
सरकार जल्द ही एक महत्वपूर्ण योजना शुरू करने जा रही है, जिसके तहत उपभोक्ता यदि अपने पुराने एयर कंडीशनर को हटाकर नया 5-स्टार रेटिंग वाला एयर कंडीशनर लगवाते हैं, तो उन्हें सब्सिडी दी जाएगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देशभर में बिजली की खपत को घटाना और ऊर्जा की बचत (Energy Saving) को प्रोत्साहित करना है। इस पहल के जरिए सरकार रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) के क्षेत्र में एक और मजबूत कदम उठाने जा रही है।
पुराने AC हटाओ, नया 5-Star लगाओ – और पाओ सब्सिडी
ऊर्जा मंत्रालय द्वारा प्रस्तावित इस योजना के तहत उपभोक्ताओं को उनके पुराने, अधिक बिजली खपत करने वाले एयर कंडीशनर हटाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। बदले में यदि उपभोक्ता नया 5-Star रेटिंग वाला AC लगवाते हैं, तो उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक सहायता यानी सब्सिडी दी जाएगी। यह पहल विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में अधिक कारगर हो सकती है, जहां गर्मियों में AC की खपत अत्यधिक होती है।
ऊर्जा की खपत घटाने का प्रयास
भारत में हर साल गर्मियों के दौरान बिजली की मांग में अत्यधिक बढ़ोतरी होती है, खासकर जब AC और कूलर का इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है। पुराने एयर कंडीशनर न सिर्फ ज्यादा बिजली खाते हैं बल्कि पर्यावरण के लिए भी हानिकारक होते हैं। 5-Star रेटिंग वाले आधुनिक AC न केवल बिजली की खपत को घटाते हैं, बल्कि लंबे समय तक टिकाऊ और कम मेंटेनेंस वाले भी होते हैं।
इस योजना के पीछे सरकार की मंशा यह है कि उपभोक्ताओं को ऊर्जा कुशल उपकरणों की ओर मोड़ा जाए, जिससे ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम किया जा सके और देश को ऊर्जा सुरक्षा (Energy Security) की दिशा में आगे बढ़ाया जा सके।
उपभोक्ताओं को कैसे मिलेगा लाभ?
सरकार इस योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की तैयारी में है। पहले चरण में यह योजना महानगरों और प्रमुख शहरी क्षेत्रों में शुरू की जाएगी। इसके बाद इसे धीरे-धीरे ग्रामीण इलाकों तक भी पहुंचाया जाएगा।
योजना के तहत ग्राहकों को प्रमाण देना होगा कि उन्होंने पुराना AC हटाकर नया 5-Star AC खरीदा है। इसके लिए वे सरकार की अधिकृत वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर अपलोड किए गए दस्तावेजों के आधार पर सब्सिडी का क्लेम कर सकेंगे।
संभावना है कि योजना के तहत प्रति ग्राहक 3000 से 7000 रुपये तक की सब्सिडी प्रदान की जा सकती है, हालांकि सरकार की ओर से अभी तक इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम
5-Star रेटिंग वाले AC की मांग बढ़ने से बाजार में भी ऊर्जा कुशल उत्पादों की स्पर्धा बढ़ेगी। इससे निर्माता कंपनियां अधिक आधुनिक और टिकाऊ उत्पाद बनाने के लिए प्रेरित होंगी। वहीं उपभोक्ता भी कम बिजली बिल और उच्च कार्यक्षमता वाले उत्पाद का लाभ उठा सकेंगे।
यह योजना क्लाइमेट चेंज से निपटने और ऊर्जा दक्षता (Energy Efficiency) को बढ़ाने के लिहाज से भी अहम साबित हो सकती है। भारत ने पेरिस समझौते और अन्य वैश्विक मंचों पर सस्टेनेबल डेवलपमेंट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है, और यह योजना उसी दिशा में एक और मजबूत प्रयास माना जा रहा है।
आने वाले समय में और भी योजनाएं संभव
ऊर्जा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार, आने वाले समय में सरकार इसी तरह की योजनाएं अन्य घरेलू उपकरणों के लिए भी ला सकती है, जैसे रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन और हीटर आदि। इन सभी उपकरणों में भी 5-Star रेटिंग का चलन बढ़ाने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन दिए जा सकते हैं।
सरकार की यह रणनीति घरेलू उपभोक्ताओं को वित्तीय राहत देने के साथ-साथ नेशनल एनर्जी कंजर्वेशन मिशन (National Energy Conservation Mission) को भी नई दिशा देने वाली साबित हो सकती है।
योजना को लेकर क्या बोले विशेषज्ञ?
ऊर्जा विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना न केवल बिजली की मांग को संतुलित करने में मदद करेगी, बल्कि पावर ग्रिड पर बढ़ते भार को भी कम करेगी। 5-Star रेटिंग वाले उपकरणों के उपयोग से प्रति घर सालाना 20% तक बिजली की बचत संभव है, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी ऊर्जा बचत होगी।
इस योजना से जुड़ी पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने पर भी सरकार ध्यान दे रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ता इसका लाभ उठा सकें।