सोलर पैनल बनाने में इन सभी मटेरियल का करते है इस्तेमाल? जाने पूरी डिटेल्स

Solar Panel Material: सोलर पैनल सिस्टम की मांग अब काफी बढ़ने लगी है और इनको बनाने में काफी तरह के मैटेरियल इस्तेमाल होते है। इनसे पैनलों की कार्यकुशलता एवं कीमत पर भी असर पड़ता है।

Photo of author

Written byRohit Kumar

verified_75

Published on

know-which-materials-are-used-in-making-of-solar-panels

सोलर पैनल बनाने में लगने वाले मटेरियल

नवीनीकरण ऊर्जा स्त्रोत के बढ़ते इस्तेमाल की वजह से सोलर पावर को काफी लोकप्रियता मिल रही है। सोलर सिस्टम सूरज से आ रही ऊर्जा को इलेक्ट्रिक पावर में परिवर्तित करता है। इस प्रकार के सोलर पैनलों में लगने वाली सामग्री के बारे काफी कम ही लोगो को पता है आज के लेख में आपको सोलर पैनलों के इस्तेमाल होने वाली सामग्री की जानकारी दे रहे है जोकि इनके निर्माण में लगती है।

सोलर पैनल उस तरफ के उपकरण है जोकि सूरज की किरणों को बिजली में बदल देते है। इसमें सोलर सेल लगे रहते है जोकि फोटोवोल्टिक सेल भी कहलाते है। ये फोटोवोल्टिक प्रभाव से ही पावर बनाने का काम करते है। जिस समय पर सूर्य की रोशनी इनमे आती है तो ये इलेक्ट्रॉन को मुक्त करने लगते है और पावर बनने लगती है।

1. सिलिकॉन

Silicon-Solar-Cell-Materials
  • पॉलीक्रिस्टलाइन सिलिकॉन: इस प्रकार के सेल कम कार्यकुशलता वाले होते है और कम खर्च वाले रहते है। हालांकि सभी में सर्वाधिक इनका ही प्रयोग होता है।
  • मोनोक्रिस्टलाइन सिलिकॉन: इस प्रकार के सेल उच्च कार्यकुशलता देते है एवं सूर्य की किरणों को इलेक्ट्रिसिटी में बदल पाते है। अपनी अधिक कार्यकुशलता की वजह से इनके मूल्य अधिक रहते है।

2. एमोर्फोस सिलिकॉन (A-Si)

Earthnewj से अब व्हाट्सप्प पर जुड़ें, क्लिक करें

यह नॉन क्रिस्टलाईन सिलिकॉम की तरह से जाना जाता है और इसको थिन फिल्म सोलर पैनल में इस्तेमाल करते है। इस तरह के पैनल बहुउद्देशीय एवं कम खर्चीले रहते है किंतु इनके टूट जाने अथवा खराब हो जाने के अधिक चांस भी रहते है। इस प्रकार से पैनलों की कुशलता एवं सहनशीलता हो बढ़िया करने को A-Si कार्बाइड, A-Si जर्मेनियम, माइक्रोक्रिस्टलाइन सिलिकॉन और A-Si नाइट्राइड आदि वेरिएंट इस्तेमाल होते है।

3. कैडमियम टेलुराइड (CdTe)

Cadmium Telluride (CdTe)

कैडमियम एवं टेल्यूरियम से बने CdTe को ऑप्टिमल बैंडगैप कुशलता पाने में थिन फिल्म वाले पैनल में करते है। यह कम खर्चे वाले रहते है एवं अपने टिकाऊपन के लिए पहचान रखते है।

4. गैलियम आर्सेनाइड

गैलियम आर्सेनाएड को इस्तेमाल में लाने वाले सोलर पैनलों को सिलिकॉन सेल के मुकाबले उच्च कार्यकुशलता, थीं प्रोफाइल एवं कम घनत्व का लाभ मिलता है। इस प्रकार से ये परंपरागत सिलिकॉन सेल को लेकर बढ़िया विकल्प बनते है।

Also Readइस एनर्जी कंपनी के शेयर पर टूट पड़े निवेशक, कंपनी को मिली बड़ी डील, यहाँ जानें

इस एनर्जी कंपनी के शेयर पर टूट पड़े निवेशक, कंपनी को मिली बड़ी डील, यहाँ जानें

5. एल्यूमीनियम, एंटीमोनी, और लेड

सिलिकॉन को एल्यूमिनियम, एंटीमोनी एवं लेड आदि धातुओं से मिश्रित कर देने पर सेल की एनर्जी बैंडगैप में बेहतरी हो जाती है। इन मिश्रधातुओं के इस्तेमाल मल्टी जंक्शन सोलर सेल के निर्माण, कार्यकुशलता बेहतरी एवं ताप को मैनेज करने में करते है।

यह भी पढ़े:- 20 सालो तक फ्री बिजली चाहिए तो आपको UTL का हाइब्रिड सोलर सिस्टम की जानकारी लेनी चाहिए

6. कार्बन नैनोट्यूब (CNT)

सीएनटी नैनोमेटेरियल को सोलर पैनल की विशेषताओं में वृद्धि करने को प्रयोग करते है। इनको ट्रांसपेरेंट कंडक्टर सामग्री के विकास एवं बिजली के प्रवाह को बेहतर करने में इस्तेमाल करते है। इस प्रकार से 75 फीसदी तक सोलर पावर का रूपांतरण बिजली में हो पाता है।

Also Read2.5kW सोलर पैनल लगा कर घर में बिजली की जरूरों को करें पूरा, चलाएं AC

2.5kW सोलर पैनल लगा कर घर में बिजली की जरूरों को करें पूरा, चलाएं AC

You might also like

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें