
भारत के विभिन्न राज्यों में हाल ही में स्कूलों की छुट्टियों (School Holidays) को लेकर कई बड़े फैसले लिए गए हैं, जिनका सीधा असर छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों पर पड़ा है। इन फैसलों में कहीं त्यौहारों के चलते अवकाश को बढ़ाया गया, तो कहीं प्रशासनिक या राजनीतिक कारणों से छुट्टियों में बदलाव किया गया। वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी इसी दौरान छुट्टियों को लेकर बड़ा प्रशासनिक निर्णय लिया गया, जिससे वहां के शैक्षणिक ढांचे पर प्रभाव पड़ा है। आइए विस्तार से जानते हैं इन प्रमुख घटनाओं को, जिनमें गुरु रविदास जयंती, ईद-उल-फितर, प्रधानमंत्री की यात्रा और शैक्षणिक सुधार जैसे विभिन्न कारण सामने आए।
गुरु रविदास जयंती पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में घोषित हुआ पूर्ण सार्वजनिक अवकाश
गुरु रविदास जयंती (Guru Ravidas Jayanti) के अवसर पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकारों ने 12 फरवरी 2025 को पूर्ण सार्वजनिक अवकाश घोषित किया। पहले यह दिन केवल सीमित अवकाश के रूप में चिन्हित था, लेकिन बाद में इसे पूर्ण राजकीय अवकाश में परिवर्तित कर दिया गया। इस निर्णय के तहत सभी सरकारी कार्यालय, शैक्षणिक संस्थान, और सार्वजनिक उपक्रम बंद रहे।
यह कदम सामाजिक और धार्मिक दृष्टिकोण से अहम माना गया क्योंकि गुरु रविदास की शिक्षाएं समाज के एक बड़े वर्ग के लिए प्रेरणास्रोत रही हैं। इस अवकाश को घोषित करने के पीछे सरकार का उद्देश्य सांप्रदायिक सौहार्द और धार्मिक पहचान को सम्मान देना था।
हरियाणा में ईद-उल-फितर की छुट्टी में किया गया संशोधन
हरियाणा सरकार ने 31 मार्च 2025 को ईद-उल-फितर (Eid-ul-Fitr) के अवसर पर घोषित राजपत्रित अवकाश को संशोधित कर सीमित अवकाश में परिवर्तित कर दिया। यह फैसला सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष की समाप्ति को देखते हुए लिया गया, ताकि सरकारी दफ्तरों में कार्यप्रवाह बाधित न हो।
इस निर्णय से जहां एक ओर मुस्लिम समुदाय में हल्की नाराजगी देखी गई, वहीं सरकारी कर्मचारियों को यह समझाया गया कि वित्तीय वर्ष का अंतिम दिन होने के कारण कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक कार्य पूर्ण करने की आवश्यकता है। सरकार का यह संतुलन साधने वाला निर्णय विभिन्न वर्गों की प्रतिक्रिया का विषय बन गया।
पाकिस्तान में शैक्षणिक क्षति की भरपाई के लिए शनिवार की छुट्टियाँ की गईं रद्द
पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी नवंबर 2024 से फरवरी 2025 तक शैक्षणिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया। पाकिस्तान के संघीय शिक्षा निदेशालय (Federal Directorate of Education – FDE) ने घोषणा की कि सभी संघीय शैक्षणिक संस्थानों में शनिवार की छुट्टी रद्द कर दी जाएगी।
इस फैसले का मुख्य कारण छात्रों की शैक्षणिक हानि को पूरा करना था, जो कि कोविड-19 के बाद की शैक्षणिक अनियमितताओं और अन्य प्रशासनिक कारणों के चलते हुई थी। यह निर्णय शिक्षकों और छात्रों दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन प्रशासनिक दृष्टिकोण से इसे आवश्यक माना गया।
देहरादून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के चलते स्कूलों में अवकाश
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 28 जनवरी 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान सभी शैक्षणिक संस्थानों में एक दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई। जिला मजिस्ट्रेट द्वारा यह आदेश सुरक्षा और प्रबंधन के दृष्टिकोण से जारी किया गया था।
प्रधानमंत्री की यात्रा के चलते यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए यह निर्णय लिया गया। स्थानीय प्रशासन ने छात्रों और अभिभावकों को पहले से ही सूचना दे दी थी, जिससे शिक्षण कार्य के संचालन में कोई बड़ी बाधा नहीं आई।