
भारत अब केवल स्मार्टफोन की सबसे बड़ी खपत वाला देश ही नहीं, बल्कि अब एक बड़े मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर भी उभर रहा है। इसी दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए गूगल (Google) ने अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स Google Pixel की मैन्युफैक्चरिंग भारत में शुरू करने की तैयारी कर ली है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल भारत में निर्मित स्मार्टफोन्स को न केवल घरेलू बाजार में बेचेगा, बल्कि अमेरिका सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों में एक्सपोर्ट (Export) भी करेगा।
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गूगल ने भारत को बनाया मैन्युफैक्चरिंग हब
गूगल के इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि कंपनी भारत की बढ़ती टेक्नोलॉजिकल क्षमता और उत्पादन क्षमता पर भरोसा कर रही है। कंपनी की योजना है कि भारत में बनी Google Pixel यूनिट्स को सीधे अमेरिका जैसे विकसित देशों में निर्यात किया जाएगा। इससे भारत की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नया मुकाम मिल सकता है।
कीमतों पर पड़ सकता है असर
भारतीय यूजर्स के लिए सबसे महत्वपूर्ण सवाल यही है कि क्या देश में मैन्युफैक्चरिंग शुरू होने से Google Pixel की कीमतों में गिरावट आएगी? विशेषज्ञों का मानना है कि लोकल मैन्युफैक्चरिंग से इंपोर्ट टैक्स कम हो सकता है और लॉजिस्टिक खर्चों में भी कटौती संभव है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में Google Pixel डिवाइसेज की कीमतें भारतीय बाजार में थोड़ी कम हो सकती हैं।
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अमेरिका को होगा सीधा एक्सपोर्ट
इस फैसले की एक खास बात यह भी है कि गूगल भारत में बने स्मार्टफोन्स को सीधे अमेरिका एक्सपोर्ट करेगा। यानी भारत की मैन्युफैक्चरिंग इकाई एक ग्लोबल सप्लाई चेन का हिस्सा बन जाएगी। इससे न केवल भारत की इमेज एक भरोसेमंद प्रोडक्शन सेंटर के रूप में मजबूत होगी, बल्कि इससे लाखों रोजगार के अवसर भी पैदा हो सकते हैं।
मेक इन इंडिया को मिलेगा नया बूस्ट
गूगल का यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया (Make in India) अभियान के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। इससे पहले एप्पल (Apple), सैमसंग (Samsung) और वीवो (Vivo) जैसी कंपनियां भी भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित कर चुकी हैं। गूगल का इसमें शामिल होना भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल सेंटर बनाने की दिशा में और मजबूत करेगा।
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पहले से हो रही थी सीमित मैन्युफैक्चरिंग
गौरतलब है कि भारत में पहले से कुछ स्मार्टफोन ब्रांड्स सीमित स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग कर रही थीं। लेकिन गूगल जैसी वैश्विक टेक दिग्गज का इसमें आना, इस सेक्टर को मजबूती देगा। यह निवेश भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं के प्रति बढ़ते वैश्विक विश्वास का प्रमाण भी है।
भारत के टेक इकोसिस्टम को मिलेगा लाभ
Google Pixel की मैन्युफैक्चरिंग से भारत में न केवल रोजगार के नए अवसर खुलेंगे, बल्कि इससे टेक्नोलॉजी ट्रांसफर भी संभव होगा। इससे भारतीय इंजीनियरों और टेक्निकल वर्कफोर्स को इंटरनेशनल लेवल की टेक्नोलॉजी के साथ काम करने का अवसर मिलेगा। साथ ही, यह भारतीय सप्लायर्स और कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स के लिए भी एक बड़ा मौका हो सकता है।
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भविष्य की रणनीति क्या हो सकती है?
गूगल की ओर से अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि कौन-सा मॉडल या सीरीज़ सबसे पहले भारत में बनेगा। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले समय में गूगल Google Pixel 9 सीरीज़ से शुरुआत कर सकता है। इसके बाद अन्य डिवाइसेज जैसे Pixel Fold और Pixel Tablet की मैन्युफैक्चरिंग भी भारत में संभव हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बिक्री में भारत का योगदान बढ़ेगा
भारत में Google Pixel की मैन्युफैक्चरिंग से एक और बड़ा फायदा यह होगा कि गूगल की अंतरराष्ट्रीय बिक्री में भारत का योगदान और भी अधिक बढ़ेगा। इससे भारत को वैश्विक टेकनोलॉजी बाजार में एक मज़बूत खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी।