
भारत में सोने का एक विशेष स्थान है। शादी, त्योहारों और अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर लोग सोने के आभूषण खरीदते और पहनते हैं। इसके अलावा, निवेश के रूप में भी सोने की खरीदारी की जाती है। बीते वर्षों में गोल्ड ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है, लेकिन इसके साथ ही सोने की खरीद-बिक्री में धोखाधड़ी के मामले भी बढ़े हैं। ऐसे में यह बेहद जरूरी हो जाता है कि सोना खरीदते समय उसकी शुद्धता की जांच सही तरीके से की जाए। इस लेख में हम आपको सोने की शुद्धता की पहचान करने के खास तरीकों के बारे में बताएंगे।
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BIS हॉलमार्किंग: सोने की शुद्धता की गारंटी
सोना खरीदते समय सबसे महत्वपूर्ण चीज BIS हॉलमार्किंग की जांच करना होता है। भारतीय मानक ब्यूरो (Bureau of Indian Standards – BIS) द्वारा प्रमाणित हॉलमार्क सोने की शुद्धता की पहचान करता है। असली हॉलमार्किंग में सोने पर BIS का त्रिकोणीय निशान बना होता है। साथ ही, इसमें सोने की शुद्धता के बारे में स्पष्ट रूप से जानकारी दी जाती है।
हॉलमार्किंग में मौजूद नंबरों का मतलब
जब आप किसी ज्वेलरी पर हॉलमार्क देखते हैं, तो उसमें कुछ अंक लिखे होते हैं, जो सोने की शुद्धता को दर्शाते हैं।
- 375 लिखा हो तो सोना 37.5% शुद्ध होता है।
- 585 लिखा हो तो सोना 58.5% शुद्ध होता है।
- 750 लिखा हो तो सोना 75.0% शुद्ध होता है।
- 916 लिखा हो तो सोना 91.6% शुद्ध होता है, जिसे आमतौर पर 22 कैरेट कहा जाता है।
- 990 लिखा हो तो सोना 99.0% शुद्ध होता है।
- 999 लिखा हो तो यह 24 कैरेट शुद्ध सोना होता है, जो 99.9% शुद्ध होता है।
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सोने की कैरेट के अनुसार पहचान
सोने की शुद्धता को कैरेट (Karat – K) में मापा जाता है।
- 24 कैरेट (999 हॉलमार्क) – 99.9% शुद्ध सोना, जो आमतौर पर सिक्कों और बार के रूप में बेचा जाता है।
- 22 कैरेट (916 हॉलमार्क) – 91.6% शुद्ध सोना, जिसका उपयोग ज्वेलरी बनाने में किया जाता है।
- 18 कैरेट (750 हॉलमार्क) – 75% शुद्ध सोना, जिसमें 25% अन्य धातु मिश्रित होती है।
- 14 कैरेट (585 हॉलमार्क) – 58.5% शुद्ध सोना, जो ज्वेलरी के लिए उपयुक्त होता है।
- 10 कैरेट (417 हॉलमार्क) – 41.7% शुद्ध सोना, जो आमतौर पर कम कीमत वाली ज्वेलरी में उपयोग किया जाता है।
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सोना खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें
- हमेशा BIS हॉलमार्किंग की जांच करें।
- सोने की शुद्धता की जानकारी लेने के लिए हॉलमार्किंग नंबर देखें।
- रसीद और प्रमाण पत्र जरूर लें।
- विश्वसनीय ज्वेलर या अधिकृत डीलर से ही सोना खरीदें।
- सोने की कीमत को मार्केट रेट के अनुसार जांचें।
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नकली सोने से बचने के तरीके
- चुंबक टेस्ट: असली सोना चुंबक से नहीं चिपकता।
- नाइट्रिक एसिड टेस्ट: सोने पर नाइट्रिक एसिड डालने से रंग नहीं बदलना चाहिए।
- सिरेमिक प्लेट टेस्ट: सोने को बिना चमकीले सिरेमिक प्लेट पर रगड़ने से अगर काले निशान आते हैं, तो सोना नकली हो सकता है।