क्या बदलाव किए गए हैं?
पहली नौकरी के पहले साल में भी मिलेगा बीमा कवर
पहले, यदि कोई कर्मचारी अपनी पहली नौकरी के पहले साल में ही गुजर जाता था, तो उसके परिवार को EDLI योजना के तहत कोई लाभ नहीं मिलता था। लेकिन नए नियम के तहत अब ऐसे मामलों में भी परिवार को न्यूनतम 50,000 रुपये की बीमा राशि दी जाएगी। इससे हर साल लगभग 5,000 परिवारों को लाभ मिलेगा।
नौकरी छूटने के बाद भी मिलेगा लाभ
पुराने नियमों के अनुसार, यदि किसी कर्मचारी की नौकरी छूटने के बाद कुछ महीनों में मृत्यु हो जाती थी, तो उसके परिवार को बीमा लाभ नहीं मिलता था। लेकिन अब नए नियम के तहत, यदि कर्मचारी की आखिरी EPF योगदान के 6 महीने के अंदर मृत्यु होती है, तो उसके परिवार को बीमा राशि दी जाएगी। यह लाभ तभी मिलेगा जब कर्मचारी का नाम पूरी तरह से कंपनी के रोल से हटाया न गया हो।
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नौकरी बदलने के दौरान भी बीमा कवर
पहले, यदि कोई कर्मचारी एक नौकरी छोड़कर दूसरी नौकरी जॉइन करने में कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों का ब्रेक लेता था, तो उसकी “निरंतर सेवा” नहीं मानी जाती थी और परिवार को बीमा लाभ नहीं मिलता था। लेकिन अब नए नियम के तहत, यदि दो नौकरियों के बीच दो महीने तक का ब्रेक होता है, तो भी कर्मचारी की सेवा को निरंतर माना जाएगा और बीमा लाभ मिलेगा। इससे हर साल करीब 1,000 परिवारों को फायदा होगा।
कितना मिलेगा बीमा कवर?
अब कर्मचारियों के परिवारों को कम से कम 2.5 लाख रुपये और अधिकतम 7 लाख रुपये तक की बीमा राशि मिलेगी। यह कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है।
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EPF पर कितना मिल रहा है ब्याज?
फिलहाल, EPF पर 8.25 फीसदी ब्याज दर मिल रही है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज़ (CBT) ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए इस ब्याज दर को मंजूरी दी है। EPFO का कहना है कि इन बदलावों से हर साल 14,000 से ज्यादा परिवारों को फायदा होगा और इससे कर्मचारियों तथा उनके परिवारों की आर्थिक सुरक्षा मजबूत होगी।