
गर्मियों के मौसम में जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तो एयर कंडीशनर (AC) की मांग अपने चरम पर होती है। खासकर उत्तर भारत में मई का महीना बेहद गर्म होता है और ऐसे में हर घर, ऑफिस और दुकान में AC का इस्तेमाल बढ़ जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर AC को सही तापमान यानी 24 से 26 डिग्री सेल्सियस पर चलाया जाए तो न केवल बिजली की बचत होती है, बल्कि आपको बेहतर ठंडक भी मिलती है?
इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि मई में AC को कितने डिग्री पर चलाना चाहिए और साथ ही कुछ ऐसे आसान लेकिन जरूरी टिप्स जिनसे आप पूरे सीजन AC की परफॉर्मेंस को शानदार बनाए रख सकते हैं। इसके अलावा जानेंगे AC से जुड़ी कुछ आम गलतियों के बारे में, जो बिजली के बिल को बढ़ा देती हैं और मशीन को भी खराब कर सकती हैं।
सही तापमान पर चलाएं AC और पाएं ज्यादा कूलिंग, कम बिल
भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय और विशेषज्ञों की सिफारिश है कि एयर कंडीशनर को 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच चलाना सबसे उपयुक्त है। खासकर मई जैसे महीनों में जब बाहर की गर्मी काफी तेज होती है, यह तापमान न केवल शरीर के लिए आरामदायक होता है, बल्कि यह बिजली की खपत को भी काफी हद तक कम करता है।
दरअसल, जितना ज्यादा कम तापमान पर AC को सेट किया जाएगा, उतनी ही अधिक बिजली की खपत होगी क्योंकि मशीन को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। उदाहरण के लिए, अगर आप AC को 18 डिग्री पर चलाते हैं, तो वह जल्दी ठंडक देगा जरूर, लेकिन वह ज्यादा समय तक लगातार चलता रहेगा, जिससे बिजली का बिल भी बढ़ेगा और मशीन की उम्र भी घट सकती है।
एयर फिल्टर की सफाई है बेहद जरूरी
AC की ठंडी हवा का सीधा संबंध इसके एयर फिल्टर की सफाई से होता है। अगर एयर फिल्टर पर धूल, मिट्टी और कचरा जमा हो जाता है, तो एयर फ्लो बाधित होता है जिससे कूलिंग कमजोर हो जाती है। यही नहीं, गंदे फिल्टर AC की कार्यक्षमता को भी प्रभावित करते हैं और बिजली की खपत बढ़ा देते हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो हर 15 से 20 दिन में एयर फिल्टर की सफाई जरूर करनी चाहिए। अगर आपके AC में डिस्पोजेबल फिल्टर लगे हैं, तो उन्हें समय-समय पर बदलना चाहिए ताकि यूनिट सुचारू रूप से काम कर सके और ठंडक बनी रहे।
आउटडोर यूनिट की स्थिति का रखें ध्यान
अक्सर लोग अपने AC की आउटडोर यूनिट को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह यूनिट पूरे सिस्टम की कार्यक्षमता में अहम भूमिका निभाती है। अगर इस पर धूल, पत्तियां या मिट्टी जम जाती है, तो इससे मशीन की कूलिंग कैपेसिटी प्रभावित होती है।
इसलिए जरूरी है कि आउटडोर यूनिट को खुली और साफ जगह में रखा जाए, जहां हवा की आवाजाही सही से हो सके। अगर यह यूनिट किसी दीवार के बहुत करीब या छायादार जगह पर रखी हो, तो उसे थोड़ा हटाकर अच्छी वेंटिलेशन वाली जगह पर शिफ्ट करना सही रहेगा।
साल में दो बार जरूर कराएं प्रोफेशनल सर्विसिंग
कई बार लोग तब ही AC की सर्विसिंग कराते हैं जब वह ठंडक देना बंद कर देता है या कोई खराबी आने लगती है। लेकिन यह तरीका गलत है। साल में दो बार, खासकर गर्मी शुरू होने से पहले और मौसम के बाद, किसी प्रोफेशनल टेक्नीशियन से AC की सर्विसिंग जरूर करानी चाहिए।
सर्विसिंग से न केवल रेफ्रिजरेंट लेवल, वायरिंग, कंप्रेसर और अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच हो जाती है, बल्कि यह समय रहते खराबी को पहचानकर बड़े खर्च से भी बचाती है। अगर आपका AC लगातार चलता है, तो यह मेंटेनेंस और भी जरूरी हो जाता है।
टाइमर और स्लीप मोड का करें इस्तेमाल
अक्सर रात में लोग AC को पूरे समय ऑन रखकर सोते हैं, जिससे बिजली की खपत अनावश्यक रूप से बढ़ जाती है। इस आदत से बचने के लिए AC में मौजूद टाइमर या स्लीप मोड का इस्तेमाल करें। इन फंक्शन्स का फायदा यह है कि ये कुछ घंटे बाद अपने आप AC को बंद कर देते हैं या तापमान को ऑटोमेटिकली थोड़ा बढ़ा देते हैं जिससे ठंडक बनी रहे और बिजली की भी बचत हो।
टाइमर मोड खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो गहरी नींद में AC को मैनुअली बंद नहीं कर पाते। इससे मशीन को आराम भी मिलता है और बिजली का बिल भी कंट्रोल में रहता है।
अजीब आवाज या बदबू को नजरअंदाज न करें
अगर आपके AC से किसी प्रकार की अजीब सी आवाज आ रही है या उसमें से बदबू महसूस हो रही है, तो यह किसी बड़ी तकनीकी समस्या या फंगल ग्रोथ का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में AC को तुरंत बंद कर देना चाहिए और किसी प्रशिक्षित टेक्नीशियन से जांच करानी चाहिए।
बदबू आमतौर पर नमी और फंगल ग्रोथ के कारण आती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। वहीं, अजीब आवाजें किसी मैकेनिकल समस्या का संकेत हो सकती हैं जिसे अगर समय रहते ठीक न किया गया, तो कंप्रेसर या फैन मोटर जैसी महंगी चीजें खराब हो सकती हैं।