
यूपी बोर्ड UPMSP की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा या मार्कशीट में गलती हो जाए तो छात्र परेशान हो जाते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने छात्रों के लिए एक निर्धारित प्रक्रिया बनाई है जिसके तहत वे स्कूल के माध्यम से अपने फॉर्म में सुधार (Correction) करवा सकते हैं। यह प्रक्रिया केवल स्कूल प्रिंसिपल के माध्यम से की जाती है और छात्र स्वयं इसमें सीधे कोई बदलाव नहीं कर सकते।
सुधार की प्रक्रिया की शुरुआत: स्कूल प्रिंसिपल की भूमिका अहम
यूपी बोर्ड-UPMSP की गाइडलाइंस के अनुसार, छात्र की जानकारी में कोई भी सुधार करने की अनुमति केवल संबंधित स्कूल के प्रिंसिपल को होती है। छात्र स्वयं ना तो ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और ना ही सीधे UPMSP को अनुरोध भेज सकते हैं। इसलिए यदि किसी छात्र की मार्कशीट या परीक्षा फॉर्म में गलती पाई जाती है, तो सबसे पहला कदम है कि वह अपने स्कूल के प्रिंसिपल से संपर्क करे और उन्हें समस्या की जानकारी दे।
वेबसाइट के माध्यम से लॉगिन और सुधार
सुधार की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और इसके लिए स्कूल प्रिंसिपल को यूपी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in या समाधान पोर्टल samadhan.upmsp.edu.in पर लॉगिन करना होता है। वेबसाइट पर लॉगिन करने के बाद वे छात्र के विवरण में निर्धारित श्रेणियों के तहत सुधार कर सकते हैं।
किन जानकारियों में किया जा सकता है सुधार
UPMSP द्वारा उन विवरणों की सूची पहले से निर्धारित है जिनमें सुधार की अनुमति होती है। इनमें छात्र का नाम, जन्म तिथि, माता-पिता के नाम, लिंग (Gender), श्रेणी (Category), विषय चयन, फोटो और हस्ताक्षर, मोबाइल नंबर, ईमेल और विकलांगता स्थिति (Disability Status) जैसे महत्वपूर्ण विवरण शामिल हैं। यह सुनिश्चित किया गया है कि छात्र की पहचान और परीक्षा से जुड़ी जानकारी पूरी तरह से सही और अद्यतन हो।
सुधार के लिए निर्धारित समय सीमा
हर साल यूपी बोर्ड-UPMSP द्वारा करेक्शन फॉर्म भरने के लिए एक सीमित समयावधि तय की जाती है। उदाहरणस्वरूप, 2025 की बोर्ड परीक्षा के लिए करेक्शन विंडो 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर 2024 तक खोली गई थी। इस अवधि में स्कूलों को छात्र की गलत जानकारी को सही करने और आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करने की अनुमति दी गई थी। समयसीमा के बाद सुधार संभव नहीं होता, इसलिए छात्रों को अपने विवरण समय रहते जांचने और स्कूल से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
फोटो सत्यापित सूची और दस्तावेज़ों की प्रक्रिया
जब करेक्शन का कार्य पूरा हो जाता है, तब स्कूल को उस छात्र की फोटो सत्यापित सूची तैयार करनी होती है। इसके साथ संबंधित दस्तावेज़ों को संलग्न कर जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) कार्यालय में जमा करना होता है। DIOS कार्यालय इन दस्तावेजों को जांच कर क्षेत्रीय कार्यालय को भेजता है। तभी जाकर छात्र की सुधारित जानकारी बोर्ड के रिकॉर्ड में अपडेट होती है।
समाधान पोर्टल से भी संभव है मार्कशीट में सुधार
यदि छात्र की त्रुटि परीक्षा फॉर्म में नहीं बल्कि मार्कशीट या प्रमाणपत्र में है, तो उसके लिए UPMSP का समाधान पोर्टल samadhan.upmsp.edu.in बहुत उपयोगी है। इस पोर्टल के माध्यम से छात्र द्वितीय प्रमाणपत्र की प्रतिलिपि, जन्म तिथि में संशोधन, अंकपत्र में सुधार, नाम की स्पेलिंग ठीक कराने जैसी सेवाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से उन छात्रों के लिए है जो परीक्षा समाप्त होने के बाद त्रुटियों का पता लगाते हैं।
क्षेत्रीय कार्यालय और हेल्पलाइन नंबर की जानकारी
सुधार से जुड़ी किसी भी तकनीकी या प्रक्रियात्मक समस्या के लिए यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों से संपर्क किया जा सकता है। हर क्षेत्र का अपना एक हेल्पलाइन नंबर होता है। उदाहरण के लिए, आगरा क्षेत्र के छात्रों को किसी भी परेशानी के लिए 09454457256 नंबर पर कॉल कर मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। छात्र चाहें तो ईमेल या वेबसाइट के माध्यम से भी समस्या का समाधान खोज सकते हैं।
वीडियो गाइड से मिलेगी और मदद
जिन छात्रों या अभिभावकों को ऑनलाइन प्रक्रिया समझने में कठिनाई होती है, वे संबंधित वीडियो मार्गदर्शिकाएं देखकर आसानी से करेक्शन प्रक्रिया को समझ सकते हैं। इन वीडियो में स्टेप-बाय-स्टेप पूरी प्रक्रिया को समझाया गया होता है, जिससे किसी प्रकार की गलती की संभावना नहीं रहती।