
गर्मियों का मौसम आते ही बाजार में खरबूजा बड़ी मात्रा में दिखाई देने लगता है। यह स्वाद में जितना मीठा होता है, सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद भी माना जाता है। खरबूजा शरीर को हाइड्रेट करने के साथ-साथ ठंडक भी प्रदान करता है, जो गर्मी में लू और डीहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से बचाने में मददगार हो सकता है। Health Tips के मुताबिक इसमें भरपूर मात्रा में पानी, विटामिन A, C और पोटैशियम पाया जाता है। हालांकि, हर व्यक्ति के लिए यह फल समान रूप से लाभकारी नहीं होता। कुछ विशेष परिस्थितियों में इसका सेवन करने से भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
इस लेख में हम जानेंगे कि किन लोगों को खरबूजा खाने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और क्यों इसका अधिक सेवन उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए खरबूजा कितना सुरक्षित?
खरबूजे में प्राकृतिक रूप से शुगर पाई जाती है, जो इसके मीठे स्वाद का कारण भी है। हालांकि, यही मिठास डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है। खरबूजे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होने के कारण इसका ज्यादा सेवन करने पर ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है। इसलिए Diabetes से पीड़ित व्यक्तियों को इसे सीमित मात्रा में और डॉक्टर या किसी डाइटीशियन की सलाह लेकर ही खाना चाहिए। यदि लापरवाही बरती गई तो यह रक्त में शर्करा के स्तर को असंतुलित कर सकता है, जिससे गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
किडनी के मरीजों के लिए खरबूजा क्यों बन सकता है खतरा?
खरबूजे में मौजूद पोटैशियम (Potassium) तत्व किडनी से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है। जिन लोगों की किडनी ठीक से काम नहीं करती, उनके शरीर से अतिरिक्त पोटैशियम को बाहर निकालने में परेशानी होती है। इससे शरीर में हाइपरकलेमिया (potassium overdose) जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जो दिल की धड़कन को प्रभावित कर सकती है और जानलेवा भी बन सकती है। इसलिए किडनी के मरीजों को खरबूजा खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है।
लो ब्लड प्रेशर वालों को हो सकता है खतरा
खरबूजे में मौजूद पोटैशियम तत्व ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है, लेकिन यह उन लोगों के लिए समस्या बन सकता है जिनका ब्लड प्रेशर पहले से ही कम रहता है। लो ब्लड प्रेशर यानी Low Blood Pressure वाले लोगों को खरबूजा खाने से ब्लड प्रेशर और गिर सकता है। इससे चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना, थकान और यहां तक कि बेहोशी जैसी समस्याएं भी सामने आ सकती हैं। इसलिए ऐसे लोग खरबूजा खाते समय सावधानी जरूर बरतें।
पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए खतरे की घंटी
खरबूजे में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो सामान्यत: पाचन के लिए लाभकारी मानी जाती है। लेकिन कुछ खास स्थितियों में, जैसे कि इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS), गैस, एसिडिटी या पेट फूलने की समस्या वाले लोगों को खरबूजा खाना भारी पड़ सकता है। इसके कारण उन्हें पेट में भारीपन, असहजता या अपच जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खासकर, खाली पेट खरबूजा खाना इन लक्षणों को और अधिक बढ़ा सकता है। इसलिए पाचन संबंधी परेशानियों से ग्रसित व्यक्तियों को इसे संभलकर ही खाना चाहिए।
कब और कैसे करें खरबूजे का सेवन?
हालांकि खरबूजा एक गर्मी में राहत देने वाला फल है, लेकिन इसे हमेशा सीमित मात्रा में और उचित समय पर ही खाना चाहिए। सबसे अच्छा समय दोपहर के भोजन के कुछ घंटे बाद का होता है, जब पेट में हल्कापन हो और शरीर को पानी की आवश्यकता हो। इसे खाली पेट या खाने के तुरंत बाद खाना पाचन के लिए अच्छा नहीं माना जाता। साथ ही, हमेशा ताजा खरबूजे का ही सेवन करें, बासी या कटे हुए फल से संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
डॉक्टर की सलाह क्यों है जरूरी?
अगर आप ऊपर बताई गई किसी भी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं, तो बिना डॉक्टर की सलाह लिए खरबूजा खाने से बचें। भले ही यह फल स्वाभाविक रूप से सेहतमंद हो, लेकिन हर शरीर की जरूरत और प्रतिक्रिया अलग होती है। आपकी शारीरिक स्थिति के अनुसार डॉक्टर ही सबसे बेहतर सुझाव दे सकते हैं कि आपको खरबूजा खाना चाहिए या नहीं।