Kamada Ekadashi 2025: अप्रैल में कब है कमदा एकादशी व्रत? जानें सही तिथि और पारण का समय

चैत्र शुक्ल एकादशी यानि कामदा एकादशी 2025 पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का विशेष योग बन रहा है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और सही विधि से पूजा करने पर जीवन की हर बाधा दूर होती है और मनचाही सफलता मिलती है। जानिए पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और व्रत के चमत्कारी फायदे

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Written byRohit Kumar

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Kamada Ekadashi 2025: अप्रैल में कब है कमदा एकादशी व्रत? जानें सही तिथि और पारण का समय
Kamada Ekadashi 2025: अप्रैल में कब है कमदा एकादशी व्रत? जानें सही तिथि और पारण का समय

हिंदू धर्म में एकादशी (Ekadashi) का विशेष महत्व होता है। यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है और इसे अत्यंत शुभ माना जाता है। सालभर में कुल 24 एकादशियां होती हैं और प्रत्येक का धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अपना एक अलग महत्व होता है। इन्हीं में से एक है कामदा एकादशी (Kamada Ekadashi), जो चैत्र मास के शुक्ल पक्ष में आती है। मान्यता है कि इस दिन विधिवत व्रत रखने और भगवान विष्णु की आराधना करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। साथ ही, सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं।

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Kamda Ekadashi 2025 Date: कब है कामदा एकादशी?

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कामदा एकादशी 2025 में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 7 अप्रैल की रात 8:00 बजे से हो रही है और इसका समापन 8 अप्रैल की रात 9:12 बजे होगा। उदया तिथि के अनुसार, व्रत 8 अप्रैल 2025, मंगलवार को रखा जाएगा। व्रत रखने वाले श्रद्धालु इस दिन पूर्ण नियम और संयम के साथ उपवास करते हैं और भगवान विष्णु की आराधना में लीन रहते हैं।

Kamada Ekadashi Puja Vidhi: कैसे करें कामदा एकादशी की पूजा?

कामदा एकादशी की पूजा बेहद पवित्र और सरल विधि से की जाती है। इस दिन व्रती को सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान कर लेना चाहिए और शुद्ध पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। इसके बाद घर के पूजा स्थल को स्वच्छ करके वहां भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र को वेदी पर स्थापित करें। प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराकर शुद्ध करें और उन्हें पीले फूल, तुलसी दल, फल, धूप-दीप और पंचामृत अर्पित करें।

इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। साथ ही, व्रती को वैदिक मंत्रों का जाप करते हुए एकादशी व्रत कथा का श्रवण या पाठ अवश्य करना चाहिए। शाम को भी पूजा दोहराएं और भगवान विष्णु की आरती कर प्रसाद अर्पण करें। पूजा के बाद प्रसाद स्वयं ग्रहण करें और दूसरों को भी वितरित करें।

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Kamda Ekadashi Vrat Significance: क्यों खास है कामदा एकादशी?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कामदा एकादशी का व्रत रखने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख, शांति और वैभव आता है। यह व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी माना जाता है, जो संतान सुख, जीवनसाथी के साथ प्रेम, व्यापार में सफलता या किसी भी प्रकार की मनोकामना की पूर्ति चाहते हैं। पुराणों के अनुसार, इस व्रत के प्रभाव से अपार पुण्य की प्राप्ति होती है और व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।

Kamada Ekadashi Parana Time 2025: पारण का शुभ मुहूर्त

व्रत समाप्ति के बाद पारण का विशेष महत्व होता है। पारण का मतलब है व्रत तोड़ना। कामदा एकादशी व्रत का पारण 9 अप्रैल 2025 को सुबह 6:02 बजे से लेकर 8:34 बजे तक किया जा सकता है। इस समय के भीतर श्रद्धालु को स्नानादि के बाद पूजा करके व्रत तोड़ना चाहिए।

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विशेष सुझाव

  • व्रती को इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए।
  • व्रत के दौरान क्रोध, झूठ, निंदा और छल-कपट से बचना चाहिए।
  • इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है, अतः जरूरतमंदों को वस्त्र, अन्न या धन का दान करें।

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