MBBS की सबसे सस्ती फीस किस देश में है, ईरान या इजराइल? जानें कैसे मिलेगा एडमिशन

MBBS की सबसे सस्ती फीस किस देश में है, ईरान या इजराइल? जानें कैसे मिलेगा एडमिशन
MBBS की सबसे सस्ती फीस किस देश में है, ईरान या इजराइल? जानें कैसे मिलेगा एडमिशन
MBBS की सबसे सस्ती फीस किस देश में है, ईरान या इजराइल? जानें कैसे मिलेगा एडमिशन

MBBS Fees in Iran and Israel को लेकर छात्रों के बीच काफी उत्सुकता देखि जाती है। मेडिकल की पढ़ाई करना हर छात्र का सपना होता है,लेकिन रुख करते है, जहां पढ़ाई का स्तर अच्छा होने के साथ-साथ फीस भी हो जाती है। कई बार यह सपना अधूरा रह जाता है। ऐसे में छात्र विदेशों का रुख करते हैं, जहां पढ़ाई का स्तर अच्छा होने के साथ-साथ फीस भी होती है। इस मामले मे अक्सर दो देशों के नाम सामने आते है,ईरान (Iran) और इजराइल (Isreal)। इस दोनों में कौन-सा देश ज्यादा सस्ता है, और कहां एमिशन लेना फायदेमंद होगा,इसकी पूरी जानकारी इस रिपोर्ट मे विस्तार से दी गई है।

ईरान में MBBS की पढ़ाई सबसे सस्ता और लोकप्रिय ऑप्शन

अगर आप कम बजट में MBBS abroad की तलाश कर रहे हैं तो ईरान एक बेहतरीन विकल्प बन सकता है। Iran MBBS fees भारतीय छात्रों के लिए काफी सस्ती है और यही कारण है कि हर साल यहां हजारों छात्र एडमिशन लेते हैं।

जानकारी के मुताबिक, ईरान में MBBS की सालाना फीस लगभग 2 से 5 लाख रुपये के बीच होती है। इस हिसाब से पूरी डिग्री का खर्च करीब 18 से 25 लाख रुपये के बीच आता है, जिसमें हॉस्टल खर्च भी शामिल होता है।

भारत के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की बात करें तो वहां एक साल की फीस ही 8 से 9 लाख रुपये तक होती है। इस तुलना में देखा जाए तो ईरान में पढ़ाई करना बेहद किफायती साबित होता है।

इसके अलावा ईरान की मेडिकल यूनिवर्सिटीज को WHO (World Health Organization) और NMC (National Medical Commission) से मान्यता प्राप्त है, जिससे यहां की डिग्री भारत और अन्य देशों में भी मान्य होती है। एक और खास बात यह है कि यहां का कोर्स अंग्रेजी भाषा (English Medium MBBS) में उपलब्ध होता है, जिससे छात्रों को भाषा की समस्या नहीं होती।

इजराइल में MBBS की पढ़ाई क्वालिटी एजुकेशन लेकिन ज्यादा खर्च

दूसरी ओर, Israel MBBS fees की बात करें तो यहां मेडिकल की पढ़ाई का खर्चा ईरान की तुलना में कहीं अधिक है। इजराइल अपने उच्च गुणवत्ता वाले मेडिकल सिस्टम के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां की यूनिवर्सिटीज में फीस, रहन-सहन और अन्य खर्चे बहुत ज्यादा होते हैं।

इजराइल में MBBS की फीस सालाना औसतन 15 से 20 लाख रुपये या उससे अधिक हो सकती है। इसके अलावा वहां का लिविंग कॉस्ट (Living Cost in Israel) भी भारत और ईरान की तुलना में कई गुना ज्यादा होता है। यहां पर हॉस्टल, भोजन, ट्रांसपोर्ट और इंश्योरेंस जैसे खर्चों को जोड़ लिया जाए तो पूरे कोर्स पर करीब 70-80 लाख रुपये तक का खर्च आ सकता है।

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इसके साथ ही इजराइल में MBBS में दाखिला लेना भी ज्यादा कठिन माना जाता है। वहां की यूनिवर्सिटीज में एंट्रेंस टेस्ट, हाई लेवल इंग्लिश प्रोफिशिएंसी, और अकादमिक बैकग्राउंड काफी मायने रखते हैं। जबकि ईरान में एडमिशन प्रक्रिया तुलनात्मक रूप से सरल और भारतीय छात्रों के लिए अनुकूल होती है।

एडमिशन प्रोसेस कैसे मिलता है मेडिकल कोर्स में दाखिला?

ईरान और इजराइल दोनों में MBBS कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया अलग-अलग है, लेकिन आमतौर पर दोनों देशों में इंटरनेशनल छात्रों के लिए एक सीधा आवेदन प्रोसेस होता है।

ईरान में एडमिशन के लिए छात्रों को 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCB) विषयों में कम से कम 50% अंकों के साथ पास होना चाहिए। इसके साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज एक छोटा सा एंट्रेंस टेस्ट या इंटरव्यू लेती हैं।

दूसरी ओर, इजराइल में एडमिशन के लिए छात्रों को न सिर्फ अच्छे अकादमिक स्कोर की जरूरत होती है, बल्कि IELTS/TOEFL जैसे इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट भी देने होते हैं। इसके अलावा कुछ मेडिकल यूनिवर्सिटीज में इंटरव्यू और प्री-मेडिकल प्रोग्राम्स भी अनिवार्य होते हैं।

रहन-सहन और अन्य खर्चों में कहां है बचत?

अगर सिर्फ मेडिकल की फीस की बात की जाए तो ईरान पहले से ही आगे है, लेकिन जब बात आती है रहन-सहन, भोजन और अन्य खर्चों की तो ईरान फिर से इजराइल की तुलना में ज्यादा सस्ता है। ईरान और इजराइल दोनों ही देशों की डिग्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है, लेकिन भारत में मेडिकल प्रैक्टिस के लिए FMGE/NEXT क्लियर करना जरूरी होता है। वहीं, इजराइल में यही खर्चा 40,000 से 60,000 रुपये प्रति माह तक पहुंच सकता है, जो कि एक मध्यमवर्गीय भारतीय परिवार के बजट से बाहर हो सकता है।

कोर्स कंप्लीशन के बाद करियर ऑप्शन्स

MBBS करने के बाद छात्र चाहें तो या तो भारत लौटकर FMGE/NEXT जैसी परीक्षा देकर प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं, या फिर जिस देश से पढ़ाई की है वहां के मेडिकल बोर्ड से लाइसेंस प्राप्त कर वहीं काम कर सकते हैं। ईरान और इजराइल दोनों ही देशों की डिग्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है, लेकिन भारत में मेडिकल प्रैक्टिस के लिए FMGE/NEXT क्लियर करना जरूरी होता है।

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By Rohit Kumar

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