IREDA: भारत सरकार द्वारा वर्ष 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा का 500 गीगावाट तक उत्पादन बढ़ाने का टार्गेट रखा गया है। अर्थात इन वर्षों के भीतर यह टार्गेट पूरा करना है, जिसके लिए सरकार कई प्रकार की परियोजनाएं शुरू कर रही है। इन सभी परियोजनाओं से देश की अनेकों कंपनियां जुड़ी हुई जिनकी वित्तीय सहायता करने के लिए आईआरईडीए कंपनी धन जुटाने का प्रयास कर रही है। आपको बता दें सरकार द्वारा जिन भी नई परियोजनाओं को शुरू किया जाएगा उसके लिए बजट राशि भी निकालनी पड़ती है ताकि वे काम कर सके। इसी प्रकार का धन यह कंपनी जुटा कर अपना पूर्ण सहयोग करना चाहती है। कम्पनी द्वारा हाल ही में घोषणा कर दी गई है कि वह जल्द ही धन जुटाने जा रही है। आइए जानते हैं इस पूरी जानकारी के बारे में……….
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IREDA लाएगी FPO
आईआरईडीए का पूरा नाम इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी है। आपको बता दें IREDA उन कंपनी एवं परियोजनाओं की सहायता करती है जो नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में कार्य कर रही हो। उनको वित्तीय सहायता की मदद देती है। यह सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा एवं बायोमास ऊर्जा में मदद करती है।
हाल ही में आईआरईडीएने पैसे जुटाने का एलान किया है, कंपनी का कहना है कि वह FPO के माध्यम से पैसे जुटाने का कार्य करेगी। कंपनी इस माध्यम के तहत आम लोगों से पैसे प्राप्त करेगी। कंपनी ने सोचा है कि वह इस तरीके से 4,500 से 5,000 करोड़ रूपए जुटा सके।
क्या सरकार की हिस्सेदारी होगी कमी
IREDA कम्पनी 5,000 करोड़ रूपए जुटाने के लिए एफपीओ लाने की योजना शुरू कर रही है। कंपनी अपनी हिस्सेदारी बेचकर इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकती है। कंपनी के अध्यक्ष प्रदीप कुमार दास के अनुसार, सरकार की जो मौजूदा हिस्सेदारी है वह 75 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि एफपीओ लाने के लिए सरकार से अनुमति लेनी आवश्यक होगी। कंपनी अपनी कुछ हिस्सेदारी को आम निवेशकों के पास बेचेगी इससे कंपनी के पैसा आएगा। अभी सरकार कंपनी की सबसे बड़ी हिस्सेदार है, अर्थात सरकार के पास ही अभी कंपनी की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। परन्तु एफपीओ लाने के लिए सरकार को अपनी हिस्सेदारी कम करनी होगी।
IREDA जुटाएगी अतिरिक्त धन
सरकार द्वारा जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है उस पर प्रदीप कुमार दास द्वारा कहा है कि सरकार द्वारा इस लक्ष्य को प्राप्त एवं पूरा करने के लिए कई प्रकार की परियोजनाएं शुरू की गई है। सरकार ग्रीन एनर्जी के उत्पादन की वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट तक बढ़ाना चाहती है। इसी लक्ष्य में अपना योगदान एवं नवीकरणीय ऊर्जा में बढ़ावा देने के लिए IREDA कम्पनी भी अपना पूर्ण सहयोग दे रही है। इसके लिए कंपनी अतिरिक्त धन जुटाने का प्लान बना रही है।
कंपनी एफपीओ के अतिरिक्त 20,000 से 25,000 करोड़ रूपए जुटाने का लक्ष्य बना रही है। अभी के समय में कंपनी के पास 9,000 से 10,000 करोड़ रूपए है और कंपनी को 30,000 से 35,000 करोड़ रूपए जुटाने हैं।
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IREDA ने किया शानदार प्रदर्शन
कंपनी द्वारा हाल ही में वित्तीय वर्ष की पहले तिमाही जारी कर दी है जिसमें कंपनी ने अपनी आय बढ़ोतरी की जानकारी दी है। कंपनी ने बताया की उसकी आय बढ़कर 1514.46 करोड़ रूपए पर पहुंच गई है। यह तिमाही पिछले साल 1155.32 करोड़ रूपए थी अर्थात साल में कंपनी की आय में 31.09 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त कंपनी का शुद्ध मुनाफा 383.69 करोड़ रूपए बढ़ गया है यह पहली तिमाही से अधिक है। पिछली तिमाही में यह मुनाफा 294.58 करोड़ रूपए था। यह दर्शाता है कि कंपनी के शुद्ध मुनाफे में 30.25 प्रतिशत की सालाना बढ़ोतरी हुई है