
आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं। हम इन पर निजी बातचीत से लेकर बैंकिंग, फोटो, वीडियो और संवेदनशील दस्तावेज तक स्टोर करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी फोन स्क्रीन कोई चुपचाप रिकॉर्ड कर रहा हो सकता है? अगर आपके फोन में कुछ खास संकेत नजर आ रहे हैं, तो यह साइबर जासूसी (Cyber Surveillance) या किसी स्पाई ऐप (Spy App) की मौजूदगी का संकेत हो सकता है।
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अगर आप इन संकेतों को नजरअंदाज करते हैं, तो आपकी पर्सनल जानकारी जैसे बैंक डिटेल्स, पासवर्ड्स, मैसेजेस और कॉल रिकॉर्डिंग किसी हैकर के हाथ लग सकती है। यह न सिर्फ आपकी प्राइवेसी के लिए खतरा है, बल्कि आर्थिक नुकसान का कारण भी बन सकता है।
स्क्रीन रिकॉर्डिंग से कैसे हो सकती है जासूसी
फोन की स्क्रीन रिकॉर्डिंग तकनीक का इस्तेमाल आमतौर पर कंटेंट क्रिएशन या ऑनलाइन क्लासेज के लिए किया जाता है, लेकिन यही सुविधा साइबर अपराधियों के लिए एक हथियार बन सकती है। कुछ स्पाई ऐप्स बिना आपकी जानकारी के बैकग्राउंड में स्क्रीन रिकॉर्ड करते हैं और इन रिकॉर्डिंग्स को रिमोट सर्वर पर भेज देते हैं।
ऐसे ऐप्स अक्सर फोन में गुपचुप तरीके से इंस्टॉल किए जाते हैं, और यूजर को इसकी भनक तक नहीं लगती। कई बार ये ऐप्स किसी लिंक पर क्लिक करने या थर्ड पार्टी एप्लिकेशन डाउनलोड करने के जरिए फोन में घुसपैठ करते हैं।
स्क्रीन रिकॉर्डिंग की पहचान कैसे करें
अगर आपके फोन में नीचे दिए गए संकेत दिखाई दे रहे हैं, तो सतर्क हो जाना चाहिए:
- फोन तेजी से गर्म होना और बैटरी जल्दी खत्म होना – अगर आपका फोन बिना किसी भारी ऐप के इस्तेमाल के भी गर्म हो रहा है और बैटरी तेजी से ड्रेन हो रही है, तो यह संकेत हो सकता है कि बैकग्राउंड में कोई रिकॉर्डिंग या ट्रैकिंग हो रही है।
- अनजान ऐप्स की मौजूदगी – अगर आपके फोन में कोई ऐसा ऐप दिख रहा है, जिसे आपने खुद इंस्टॉल नहीं किया, तो यह स्पाई ऐप हो सकता है।
- फोन स्लो काम करना – अगर आपका डिवाइस बार-बार हैंग होता है या रिस्पॉन्स टाइम बढ़ गया है, तो यह बैकग्राउंड एक्टिविटी की वजह से हो सकता है।
- अचानक से मोबाइल डेटा का ज्यादा इस्तेमाल – अगर आपका डेटा जल्दी खत्म हो रहा है या अचानक से डेटा उपयोग बढ़ गया है, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि कोई ऐप आपकी जानकारी इंटरनेट के जरिए भेज रहा है।
- नोटिफिकेशन बार में अनजान आइकन – कई बार स्क्रीन रिकॉर्डिंग के दौरान एक छोटी सी रेकॉर्डिंग आइकन या रेड डॉट नजर आता है, अगर आपने स्क्रीन रिकॉर्डिंग शुरू नहीं की है फिर भी ऐसा कुछ दिखे तो तुरंत जांच करें।
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कैसे करें पुष्टि कि फोन की स्क्रीन रिकॉर्ड हो रही है
फोन की स्क्रीन रिकॉर्डिंग की पुष्टि करने के लिए आप निम्न तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं:
- सेटिंग्स में जाकर स्क्रीन रिकॉर्डिंग परमिशन चेक करें – कौन-कौन से ऐप्स को स्क्रीन रिकॉर्ड करने की अनुमति है, इसका पता लगाएं।
- फोन के एक्टिव ऐप्स की जांच करें – ‘Running Services’ या ‘Developer Options’ के तहत देखें कि कौन-कौन से ऐप्स बैकग्राउंड में चल रहे हैं।
- सिक्योरिटी ऐप्स का उपयोग करें – Play Store पर कई भरोसेमंद एंटी स्पाइवेयर ऐप्स मौजूद हैं जो फोन में स्पाईवेयर की पहचान कर सकते हैं और उन्हें हटाने में मदद करते हैं।
कैसे बचें स्क्रीन रिकॉर्डिंग से
- हमेशा ऐप डाउनलोड करते समय उनकी परमिशन की जांच करें।
- थर्ड पार्टी ऐप्स से बचें, खासकर जो APK फॉर्मेट में हों।
- पब्लिक Wi-Fi इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें।
- फोन में हमेशा एंटीवायरस या सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर रखें और उसे समय-समय पर अपडेट करते रहें।
- किसी लिंक या मैसेज पर बिना जांचे क्लिक न करें, चाहे वो आपके किसी जान-पहचान वाले का ही क्यों न हो।
स्क्रीन रिकॉर्डिंग से जुड़े खतरनाक परिणाम
अगर आपकी स्क्रीन रिकॉर्डिंग होती है और आपको इसका पता नहीं चलता, तो आपकी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ जैसे की बैंकिंग ऐप के पासवर्ड, आईपीओ-IPO में इनवेस्टमेंट डिटेल्स, या रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy से जुड़ी कोई प्रोफेशनल इनसाइट हैक हो सकती हैं।
यह स्थिति खासकर उनके लिए और भी संवेदनशील हो जाती है जो बिजनेस, स्टार्टअप या इन्वेस्टमेंट से जुड़े हैं। इसलिए समय रहते इन खतरों की पहचान और बचाव जरूरी है।